भारत के महान राजाओ का इतिहास और उनकी जीवन शैली

सम्राट अशोक  प्राचीन समय के सबसे प्राचीन वंश मौर्य वंश के तीसरे राज्य अशोक मौर्य विश्वप्रसिद और सबसे शक्तिशाली राजाओं में से एक थे. सम्राट मौर्य ने 269 से 232 ई.पू तक शासन किया था. मौर्य वंश का यह राजा ही एक ऐसा राजा था जिसने अखंड भारत पर राज किया था. भारत में मौर्य वंश की नींव रखने वाले इस राजा ने भारत के उत्तर में हिन्दुकुश से लेकर गोदावरी नदी तक राज्य का विस्तार किया था

शिवाजी महाराज शिवाजी भोंसले उर्फ़ छत्रपति शिवाजी महाराज एक भारतीय शासक और मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे। शिवाजी ने आदिलशाही सल्तनत की अधीनता स्वीकार ना करते हुए उनसे कई लड़ाईयां की थी। शिवाजी को हिन्दूओं का नायक भी माना जाता है। शिवाजी महाराज एक बहादुर, बुद्धिमान और निडर शासक थे। धार्मिक कार्य में उनकी काफी रूचि थी। रामायण और महाभारत का अभ्यास वह बड़े ध्यान से करते थे। वर्ष 1674 में शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक हुआ और उन्हें छत्रपति का ख़िताब मिला।

महाराणा प्रताप महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 ईस्वी को राजस्थान के कुंभलगढ़ दुर्ग में हुआ था। महाराणा प्रताप की जयंती विक्रमी संवत कैलेंडर के अनुसार प्रतिवर्ष ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष तृतीया को भी मनाई जाती है

चन्द्रगुप्त मौर्य विशाल मौर्य वंश के संस्थापक और मौर्य वंश का उदय करने वाले चंद्रगुप्त मौर्य एक बहुत ही विशाल साम्राज्य के सम्राट थे। और मौर्य वंश के विकास से लेकर के इसकी उदय होने तक की पूरा श्रेय सिर्फ चंद्रगुप्त मौर्य को ही जाता है। चंद्रगुप्त मौर्य भारत के प्राचीन समय में मौर्य वंश के संस्थापक कहा जाता था।

अकबर अकबर मुगल साम्राज्य के प्रथम और सबसे ऊँचे पद पर तबाह होने वाले शासक थे। वे 1556 से 1605 ईसवी के बीच शासन करते थे। अकबर महान भारत के तीसरे मुगल सम्राट थे, जिन्होंने 1556 से 1605 तक शासन किया था। उनका जन्म 1542 में हुआ था और वह दूसरे मुगल सम्राट हुमायूं के पुत्र थे। अकबर के नेतृत्व में, मुगल साम्राज्य दुनिया के सबसे बड़े और सबसे शक्तिशाली साम्राज्यों में से एक बन गया

समुद्रगुप्त गुप्त काल को भारत का स्वर्ण काल (Golden Era Of India) भी कहा जाता है क्योंकि इस काल में ही देश ने गणित, एस्ट्रो, साइंस आदि के क्षेत्र में बेहद तेजी से विकास किया।

 कृष्णदेवराय भारत के सर्वाधिक शक्तिशाली शासक कृष्ण देवराय (1509 ई.-1529 ई.) :- राजा कृष्ण देवराय के पूर्वजों ने एक महान साम्राज्य की नींव रखी जिसे विजयनगर साम्राज्य (लगभग 1350 ई. से 1565 ई.) कहा गया। देवराय ने इसे विस्तार दिया और मृत्यु पर्यंत तक अक्षुण बनाए रखा। विजयनगर साम्राज्य की स्थापना इतिहास की एक कालजयी घटना है। 'विजयनगर' का अर्थ होता है 'जीत का शहर'।

राजा चोला चोलवंश (Chola Dynasty) के महान शासक राजाराज चोल के धर्म और पहचान को लेकर विवाद शुरू हो गया है. राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित तमिल निर्माता निर्देशक वेटरीमारन ने ये कहकर विवाद को जन्म को दे दिया कि राजाराज चोल हिंदू राजा नहीं थे.