धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कौन है महाराज वीरेंद्र शास्त्री का जन्म उम्र परिवार एवं शुरुआती जीवन




धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कौन है – नमस्कार दोस्तों आज मैं आपको बताने वाली हूं धीरेंद्र शास्त्री बागेश्वर बाबा के बारे में तुझसे पहले मैंने आपको उनके बारे में कुछ ऐसी जानकारी दी थी और आज हम आपको उसकी पूरी जानकारी दी गई यानी कि उनकी पूरी बायोग्राफी के बारे में जनेगे जो कि शायद ही कोई लोगों को उनके बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं है यदि आप सच में उनके बारे में जानना चाहते हैं आप बिल्कुल सही बात साइट पर आए हैं यहां पर आपको पूरी इसकी जानकारी मिलने वाली है

बागेश्वर धाम वाले बाबा का सच क्या है महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री पर विवाद

आज के समय में कई लोग अंधविश्वास पर ज्यादा यकीन करने लगे हैं आज के सोशल मीडिया पर एक ऐसा सन्यासी जिसके बारे मे हर कोई बात कर रहा है सन्यासी का नाम है महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जो कि मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम में अपन तारवाला के श्री कृष्ण शास्त्री ने इंटरनेट की दुनिया में तहलका मचा रखा है

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कौन है

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कौन है – इनके बैकग्राउंड की बात करें तो इनके बैकग्राउंड में ऐसे कई लोग हैं जो उनका साथ देते हैं और उन पर यकीन करते हैं क्योंकि लाखों से भी ज्यादा उनके भक्त हैं यह सन्यासी लोगों की मन की बात बिना बताए जान लेते हैं यह उनकी खासियत है कि उनके भक्तों ने हनुमान जी का अवतार मानते हैं साहित्य महाराज के जीवन के बारे में पूरी जानकारी आज इस पोस्ट के द्वारा देने वाली हूं तो आइए यहां तक आप इतना समझ चुके हैं आगे और जाने की इन की बायोग्राफी के बारे में

महाराज वीरेंद्र शास्त्री का जन्म उम्र परिवार एवं शुरुआती जीवन

महाराज धीरेंद्र कृष्ण का जन्म 4 जुलाई 1996 को मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में हुआ था की एक जरा पंचगांव का एक ब्राह्मण घर में इनका जन्म हुआ था और उनके पिताजी की बात करें तो इनकी पिताजी का नाम रामकृपाल गर्ग और मां का नाम सरोज गर्ग है और साथ ही उनकी दादी और इनका छोटा भाई और बहन दोनों साथ हैं महाराज धीरेंद्र कृष्ण ने अपना शुरुआती जीवन गांव में ही बिताया है सबसे खास बात की है काफी गरीब परिवार के थे जिनके कारण उन्हें चोखो सुविधाओं से वंचित रहना पड़ा था इन्होंने अपने जीवन में काफी संघर्ष किए हैं महाराज धीरेंद्र कृष्ण को बचपन से ही आध्यात्मिक चीजों का काफी शौक था जिसकी शिक्षा उन्होंने अपनी दादाजी प्राप्त की है




महाराज धीरेंद्र शास्त्री की शिक्षा

महाराज धीरेंद्र कृष्ण ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव में एक किस स्कूल से प्राप्त की थी जहां पर बड़ी कक्षा में आने के बाद उन्होंने गांव से 5 किलोमीटर दूर की एक सरकारी स्कूल से अपनी पढ़ाई को जारी किया था इसके बाद उन्होंने कॉलेज में दाखिला लिया और वहां से उन्होंने अपना बीए कंप्लीट करके और धीरेंद्र शास्त्री का पढाई में बिल्कुल भी ध्यान नहीं था जिस कारण उन्होंने अपने दादा जी से महाभारत और रामायण भगवत कथा और पुराण के महाकाव्य की शिक्षा ली और फिर उन्होंने अपना दरबार लगाना शुरू कर दिया जिसके स्वरूप उन्होंने हनुमान जी की साधना करनी शुरू कर दी और उस समय से लेकर उन्होंने अपनी एक नए सिरे से सिद्धि प्राप्त कर ली

