खुशबू से खुशनुमा तुम आज भी होते होगे  जब भी मेरे प्यार की निशानी “गुलाब” को  तुम अपनी डायरी में महकता देखते होगे काश वो समझते इस दिल की तड़प को, तो यूं हमें रुसवा ना किया होता, उनकी ये बेरुखी भी मंज़ूर थी हमें, बस एक बार हमें समझ लिया होता! हैप्पी रोज़ डे।