रमजान की शुरुआत कैसे हुई

रमजान की शुरुआत 9वीं हिजरी सन 2 हिजरी में हुई थी

पैगंबर मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम मक्का से हिजरत (प्रवास) करके मदीना पहुंचे थे।

मदीना में रहते हुए उन्हें अल्लाह की तरफ से रमजान के महीने में रोज़ा रखने का हुक्म मिला।

रोज़ा रखने की परंपरा इस्लाम से पहले भी मौजूद थी।

यहूदी और ईसाई धर्म में भी रोज़ा रखने का प्रावधान है।

रमजान के महीने में रोज़ा रखने का उद्देश्य आत्म-संयम, धैर्य

रोज़ा रखने से व्यक्ति अपने नफ्स (इच्छाओं) पर नियंत्रण रखना सीखता है

गरीबों और जरूरतमंदों की तकलीफों को समझ पाता है।

रमजान का महीना चांद के दिखने पर शुरू होता है।