क्या आप जानते हो की यह एक भारत सरकार द्वारा जारी किया गया एक वित्तीय उपकरण है जिसके माध्यम से लोग सोने के लिए निवेश कर सकते हैं। इसमें निवेशकों को सोने के मूल्य तथा ब्याज दर के आधार पर फायदा मिलता है। यह बॉन्ड भारत सरकार द्वारा जारी किया जाता है जिससे इसके लिए कोई क्रेडिट रिस्क नहीं होता है।
सोवरेन गोल्ड बॉन्ड की खरीदारी करने पर आपको सोने के असली मूल्य पर निवेश करने की जरूरत नहीं होती है। इसके साथ ही इसमें निवेश करने से सोने की रखरखाव की ज़रूरत नहीं होती है जो अन्य सोने के निवेश से अलग होता है। इसके अलावा, इसमें निवेश करने से आपको ब्याज दर भी मिलती है जो इसे अन्य सोने के निवेश से अलग बनाती है। इसके अलावा, यह निवेश आपको दस्तावेजों के उपयोग से नहीं किया जाता है, जो अन्य सोने के निवेश से भी अलग होता है।
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Sovereign Gold Bond क्या है
Sovereign Gold Bond क्या है-सुवेरन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) भारतीय सरकार द्वारा जारी किए गए एक प्रकार के सुरक्षित भंडारण आधारित आर्थिक मुद्रा हैं, जिसे गोल्ड इंगित करते हुए बनाया जाता है। यह एक सुरक्षित रूप से स्थानांतरित होने वाले आधार पर एक व्यक्ति के द्वारा खरीद किए जाने वाले सोने की मात्रा के आधार पर तैयार किया जाता है।
इस बॉन्ड का मूल्य सोने की मूल्य पर आधारित होता है, जो भारतीय बाजारों में लगातार बदलता रहता है। इन बॉन्डों का मुद्रास्फीति 8 से 16 साल होती है और उन्हें भारतीय सरकार की तरफ से वित्तीय संस्थाओं द्वारा जारी किया जाता है।
इन बॉन्डों को बाजार में आसानी से विक्रय किया जा सकता है, और ये निवेशकों को सुरक्षित रूप से सोने में निवेश करने का मौका देते हैं, वहीं निवेशकों को एक निश्चित ब्याज दर भी मिलती है।
Sovereign Gold Bond स्कीम क्या है
सोवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम एक सुरक्षित निवेश विकल्प है, जिसके तहत व्यक्ति सोने के माध्यम से निवेश कर सकते हैं। यह एक ऐसी स्कीम है जिसमें गोल्ड सोने के रूप में खरीदा जाता है और इसमें निवेशकों को एक निश्चित ब्याज दर भी मिलती है।
इस स्कीम के अंतर्गत, सरकार द्वारा जारी किए गए बॉन्ड को निवेशक खरीद सकते हैं और इन बॉन्डों की मुद्रास्फीति 8 से 16 साल तक होती है। निवेशकों को इन बॉन्डों के बेचने या खरीदने पर गोल्ड के मूल्य के बढ़ते और घटते अनुसार लाभ होता है।
इसके अलावा, इन बॉन्डों का ब्याज दर अन्य निवेश विकल्पों के मुकाबले अधिक होता है। इसके साथ ही, इन बॉन्डों को खरीदने के लिए निवेशकों को सोने के व्यापक भंडारण के लिए खर्च नहीं करना पड़ता है, जो अन्य सोने के निवेश विकल्पों के मुकाबले एक महत्वपूर्ण लाभ है।
क्या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड ट्रेडेबल है?
Sovereign Gold Bond क्या है-हाँ, सोवरेन गोल्ड बॉन्ड ट्रेडेबल है। निवेशक इन बॉन्डों को खरीदने के बाद अपनी इच्छा अनुसार इन्हें ट्रेड कर सकते हैं। इसके लिए, निवेशक को अपने बॉन्ड्स को एक ब्रोकर के माध्यम से बेचना और खरीदना होता है। इस प्रक्रिया में, ब्रोकर निवेशक के बॉन्डों को ट्रेड करने में मदद करता है और उसे ट्रेडिंग के दौरान देशी बाजार में उपलब्ध बोर्ड या एसईबी (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) जैसे विभिन्न वित्तीय बाजारों में बेचने के लिए समर्थन प्रदान करता है। इस प्रकार, सोवरेन गोल्ड बॉन्ड ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध होते हैं और निवेशक उन्हें नए निवेशकों को बेच सकते हैं या अपने निवेश पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए ट्रेड कर सकते हैं।
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Sovereign Gold Bond क्या फायदे हैं?
Sovereign Gold Bond क्या है-सोवरेन गोल्ड बॉन्ड के कुछ मुख्य फायदे निम्नलिखित हैं:
- सुरक्षित निवेश: सोवरेन गोल्ड बॉन्ड भारत सरकार द्वारा जारी की जाती है जिससे इसमें निवेश करने से निवेशकों को इसकी सुरक्षा का भरोसा होता है।
- गोल्ड पर मिलने वाला ब्याज: सोवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने से निवेशक को ब्याज की आय प्राप्त होती है जो निवेशकों के लिए एक अत्यंत लाभदायक विकल्प होता है।
- कपड़े या फिजिकल स्वरूप में नहीं: सोवरेन गोल्ड बॉन्ड एक डेमेट फॉर्म में होते हैं जिससे निवेशकों को इनको रखने या संभालने की ज़रूरत नहीं होती है। इससे निवेशकों को उनकी संपत्ति को लेकर उत्पन्न होने वाली तकलीफ से मुक्ति मिलती है।
- इनकी मुल्यवर्धिति: सोवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने से निवेशकों को उनके निवेश मूल्य के अलावा इनके मूल्य की वृद्धि का लाभ भी मिलता है। इससे निवेशकों को अधिक मुनाफा मिलता है।
Sovereign Gold Bond में ब्याज दर क्या है?
सोवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने पर ब्याज दर अलग-अलग सीरिज़ में निर्धारित की जाती है। ब्याज दर सीरिज़ के आधार पर भिन्न होती है जो इस प्रकार है:
गोल्ड बॉन्ड सीरीज़ 1, 2 और 3 में 2.50% प्रति वर्ष का ब्याज दर होता है।
गोल्ड बॉन्ड सीरीज़ 4 में 2.50% प्रति वर्ष का ब्याज दर होता है जो आधार कीमत पर 6 महीने के अंतराल पर भुगतान किया जाता है।
गोल्ड बॉन्ड सीरीज़ 5 में 2.50% प्रति वर्ष का ब्याज दर होता है जो आधार कीमत पर आधे साल के अंतराल पर भुगतान किया जाता है।
गोल्ड बॉन्ड सीरीज़ 6 में 2.50% प्रति वर्ष का ब्याज दर होता है जो आधार कीमत पर एक साल के अंतराल पर भुगतान किया जाता है।