आर्टिफिशियल स्वीटनर कितना स्वीट और कितना जहर, खाने से पहले जानले इसके फायदे और नुक्सान

आर्टिफिशियल स्वीटनर एक प्रकार का वाणिज्यिक उत्पाद होता है जो मिठास को खाद्य पदार्थों में बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है।

यह मुख्य रूप से उपयोग मिठाई, बेकरी उत्पादों, सोडा, नमकीन और अन्य प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों में किया जाता है।

आर्टिफिशियल स्वीटनर में उपयोग होने वाले यांत्रिक मिश्रण मिठास को प्राप्त करने के लिए बनाए जाते हैं, लेकिन इनमें वास्तविक चीनी के तुलना में कम कैलोरी होती है।

कुछ प्रसिद्ध आर्टिफिशियल स्वीटनरों में सक्सरीन, अस्पार्टेम, सुक्रलोज, निसल्ट्रैम, अच्छरेतिन, माल्टिटोल और सोर्बिटॉल शामिल हैं।

कुछ प्रसिद्ध आर्टिफिशियल स्वीटनरों में सक्सरीन, अस्पार्टेम, सुक्रलोज, निसल्ट्रैम, अच्छरेतिन, माल्टिटोल और सोर्बिटॉल शामिल हैं।

आर्टिफिशियल स्वीटनर सामान्य चीनी से 1000 से 3000 गुणा तक अधिक मिठास तो देते हैं, लेकिन इनका प्रयोग कई खतरनाक बीमारियों का शिकार भी बना सकता है।

कुछ लोगों को स्वीटनर्स के उपयोग से संबंधित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जैसे कि पेट में अपच, गैस, उच्च रक्तचाप, शरीर में तंत्रिका संताना यंत्र को प्रभावित करने का संकेत, आहार की इच्छा में वृद्धि, आदि।

डायबिटीज रोगियों के लिए उपयोगी सामान्य आर्टिफिशियल स्वीटनर्स में सक्सरीन, अस्पार्टेम, सुक्रलोज, निसल्ट्रैम, अच्छरेतिन, और इक्वल शामिल होते हैं।

इन स्वीटनर्स का उपयोग विशेषज्ञों द्वारा सलाहित रूप से किया जाता है और इनकी उचित मात्रा के बारे में दिशानिर्देशों का पालन किया जाना चाहिए।