Tuesday, March 19, 2024
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Ayushman Bharat Digital Mission क्या है

Ayushman Bharat Digital Mission क्या है दोस्तों आज हम आपके लिए यह जानकारी लेकर आये है जोकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा लॉन्च किया गया है आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन 2022: ABHA Number बनाए, डाउनलोड ABHA App और दोस्तों आज हम जानेगे यह होता क्या है और भारतीय लोगो को इससे क्या लाभ मिलने वाले है आज हम इस पोस्ट के द्वारा आपको सभी को जानकारी देंगे  तो शुरू करते है

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज डिजिटल हेल्थ मिशन (Ayushman Bharat Digital Mission) की शुरुआत कर दी है. इसके अधीनता आम जनता को एक यूनिक हेल्थ आईडी भी मिलेगी.Ayushman Bharat Digital Mission क्या है   इसके जरिए आम लोगों के स्वास्थ्य का पूरा ब्योरा रखा जाएगा. साथ ही इसके लिए एक पीएम-डीएचएम इस्तेमाल  में आसान एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तैयार करेगा





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Ayushman Bharat Digital Mission क्या है  

इस डिजिटल हेल्थ मिशन के बारे में पीएम मोदी ने 15 अगस्त 2020 को लाल किले से जानकारी दी थी. इस समय पीएम-डीएचएम 6 केंद्र शासित प्रदेशों में पायलेट प्रॉजेक्ट (Pilot Project) के रूप में चलाया जा रहा है. इसके तहत केंद्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, चंडीगढ़, दादरा और नगर हवेली, और दमन और दीव, लद्दाख, लक्षद्वीप और पुडुचेरी में आंकड़े जुटाए जा रहे हैं.Ayushman Bharat Digital Mission क्या है

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का आरम्भ

Ayushman Bharat Digital Mission क्या है  27 सितंबर 2021 को हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का आरम्भ किया जाएगा।Ayushman Bharat Digital Mission क्या है   इस मिशन को आरंभ करने का कार्यक्रम सुबह 11:00 बजे से प्रधानमंत्री कार्यालय से आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री जी के द्वारा देश के नागरिकों को संबोधित भी किया जाएगा। इस योजना के पायलट प्रोजेक्ट की घोषणा 15 अगस्त 2020 को की गई थी। इस समय इस कार्यक्रम को 6 केंद्र शासित प्रदेशों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में संचालित किया जा रहा है। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की तीसरी वर्षगांठ पर इस मिशन का राष्ट्रीय रोलआउट किया जा रहा है। इस योजना को राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा संचालित किया जाएगा।Ayushman Bharat Digital Mission क्या है

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का इको सिस्टम

  • एडमिनिस्ट्रेटर
  • हेल्थ केयर प्रोफेशनल
  • अदर प्रैक्टिशनर्स
  • डॉक्टर्स
  • हेल्थ टेक कंपनी
  • टीपी ए इंस्यूरर्स
  • लैब्स, फार्मेसी, वैलनेस सेंटर
  • हॉस्पिटल क्लीनिक
  • पॉलिसी मेकर
  • प्रोवाइडर
  • एलाइट प्राइवेट एंटिटी
  • हेल्थ केयर प्रोफेशनल
  • सेंट्रल गवर्नमेंट
  • स्टेट गवर्मेंट
  • प्रोग्राम मैनेजर
  • रेगुलेटर
  • एसोसिएशन
  • डेवलपमेंट पार्टनर्स/एनजीओस
  • Non-profit ऑर्गेनाइजेशन

