मुगलों के हरम में बड़ी संख्या में किन्नरों की तैनाती की जाती थी. किसी भी बाहर से आने वाले इंसान को लाना और उसे बाहर तक छोड़ना, उनकी जिम्मेदारी का अहम हिस्सा था
अकबर के हरम में 5 हजार औरते थीं. उसने हर को इतना व्यवस्थित कर रखा था कि हरम को कई हिस्सों में बांट दिया था. किसी तरह की कोई कलह न हो इसके लिए दरोगा की नियुक्ति भी की गई थी
जब भी हरम में कोई नई लड़की आती थी तो उससे बाहरी दुनिया से सम्बंध न रखने की बात कही जाती थी. बादशाह की मौत के बाद भी हरम को न छोड़ने का नियम बना हुआ था.