विशाखदत्त संस्कृत भाषा के उच्चकोटि के विद्वान थे।यूनानी राजदूत मेगस्थनीज ने चन्द्रगुप्त के दरबार में आकर तत्कालीन भारत की स्थिति का विवरण अपनी ‘इण्डिका’ नामक कृति में किया है।
प्लूटार्क और जस्टिन चंद्रगुप्त के अनुसार उसके कब्जे में पूरा भारत था। एचसी रॉयचौधरी के अनुसार, “चंद्रगुप्त मौर्य भारत में एक महान साम्राज्य के पहले historical founder हैं।