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के लाभ

  1. आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के माध्यम से आखिरी तक स्वास्थ्य सेवाओं वितरण की दक्षता, प्रभावशीलता एवं पारदर्शिता में उल्लेखनीय सुधार किया जा सकेगा।
  2. मरीज अपने मेडिकल रिकॉर्ड को सुरक्षित रूप से स्टोर एवं एक्सेस कर सकेगा एवं रिकॉर्ड को उचित उपचार प्राप्त करने के लिए स्वास्थ्य देखभाल प्रदाताओं के साथ साझा कर सकेगा।
  3. इस योजना के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं एवं सेवा प्रदाताओं के बारे में भी अधिक सटीक जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
  4. इसके अलावा वह टेली परामर्श और ई फार्मेसी के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ भी प्राप्त कर सकेंगे।
  5. आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के माध्यम से सार्वजनिक एवं निजी दोनों स्वस्थ सेवाओं का विकल्प प्रदान किया जाएगा। जिसके अंतर्गत निर्धारित दिशानिर्देशों एवं प्रोटोकॉल के माध्यम से नागरिकों तक सुविधा प्रदान की जाएगी।
  6. इस योजना के माध्यम से हेल्थ केयर प्रोफेशनल को मरीज की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में जानकारी प्राप्त हो सकेगी। जिससे कि मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा प्रदान की जा सकेगी। इसके अलावा इस योजना के माध्यम से दावों की प्रक्रिया को डिजिटल बनाना और तेजी से प्रतिपूर्ति को सक्षम करने में भी मदद प्राप्त होगी।
  7. इसके अलावा नीति निर्माताओं एवं कार्यक्रम प्रबंधकों के पास डाटा की बेहतर पहुंच होगी। जिससे कि सरकार को विभिन्न प्रकार के निर्णय लेने में सहायता प्राप्त होगी। इसके अलावा भूगोल एवं जनसंख्या आधारित निगरानी और स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं नीतियों के कार्यान्वयन करने में भी सहायता प्राप्त होगी।
  8. शोधकर्ता भी अध्ययन एवं मूल्यांकन करने में तैयार हो सकेंगे।
  9. इसके अलावा यह योजना की जांच पड़ताल नीति निर्माताओं एवं प्रदाताओं के बीच एक व्यापक फीडबैक लूट की सुविधा प्रदान करेगी।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की की गई समालोचन

29 सितंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन कार्यक्रम की समालोचन किया गया है। इस कार्यक्रम को सभी नागरिकों तक डिजिटल स्वास्थ्य आईडी प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। इस डिजिटल आईडी में स्वास्थ्य रिकॉर्ड का पूरा विवरण उपस्थित होगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की तीसरी वर्षगांठ के अवसर पर डिजिटल हेल्थ आईडी का राष्ट्रीय व्यापी रोल आउट किया गया है।Ayushman Bharat Digital Mission क्या है   इस योजना को 15 अगस्त 2020 को आरंभ किया गया था। अब तक यह योजना पायलट आधार पर संचालित की जा रही थी। इस योजना के अंतर्गत एक लाख से अधिक स्वस्थ आईडी बन चुकी है।Ayushman Bharat Digital Mission क्या है

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का उद्देश्य
  1. आधुनिक डिजिटल स्वास्थ्य प्रणाली स्थापित करना।
  2. कोर डिजिट अस्वास्थ्य डाटा का प्रबंधन करना।
  3. स्वास्थ्य रिकॉर्ड का लेन-देन के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा विकसित करना।
  4. परिभाषित मानकों के अनुसार आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के साथ एकीकरण सुनिश्चित करके मौजूदा स्वास्थ्य सूचना प्रणाली को मजबूत बनाना।
  5. स्वास्थ्य देखभाल की गुणवत्ता सुनिश्चित करना।
  6. सभी स्तरों पर शासन की दक्षता एवं प्रभावशीलता बढ़ाना।
  7. स्वास्थ्य विभाग का बेहतर प्रबंधन करना जिससे कि स्वास्थ्य डेटा का विश्लेषण और चिकित्सा अनुसंधान किया जा सके।
  8. नैदानिक निर्णय समर्थन प्रणालियों का उपयोग को बढ़ावा देना।
  9. स्वास्थ्य सेवाओं के प्रावधान में नेशनल पोटेबिलिटी सुनिश्चित करना।
  10. यह सुनिश्चित करना कि निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य देखभाल संस्था एवं पेशेवर आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के निर्माण में सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ सक्रिय रूप से भाग ले।
  11. सभी राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य धारकों द्वारा मानकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना।
  12. अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर व्यक्तिगत स्वास्थ्य रिकॉर्ड की एक प्रणाली बनाना जिससे कि स्वास्थ्य पेश करता है एवं सेवा देने वाले को मरीज से संबंधित जानकारी मिल हो सके।

