ज्येष्ठ पूर्णिमा कल है भूलकर न करें ये गलतियां,  पछताना पड़ सकता है

इस दिन धार्मिक कार्य पूजा अनुष्‍ठान, व्रत करने और दान पुण्‍य करने का विशेष महत्‍व होता है।

महिलाएं पति की दीर्घायु के लिए व्रत करती हैं और बरगद के पेड़ की पूजा करके प्रार्थना करती हैं।

पवित्र नदियों में स्नान करने और दान करने से मनुष्‍यों को शुभ फलों की प्राप्ति होती है

पवित्र नदियों में स्नान करने और दान करने से मनुष्‍यों को आपको यह ध्यान में रखना चाहिए कि आप अपवित्र स्थलों पर जाकर पवित्रता को दूषित न करें

जैसे कि गंगा नदी में अपवित्र स्थलों में स्नान न करें। और स्‍नान और दान 4 जून को किया जाएगा। 

ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन कुछ लोग निर्जला व्रत रखते हैं, जिसमें पूरे दिन भोजन और पानी का त्याग किया जाता है

देर तक सोना नहीं चाहिए विष्णु जी की पूजा करनी चाहिए 

ज्येष्ठ पूर्णिमा  के दिन प्याज , लसन का सेवन नहीं करना चाहिए 

इस दिन पूजा करते समय कला कपडा न धारण करे बल्कि लाल या पिले रंग के कपडे पहने