सोवियत संघ का विघटन कैसे हुआ- सोवियत संघ के विघटन को जन्म दिया। 1990 और 1991 में, सोवियत संघ के कई गणतंत्रों ने स्वतंत्रता की घोषणा की। 25 दिसंबर 1991 को, सोवियत संघ का अस्तित्व समाप्त हो गया। सोवियत संघ के विघटन ने दुनिया की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ का प्रतिनिधित्व किया। यह शीत युद्ध का अंत था और एक नए युग की शुरुआत थी।
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सोवियत संघ का विघटन कैसे हुआ – How did the Soviet Union disintegrate
आर्थिक संकट- Economic Crisis
सोवियत संघ का अर्थव्यवस्था 1980 के दशक के अंत तक गंभीर रूप से संकटग्रस्त हो गई थी। उत्पादन में गिरावट, मुद्रास्फीति में वृद्धि और खाद्य और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कमी जैसी समस्याएं बढ़ रही थीं। इसने सोवियत लोगों में असंतोष पैदा किया और संघ की एकता को कमजोर किया।
राजनीतिक उदारीकरण- Political liberalization
सोवियत संघ का विघटन कैसे हुआ- सोवियत संघ के तत्कालीन राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव ने 1985 में सत्ता संभालने के बाद आर्थिक और राजनीतिक सुधारों की एक श्रृंखला शुरू की। इन सुधारों ने सोवियत लोगों को अधिक स्वतंत्रता और अधिकार प्रदान किए, लेकिन उन्होंने संघ की एकता को भी कमजोर किया।
राष्ट्रीयतावाद- Nationalism
सोवियत संघ में कई अलग-अलग राष्ट्रीयताएं थीं, जिनमें से प्रत्येक की अपनी अलग पहचान और संस्कृति थी। गोर्बाचेव के सुधारों ने इन राष्ट्रीयताओं में बढ़ती स्वायत्तता और स्वतंत्रता की इच्छा को जन्म दिया।
सोवियत संघ के विघटन का कारण
सोवियत संघ की स्थापना 1922 में हुई थी, जब रूसी सोवियत संघीय समाजवादी गणराज्य, यूक्रेनी सोवियत संघीय समाजवादी गणराज्य, बेलारूसी सोवियत संघीय समाजवादी गणराज्य, ट्रांसकाकेशिया के सोवियत समाजवादी गणराज्यों (जॉर्जियाई, आर्मेनियाई और अज़रबैजानी एसएसआर) और तुर्कमेन सोवियत समाजवादी गणराज्य ने एक संघ बनाया। 1922 से 1991 तक, सोवियत संघ में 15 गणराज्य शामिल थे। Z
सोवियत संघ एक साम्यवादी राज्य था, जिसका अर्थ है कि इसका अर्थव्यवस्था और सरकार साम्यवाद के सिद्धांतों पर आधारित थी। साम्यवाद का सिद्धांत यह है कि उत्पादन के साधन सभी लोगों के स्वामित्व में होने चाहिए और उत्पादन का उद्देश्य लोगों की जरूरतों को पूरा करना होना चाहिए। सोवियत संघ एक शक्तिशाली सैन्य और आर्थिक शक्ति था। इसने शीत युद्ध के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ प्रतिस्पर्धा की, जो दुनिया के दो प्रमुख महाशक्तियों में से एक था। सोवियत संघ ने अंतरिक्ष अन्वेषण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। सोवियत संघ का विघटन 1991 में हुआ। सोवियत संघ के विघटन के कई कारण थे, जिनमें आर्थिक संकट, राजनीतिक उदारीकरण और बढ़ती राष्ट्रीयतावाद शामिल थे। सोवियत संघ के विघटन ने दुनिया की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ का प्रतिनिधित्व किया। यह शीत युद्ध का अंत था और एक नए युग की शुरुआत थी। सोवियत संघ का विघटन कैसे हुआ
सोवियत संघ की विशेषताएं
- सोवियत संघ एक साम्यवादी राज्य था, जिसका अर्थ है कि इसका अर्थव्यवस्था और सरकार साम्यवाद के सिद्धांतों पर आधारित थी। साम्यवाद का सिद्धांत यह है कि उत्पादन के साधन सभी लोगों के स्वामित्व में होने चाहिए और उत्पादन का उद्देश्य लोगों की जरूरतों को पूरा करना होना चाहिए।
- सोवियत संघ यूरेशिया में स्थित था, जो दुनिया का सबसे बड़ा महाद्वीप है। सोवियत संघ का क्षेत्रफल 22,402,200 वर्ग किलोमीटर था, जो इसे दुनिया का सबसे बड़ा देश बनाता था।
- सोवियत संघ में 15 गणराज्य शामिल थे, जिनमें से प्रत्येक का अपना संविधान और सरकार थी। हालांकि, सभी गणराज्य सोवियत संघ के संविधान के अधीन थे।
- सोवियत संघ एक शक्तिशाली सैन्य और आर्थिक शक्ति थी। इसने शीत युद्ध के दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ प्रतिस्पर्धा की, जो दुनिया के दो प्रमुख महाशक्तियों में से एक था। सोवियत संघ ने अंतरिक्ष अन्वेषण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
Q:- सोवियत संघ का विघटन कैसे हुआ था?
सोवियत संघ का अर्थव्यवस्था 1980 के दशक के अंत तक गंभीर रूप से संकटग्रस्त हो गई थी।
Q:- सोवियत संघ का दूसरा नाम क्या है?
सोवियत समाजवादी गणतंत्रों का संघ