आयुष्मान भारत स्वस्थ अकाउंट से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी

  1. आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का उद्देश्य देश के एक डिजिटल स्वस्थ बुनियादी ढांचे का समर्थन तथा विकास करना है।
  2. वह सभी नागरिक जो आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का लाभ देना चाहते हैं और अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड को डिजिटल रूप से उपलब्ध करवाना चाहते हैंAyushman Bharat Digital Mission क्या है   उनको आयुष्मान भारत स्वस्थ खाता बनाना होगा। आयुष्मान भारत स्वस्थ अकाउंट एक 14 अंक के नंबर है जिसके माध्यम से लाभारतीयों की पहचान की जा सकती है एवं उनके स्वास्थ्य डांटा को स्टोर किया जा सकता है।

PHR पता एक स्वघोषित उपयोगकर्ता नाम है जो स्वास्थ्य सूचना विनिमय और सहमति प्रबंधक में साइन इन करने के लिए आवश्यक है।आयुष्मान भारत स्वस्थ खाता आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवा कर प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा ऐप के माध्यम से भी प्राप्त किया जा सकता है। आयुष्मान भारत स्वस्थ खाता मोबाइल नंबर के माध्यम से खुलवाने के के लिए मोबाइल नंबर, नाम, जन्मतिथि, लिंग, पता, मोबाइल नंबर होना अनिवार्य हैं। आयुष्मान भारत स्वस्थ खाता आधार नंबर से खुलवाने के लिए नाम, जन्मतिथि, लिंग, पता, मोबाइल नंबर तथा आधार नंबर होना अनिवार्य है। स्वास्थ खाता खुलवाने के लिए आधार कार्ड होना अनिवार्य नहीं है।Ayushman Bharat Digital Mission क्या है

यदि आपका आधार नंबर आप के मोबाइल नंबर से लिंक नहीं है तो आप नजदीकी पार्टिसिपेटिंग फैसिलिटी में जा सकते हैं एवं आधार नंबर से बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन करवा सकते हैं।आपको आयुष्मान भारत स्वास्थ अकाउंट प्रदान कर दिया जाएगा। आयुष्मान भारत स्वस्थ अकाउंट नंबर प्रत्येक लाभार्थी के लिए यूनिक होगा। लाभार्थी द्वारा सभी हेल्थ रिकॉर्ड्स को इस अकाउंट नंबर से लिंक किया जा सकता है। Ayushman Bharat Digital Mission क्या है  लाभार्थी एक से ज्यादा आयुष्मान भारत स्वस्थ खाते भी बनवा सकता है। स्वायत्त रिकॉर्ड खाते के पंजीकरण करने में 10 मिनट में से भी कम का समय लगता है। क्योंकि नागरिको द्वारा केवल अपना मूल विवरण ही भरना होता है और अपना मोबाइल नंबर या आधार नंबर प्रमाणित करना होता है। आयुष्मान भारत स्वस्थ  अकाउंट में पंजीकरण करवाने के लिए आपको किसी भी प्रकार के दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता नहीं है। इस अकाउंट में आपका स्वास्थ रिकॉर्ड सुरक्षित रहता हैं।

सभी नागरिकों को मिलेगी हेल्थ आईडी

प्रधानमंत्री द्वारा कहा गया है की पिछले 3 वर्षों में आयुष्मान भारत पर जो हजारों करोड़ रुपये सरकार ने वहन किए हैं, उससे लाखों परिवार गरीबी के कुचक्र में फंसने से बचे हैं. Ayushman Bharat Digital Mission क्या है  उन्होंने और यह भी कहा है की  ‘आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन, अब पूरे विश्व के अस्पतालों के डिजिटल हेल्थ सोल्यूशंस को एक दूसरे से कनेक्ट करेगा. इसके अधीनता देशवासियों को अब एक डिजिटल हेल्थ आईडी मिलेगी. हर नागरिक का हेल्थ रिकॉर्ड डिजिटली सुरक्षित रहेगा।

