इसरो का मून मिशन 'चंद्रयान 3' चांद के लिए उड़ान भर चुका है जानिए किस रहस्य से उठाएगा 'चंद्रयान 3' का मिशन

''चंद्रयान 3 एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है... लैंडिंग बहुत महत्वपूर्ण है हालही में कल यानी 14 जुलाई को लॉन्च हुआ और यह लोगो का यादगार दिन भी बन चूका है 

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, ''मोदी सराकर के 9 साल के कार्यकाल में अब हम केवल रॉकेट लॉन्च करने तक ही सीमित नहीं हैं

दुनिया अब नेतृत्व करने के लिए हमारी ओर देख रही है, पहले दुनिया हमें इस तरह नहीं देखती थी.''

देश के तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण के लिए उलटी गिनती शुरू हो गई है. चंद्रयान 3 को शुक्रवार (14 जुलाई) को श्रीहरिकोटा स्थित केंद्र से लॉन्च किया

 वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और चंद्रयान-3 मिशन के सफल प्रक्षेपण में शामिल सभी लोगों की जबरदस्त प्रतिभा, समर्पण, कौशल और कड़ी मेहनत की है 

अगर इस बार इस मिशन में सफलता मिलती है तो भारत ऐसी उपलब्धि हासिल कर चुके अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ जैसे देशों के क्लब में शामिल हो जाएगा.

 इसरो ने गुरुवार (13 जुलाई) को एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, 'एलवीएम3एम4-चंद्रयान-3 मिशन

चंद्रयान-3 मिशन में एक स्वदेशी प्रणोदन मॉड्यूल, लैंडर मॉड्यूल और एक रोवर शामिल है जिसका उद्देश्य अंतर-ग्रहीय अभियानों के लिए आवश्यक नई प्रौद्योगिकियों को विकसित करना और प्रदर्शित करना है.

शुक्रवार का मिशन एलवीएम3 की चौथी अभियानगत उड़ान है जिसका उद्देश्य ‘चंद्रयान-3’ को भू-समकालिक कक्षा में प्रक्षेपित करना है.