सॉफ्टवेयर इंजीनियर से संत बने अमोघ लीला प्रभु हैं काफी एनर्जेटिक खाते है ऐसा खाना
अमोघ लीला वर्तमान समय में द्वारिका इस्कॉन के उपाध्यक्ष है,
साथ ही भगवत गीता के माध्यम से युवा पीढी को अध्यात्म मार्ग पर चलने के लिये प्रेरित कर रहे है
दुनिया में सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करने वाली संस्था है। चार सम्प्रदायों में एक है माधवाचार्य सम्प्रदाय जिसका हिस्सा है
अमोघ लीला प्रभु या अमोघ लीला दास का वास्तविक नाम आशीष अरोड़ा है, जिनका जन्म एक पंजाबी परिवार में हुआ था।
अमोघ दास की प्रारंभिक शिक्षा की बात करें तो मिजोरम, गंगटोक, आइजोल, दार्जिलिंग में उन्होंने अपनी स्कूल शिक्षा प्राप्त की।
सुबह के समय वह रोजाना फूट्स खाते है और हमारे शरीर में कुल पांच तत्व है अग्नि ,और जल , पृथ्वी , आकाश आदि
और ब्रेकफास्ट में अगर भूख लग जाती है तो नारियल या नारियल पानी साथ ही आवला पि लाते है
और उसी दौरान दोपहर में भूख लगती है तो वह भोजन करते रोटी -सब्जी के साथ
में शाम के समय में खिचड़ी लेता हूँ या फिर पोहा और छ बजे के बाद कुछ नहीं खाता हूँ