पीएम मोदी Health ID Card वेबसाइट के कुछ सेक्शन

पीएम मोदी हेल्थ आईडी कार्ड के अंतर्गत सभी लाभार्थियों को कई सारी सुविधाएं दी जाएंगी। यह सुविधाएं आवेदन प्रक्रिया पूरी करने पर उनको प्रदान की जाएंगी। हेल्थ आईडी कार्ड बनवाने के बाद लाभार्थी वेबसाइट के सभी डॉक्टरों की यूजर आईडी से डॉक्टर से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते है। इसी के साथ लाभार्थियों को हेल्थ फैसिलिटी रजिस्टर्ड की भी सुविधा प्रदान की जाएगी। जिसके माध्यम से लाभार्थी हॉस्पिटल लैब, क्लीनिक से जुड़ सकते हैं और अपनी यूनीक आईडी ले सकते हैं। इसी के साथ पीएम मोदी हेल्प आईडी कार्ड के माध्यम से लाभार्थी समय समय पर अपना रिकॉर्ड अपडेट कर सकता है।

 यूनिक हेल्थ आईडी क्या है

यूनिक हेल्थ आईडी (Digital Health ID). यूनित हेल्थ आईडी एक 14 डिजिट का रैंडम तरीके से जनरेट नंबर होगा. इसकी सहायता से एक आम आदमी के हेल्थ का रिकॉर्ड रखा जा सकेगा. साथ ही इसके लिए एक मोबाइल एप्लिकेशन होगी, जिसकी सहायता से इसमें दर्ज जानकारी देखी जा सकेंगी. Ayushman Bharat Digital Mission क्या है  हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स रजिस्ट्री (HPR) और हेल्थकेयर फैसिलिटीज रजिस्ट्रियां (HFR) इसमें एक फंड (भंडार) की भूमिका निभाएंगे, जिसमें पूरा डेटा कलेक्ट होगा, जिसे हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स से साझा किया जाएगा. इससे डॉक्टर्स/हॉस्पिटल्स का काम थोड़ा आसान होगा.

कैसे बनवाएं हेल्थ आईडी

पब्लिक हॉस्पिटल, कम्युनिटी हेल्थ सेंटर, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर या वैसा हेल्थकेयर प्रोवाइडर जो नेशनल हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर रजिस्ट्री से जुड़ा हो, किसी व्यक्ति की हेल्थ आईडी बना सकता है। https://healthid.ndhm.gov.in/register पर खुद के रिकॉर्ड्स रजिस्टर करा कर भी आप अपनी हेल्थ आईडी बना सकते हैं.

मेडिकल हिस्ट्री अनुमति से ही की जाएगी एक्सेस

सभी रिकॉर्ड को कहीं से भी एक्सेस किया जा सकता है। अपने डॉक्टर को आपको पूरी मेडिकल हिस्ट्री बताने के लिए अपनी यह आईडी बतानी होगी। इस आईडी के माध्यम से आपका डॉक्टर आपका रिकॉर्ड देख सकेगा। किसी भी हेल्थ केयर सेंटर या डॉक्टर के जानकारी एक्सेस करने के लिए ओटीपी की आवश्यकता होगी। जिसका मतलब .यह है कि आप की अनुमति के बिना आपका मेडिकल डाटा कोई और एक्सेस नहीं कर सकेगा। आप अपने आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट कार्ड को डाउनलोड भी कर सकते हैं। Ayushman Bharat Digital Mission क्या है  इस कार्ड में एक क्यू आर कोड होता है जिसे स्कैन करके ओटीपी वेरीफिकेशन के बाद सारा रिकॉर्ड देखा जा सकता है। इसके अलावा इस कार्ड ने डेमोग्राफिक लोकेशन, फैमिली समेत कई अन्य जानकारियां भी शामिल है। इस कार्ड में एक तरह से मरीज का पूरा ब्यान स्टोर किया जा सकता है।