महाराज से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के गुरू के बारे में

सबसे जरूरी बात यह है कि महाराज दिल्ली कृष्ण की दादाजी भी बाबा की समाधि बागेश्वर धाम से की थी और इस दौरान यह पता चलता है कि सन्यासी बाबा के वंश से था जिन्होंने का तकरीबन 320 साल पहले समाधि ली थी और धीरेंद्र के दादाजी बहुत समय से बागेश्वर धाम की दरबार लगाया करते थे जिसे देखकर उनकी अंदर भी एक आस्था जागी जिसमें उन्होंने दरबार में अर्जी लगाई वह अपने परिवार की हालत से छुटकारा पाना चाहते हैं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कौन है 

दादाजी ने धीरेंद्र कृष्ण जी को अपना शिष्य बना लिया था और फिर उन्होंने इन शक्तियों के बारे में शिक्षा प्राप्त की और बागेश्वर धाम की सेवा करनी शुरू कर दी अब ऐसे में आप लोगों के मन में बागेश्वर धाम क्या है के बारे में यह सवाल तो जरूर आया होगा सबसे पहले मैं आपको बता दूं कि बागेश्वर धाम एक हनुमान मंदिर है

 जो कि मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है एक गांव है जिसमें मारा धीरेंद्र कृष्ण का जन्म भी हुआ था यहां पर उनके दादाजी ने समाधि की प्राप्ति की थी दुनिया भर के लोग यहां आते हैं और अपने नाम की अर्जी लगाते हैं यहां पर मंगलवार के अलावा कभी भी आज नहीं लगाई जाती क्योंकि यह दिन हनुमान जी का दिन होता है इसीलिए मंगलवार के दिन अर्जी लगाने के लिए चुना गया था जब नारियल को लाल कपड़े में बांधकर जरूर लाते हैं मान्यता है कि अगर जो कोई भी इस नारियल को उस मंदिर में बांधा जाता है उनकी मनोकामना जरूर पूरी होती हैं दीपिका लाखों लोग यहां मंगलवार को नारियल बांधने आते हैं और यहीं पर महाराज धीरेंद्र कृष्ण का यहां आकर लोग अपनी समस्याओं का समाधान ढूंढते हैं और साथ ही जब भी कोई बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने के लिए आता है तो उन्हें एक टोकन दिया जाता है बागेश्वर धाम की टोकन क्या होते हैं

बागेश्वर धाम की टोकन क्या होते हैं

कोई व्यक्ति यहां दर्शन के लिए आता है तो उन्हें एक सेवा समिति की तरफ से एक टोकन जारी किया जाता है जहां पर आप पहली बार मंदिर में दर्शन के लिए जाते हैं तो उसके लिए आपको टोकन लेना पड़ता है उसमें आपको कुछ अपनी इंफॉर्मेशन भी फ़िल करनी होती है

बागेश्वर धाम में दर्शन करने के लिए कैसे टोकन प्राप्त कर सकते हैं

यदि आप लोगों के मन में भी यह सवाल आया है कि यदि आप चाहते हैं कि बागेश्वर धाम मंदिर में जाना तो उसके लिए आप कैसे टोकन प्राप्त कर सकती है बागेश्वर धाम में जो टोकन दिए जाते हैं उनको दर्शन का महीना और तारीख लिखी जाती है वहां दर्शन कर सकते हैं इसके बाद आपकी अर्जी इस धाम में लगाई जाती है

घर बैठे कैसे लगाए अर्जी

 यह जानकारी केवल उन भक्तों के लिए है जो चाहते हैं कि घर बैठे अर्जी लगाना जो बागेश्वर धाम नहीं जा पाते तो उसके लिए आपको एक लाल कपड़े में नारियल को बांधना होगा आरती ओम बागेश्वर नमः का जाप करना होगा और उसके बाद मन में जो भी आपके सवाल है उन्हें बोलना है और फिर आपकी अर्जी लग जाएगी क्योंकि आपकी मनोकामना है वह भी पूरी हो जाएगी

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