इस रमजान ये नात शरीफ जरूर सुने सुनकर आँखों में झलकेंगे आंसू

यार इधर आओ वो देखो रमजान का चांद नजर आ गया!! मजान के रोज ऐ, दिल झूम झूम जाए!

बच्चा - उफ्फू तुम्हें किया हुआ मुज्जमिल, तुम क्यों उदास बैठे हो, किया बताओ यार, मेरी मां तो मुझे कभी भी रोजा नहीं रखने देती।

नबी रमजान का चाँद है नज़र आया दिलों में उमंगों का तूफ़ान आया

माह ए रमज़ान तुझे सलाम

रमज़ान प्यारा लगता है

रमज़ान आया रहमतें लाया

में भी रोजा रखुगा या अल्लाह तौफीक दे

रहमतें रब की लुटाने माह-ए-रमज़ाँ आया

आया है रमजान जाग उठा ईमान हर नेकी आजाद है और कैद हुआ शैतान

सहबा आओ हम सब मिलकर इस महीने को अच्छे से बिताएं