मुग़ल साम्राज्य के 10 प्रमुख बादशाह कौन थे जानिए कैसा था इनका व्यवहार

बाबर (1526-1530): मुग़ल साम्राज्य के संस्थापक और पहले बादशाह बाबर थे। उन्होंने दिल्ली सल्तनत के बाद भारत में अपनी सत्ता स्थापित की

हुमायूँ (1530-1540, 1555-1556): बाबर के पुत्र हुमायूँ ने मुग़ल साम्राज्य का कायम रखने के लिए कठिनाइयों का सामना किया। वह दो बार ताजपोशी करने के बाद उत्तर भारत में अपनी सत्ता स्थापित कर सके।

अकबर (1556-1605): अकबर ने मुग़ल साम्राज्य की सर्वाधिक प्रमुखता प्राप्त की। उन्होंने समग्र भारत को एकीकृत करने के लिए अनेक नीतियों और कानूनों का अवलंबन कियाv

जहांगीर (1605-1627): जहांगीर बादशाह रंगीला के नाम से प्रसिद्ध हैं। उन्होंने साहित्य, कला, और साम्राज्यिक व्यापार में रुचि रखी थी।

शाहजहाँ (1628-1658): शाहजहाँ को ताजमहल के निर्माण के लिए विख्यात होने का श्रेय दिया जाता है। उनका शासनकाल भारतीय इतिहास में मुग़ल साम्राज्य की शानदार संस्कृति की एक महत्वपूर्ण अवधि थी।

आलमगीर (1658-1707): आलमगीर का असली नाम औरंगजेब था। वह मुग़ल साम्राज्य का अंतिम प्रमुख बादशाह थे। उनके शासनकाल में साम्राज्य में विवाद, धार्मिक असन्तोष, और सत्ताधारी नीतियों के चलते कठिनाइयाँ उत्पन्न हुईं।

बहादुर शाह जफ़र (1707): आलमगीर के बाद, मुग़ल साम्राज्य का क्षीणतापूर्ण शासन संभव नहीं हुआ और संकट आ गया। उनकी शासनकाल बहुत ही छोटी रही।

फ़िरोज़ शाह (1713-1719): फिरोज शाह बादशाह के रूप में कुछ समय के लिए अभिभूत हुए, लेकिन उनकी शासनकाल भी काफी कम थी।

मुहम्मद शाह रंगीला (1719-1748): मुहम्मद शाह रंगीला ने आलमगीर के बाद मुग़ल साम्राज्य के शासन की दृढ़ता का प्रतीकभूत था। उनके शासनकाल में कला, संगीत, और साहित्य में विकास हुआ।

अहमद शाह अब्दाली (1748-1754): अहमद शाह अब्दाली अफगान साम्राज्य से आक्रमण के दौरान दिल्ली में सत्ता स्थापित करने का प्रयास किया था।