AI ने दिखाया 391 साल पहले कैसे बना था ताज महल

ताजमहल के बारे में सब जानते है पर क्या आप यह जानते है कैसे बना ताजमहल    

AI की मदद से देख सकते है ताजमहल AI ने दिखाया 391 साल पहले कैसे बना था ताज महल

ताजमहल शाहजहां की तीसरी बेगम मुमताज महल की मज़ार है।

मुमताज़ महल (1 सितम्बर 1593 – 17 जून 1631) परसिया देश की राजकुमारी थी, जिन्होने भारत के मुग़ल शासक शाहजहाँ से निकाह किया.

ताजमहल के निर्माण में मुमताज़ महल का मकबरा मुख्य है. इसके मुख्य कक्ष में शाहजहाँ तथा मुमताज़ महल की नकली कब्र मौजूद है.

ताजमहल की AI द्वारा बनायी गयी तस्वीरें सोशल मिडिया पर काफी वायरल हो रही है 

इलाहाबाद कोर्ट में ताजमहल के बंद कमरों को खोलने की याचिका दायर की गई है। जिसमें ये कहा गया है कि, इसके 22 कमरे खुलवाये जाए और उनकी सही तरीके से जांच की जाए

सच्चाई – ऐसा कुछ नहीं है सूरज की रौशनी से ताजमहल चमकने लगता है और रात में चाँद की रौशनी से ताजमहल का रंग बदला हुआ नजर आता है.

सच्चाई – शाहजहाँ ने ताजमहल बनाने वाले मजदूरों को जिंदगीभर पगार देने का वादा किया और उन्हें काम ना करने की सलाह दी थी. एंव वह अपने वादे के अनुसार सभी मजदूरों को पगार देते थे.