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के कॉम्पोनेंट्स

हेल्थ आईडी

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत नागरिकों को एक Health ID Card भी प्रदान की जाएगी। इस आईडी के माध्यम से व्यक्तियों की पहचान करके उनको प्रमाणित करने में एवं उनके स्वास्थ्य रिपोर्ट को कई प्रणालियों एवं हित धारकों तक पहुंचाया जाएगा। यह आईडी बनाने के लिए नागरिकता कुछ बुनियादी विवरण एकत्रित किया जाएगा।

हेल्थ प्रोफेशनल रजिस्ट्री

इस कंपोनेंट के अंतर्गत सभी हेल्थ प्रोफेशनल को पंजीकरण किया जाएगा।Ayushman Bharat Digital Mission क्या है   जिससे कि उनका डेटाबेस तैयार किया जा सकेगा। इस प्रक्रिया से हेल्थ प्रोफेशनल्स भारत के डिजिटल हेल्थ इको सिस्टम से जुड़ सकेंगे।

हेल्थ रिकॉर्ड्स

इस अभियान के अंतर्गत सभी नागरिकों के हेल्थ रिकॉर्ड का एक डाटाबेस तैयार किया जाएगा। इस हेल्थ रिकॉर्ड को नागरिक जब चाहे जहां चाहे इस्तेमाल कर सकेगा। हेल्थ रिकॉर्ड में मरीज की चिकित्सा से संबंधित सभी जानकारी स्टोर की जाएगी जैसे कि परामर्श, टेस्ट की रिपोर्ट आदि।Ayushman Bharat Digital Mission क्या है

One Nation One Health Card 2022 क्या है?

इस मिशन के अंतर्गत प्रधानमंत्री जी द्वारा पीएम Health ID Card की घोषणा की गई है। इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक रोगी को एक आईडी कार्ड दिया जाएगा। जिस पर उसका सारा मेडिकल डाटा डिजिटल स्टोर होगा। जैसे कि उसकी प्रशिक्षण, रिपोर्ट, डिस्चार्ज से संबंधित जानकारी आदि। जिसकी वजह से अब पेशेंट को अपना इलाज करवाने के लिए भौतिक रिपोर्ट ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। Ayushman Bharat Digital Mission क्या है  पेशेंट का सारा डाटा इस हेल्थ आईडी कार्ड में स्टोर होगा और पीएम मोदी Health ID Card 2022 के माध्यम से डॉक्टर पेशेंट का सारा डाटा देख पाएंगे। इस योजना के अंतर्गत अस्पताल क्लीनिक तथा डॉक्टर सभी एक केंद्रीय सरवर से जुड़े होंगे। इस योजना के अंतर्गत Health ID Card लेने वाले नागरिकों को एक यूनीक आईडी दी जाएगी जिसके माध्यम से वह सिस्टम में लॉगिन कर सकेंगे। इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा 500 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है।

आरोग्य मंथन 3.0 के भीतर प्रदान की गई आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन से जुडी जानकारियां

