शब-ए-बारात क्यों मनाई जाती है

शबे बारात कब है

शब-ए-बारात का मतलब

शब-ए-बारात का महत्व

शब-ए-बारात ईस्लामी कैलेंडर के महीने शबान की चौथी रात को मनाई जाती है। इस रात को मुस्लिम समुदाय अलविदा अता करने वाले महीने रमजान की तैयारी के लिए खर्च करते हैं।

शब-ए-बारात का मतलब होता है “रात के खजाने” या “माफ़ी की रात”. इस रात को भीड़ भरी जगहों पर लोग आमंत्रित होते हैं और दुआओं की मांग करते हैं। इस रात को इबादत की रात माना जाता है और लोग अल्लाह से बख्शिश मांगते हैं।

इस रात को मनाने का एक और कारण यह है कि इस रात को मान्यता है कि अल्लाह लोगों के नाम लिखते हैं जो उनके आगे से गुजरते हैं और उन्हें बख्शिश देते हैं। इस रात को याद करने के लिए लोग अपने अपने पूर्वजों की दुआओं को भी याद करते हैं

Our Website @Jugadme.in Contact Us

+91 93552 61428