  1. इस योजना के माध्यम से नागरिकों को एक Health ID Card प्रदान की जाएगी जिसमें उनका पूरा हेल्थ रिकॉर्ड्स स्टोर होगा।
  2. उपचार कराने के लिए देश के नागरिक को किसी पेपर वर्क, रसीद या किसी दूसरे व्यक्ति पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा।
  3. इस योजना को पहले चरण में 6 केंद्र शासित प्रदेशों में संचालित किया गया था। जो कि अंडमान निकोबार, पुडुचेरी, दादर एंड नगर हवेली दमन एंड दिउ, लक्षदीप, लद्दाख एवं चंडीगढ़ है।
  4. हेल्थ आईडी कार्ड में स्टोर किया गया डाटा पूरी तरह से गोपनीय होगा।
  5. इस अभियान के माध्यम से प्रदेश के नागरिक विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं से भी जुड़ सकेंगे।
  6. गरीब एवं मध्यम वर्ग के इलाज में होने वाली दिक्कतों को भी इस योजना के माध्यम से दूर किया जा सके।
  7. टेक्नोलोजी के माध्यम से पूरे देश के अस्पतालों को डिजिटल माध्यम सर connect भी किया जा सकेगा।
  8. देश के पिछड़े इलाकों में रहने वाले नागरिक भी Health ID Card के माध्यम से अच्छे से अच्छे डॉक्टर से अपने घर बैठे ट्रीटमेंट प्राप्त कर सकेंगे।
  9. इस योजना के माध्यम से समय से डॉक्टर तक मरीज का पूरा हेल्प रिकॉर्ड पहुंचाया जा सकेगा।
  10. इमरजेंसी की स्थिति में यह योजना बहुत कारगर साबित होगी।
  11. 15 अगस्त 2020 को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन लांच करने की घोषणा हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा की गई थी।यह योजना हेल्थ सेक्टर में एक महत्वपूर्ण कल्याणकारी बदलाव लाने में परिणाम साबित होगी।
  12. इस अभियान को 6 केंद्र शासित प्रदेशों में मिशन मोड में आरंभ किया गया था।
  13. केंद्र शासित प्रदेश में इस योजना के सफल कार्यान्वयन के बाद इस पूरे देश में लांच करने की घोषणा 27 सितंबर 2021 को की गई।
  14. आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत उपयोगकर्ता का स्वास्थ्य रिकॉर्ड सुरक्षित रूप से संग्रहित किया जाएगा।पहले नागरिकों के पुराने हेल्थ रिकॉर्ड्स नहीं मिल पाते थे।जिसकी वजह से वह सही परामर्श प्राप्त करने में सक्षम नहीं हो पाते थे।
  15. अब सभी हेल्थ रिकॉर्ड डिजिटल फॉर्मेट में स्टोर होने की वजह से अपनी सुविधा अनुसार नागरिकों को उपलब्ध करवाए जाएंगे।
  16. यह योजना डिजिटल रिवोल्यूशन का एक ऐसा डायमेंशन है जिसका लाभ देश का हर नागरिक उठा सकेगा।
  17. इसके अलावा यह योजना नागरिकों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में भी कारगर साबित होगी।
  18. स्वास्थ्य प्रोफेशन एवं सुविधाओं को भी एक प्लेटफार्म से इस योजना के माध्यम से जोड़ा जाएगा। जिससे कि देश की जनता बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का चयन कर सके।
  19. इस योजना के कार्यान्वयन से इंक्लूसिव हेल्थ केयर सुनिश्चित होगा।
  20. आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन से एक ऐसा सिस्टम तैयार किया गया है जिसके माध्यम से मरीज को डॉक्टर से कंसल्ट करने के लिए भौतिक रूप से उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। मरीजों का उनके घर से ट्रीटमेंट किया जा सकेगा।
  21. इस योजना की सफलता के लिए सभी हितग्राहियों को एक साथ आना होगा।

Q-पीएचआर क्या है?

PHR एक इलेक्ट्रॉनिक एप्लिकेशन है जिसके माध्यम से मरीज अपनी स्वास्थ्य जानकारी (और अन्य जिनके लिए वे अधिकृत हैं) को बनाए रख सकते हैं और प्रबंधित कर सकते हैं, जो सरकार कहती है कि यह एक निजी, सुरक्षित और गोपनीय वातावरण है।एक मोबाइल नंबर का उपयोग करके कई PHR पते बनाए जा सकते हैं। एक बार जब आप अपने आप को किसी ऐसी स्वास्थ्य सुविधा से जोड़ लेते हैं जहाँ आपको देखभाल मिली है, तो आप आदर्श रूप से PHR मोबाइल ऐप पर अपने स्वास्थ्य रिकॉर्ड को विशेष सुविधा से प्राप्त कर सकते हैं। आप मैन्युअल रूप से स्कैन की गई रिपोर्ट को PHR ऐप पर अपलोड भी कर सकते हैं।

Q-इस मिशन की क्या जरूरत थी?

मिशन का उद्देश्य नागरिकों को सही डॉक्टरों को खोजने, नियुक्ति की मांग, परामर्श शुल्क का भुगतान, कई अन्य के बीच अस्पतालों के कई चक्कर लगाने की चुनौतियों से मुक्त करना है और लोगों को सर्वोत्तम संभव स्वास्थ्य सेवा प्राप्त करने के लिए एक सूचित निर्णय लेने के लिए सशक्त बनाना है।







 

 

 

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