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जीरो बजट (Zero Budget) खेती क्या है
जीरो बजट खेती एक ऐसी खेती है जिसमें किसान अपनी फसल उत्पादन के लिए कम खर्च करता है या फिर बिना किसी खर्च के फसल उत्पादित करता है। इसके लिए किसान को कुछ उपायों का पालन करना होता है:
- बेहतरीन बीज चुनना: किसान को उन बीजों को चेक करना चाहिए जो उसके क्षेत्र में अच्छे से उत्पन्न होते हैं और कम कीमत में प्रोडूसेड होते हैं।
- उत्तम खाद: किसान को उत्तम खाद का उपयोग करना चाहिए जो उसे कम खर्च में उपलब्ध होती हो। खाद के रूप में कंपोस्ट, गोबर, टी बग की खाद और विभिन्न खाद का उपयोग किया जा सकता है।
- बिना खर्च की खेती: किसान को अपनी खेती में बिना खर्च की तकनीकों का उपयोग करना चाहिए जैसे कि जल संरचना तकनीक, समुद्री जल तकनीक आदि। इससे उसे कम खर्च में फसल प्रोडूसेड करने में सफलता मिलती है।
- समय पर फसल लगाना: किसान को फसल लगाने का सही समय जानना चाहिए जिससे उसे फसल की प्रभावी प्रोडक्टिविटी मिलती है।
Zero Budget Natural Farming क्यों जरूरी है
Zero Budget Natural Farming जरूरी है क्योंकि इसके कई फायदे होते हैं:
- अधिक प्रोडक्टिविटी : बैक्टीरिया रिकॉर्ड कण्ट्रोल परआधारित एग्रीकल्चर में बायोडाइवर्सिटी को बढ़ावा देने से मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ती है, जिससे उत्पादकता भी बढ़ती है।
- सस्ता उत्पादन: जीवाणु रिकॉर्ड कण्ट्रोल पर आधारित एग्रीकल्चर में किसान जैविक खाद और बीजों को खुद यील्ड कर सकते हैं, जिससे खर्च कम होते हैं और उत्पादन सस्ता होता है।
- प्रकृति के साथ संतुलित रहना: जीवाणु रिकॉर्ड कण्ट्रोल पर आधारित एग्रीकल्चर में किसान प्रकृति के साथ संतुलित रहते हैं और जड़ी-बूटियों, प्राकृतिक जीवों और जलवायु के अनुसार एग्रीकल्चर का प्रबंधन करते हैं।
- स्थायित्व और संवेदनशीलता: जीवाणु विक्रमी नियंत्रण पर आधारित एग्रीकल्चर में फ्रेंडली कृषि व्यवस्था बनाई जाती है जो कि दूरबिलिटी और सेंसिटिविटी बढ़ाती है।
Zero Budget Natural Farming का महत्व
जीरो बजट प्राकृतिक खेती का महत्व बहुत बड़ा है क्योंकि यह एक हेअल्थी, सेंसिटिव और वातावरण के लिए फ्रेंडली तरीके से खेती करने का एक ऑप्शन है। इसमें किसान बिना किसी नए खर्च के अपने खेत को अधिक उत्पादक बना सकता है।
इसके अलावा, जीरो बजट प्राकृतिक खेती के निम्नलिखित महत्वपूर्ण फायदे हैं:
- उत्पादकता का वृद्धि: जीरो बजट नेचुरल खेती में किसान को खर्च करने की जरूरत नहीं होती है, जिससे उत्पादकता का विकास होता है।
- बायोडाइवर्सिटी की बढ़ती संरक्षा: जीरो बजट नेचुरल खेती में जलवायु एवं बैक्टीरिया रिकॉर्ड कण्ट्रोल पर आधारित खेती की जाती है जो कि खेती की बायोडायवर्सिटी को सुरक्षित रखता है।
- जल संरक्षण: जीरो बजट नेचुरल खेती में खेती के लिए ज्यादा से ज्यादा जल संरचना का उपयोग किया जाता है। इससे जल संरक्षण के साथ साथ जल लेवल भी बढ़ता है।
जीरो बजट खेती के स्तंभ (Pillars of Zero Budget Farming)
जीरो बजट खेती या जीवाणु विक्रमी नियंत्रण पर आधारित शेती के चार स्तंभ निम्नलिखित हैं:
- बीजावस्था विकास (Seed Treatment and Development) – इसमें बीजों की प्रोडूस , उनका स्टोरेज, बीजों के प्रॉपर तैयारी और उन्हें जीवाणु रिकॉर्ड रोगों से बचाने के लिए उन्हें स्पेसिफिक विधियों से उपचार करने के तरीके शामिल होते हैं।
- जैविक खाद उत्पादन (Production of Organic Manure) – इसमें जैविक खाद के स्टोरेज, प्रोडक्शन और उनके उपयोग के तरीके शामिल होते हैं। जीवाणु रिकॉर्ड नियंत्रण पर आधारित एग्रीकल्चर में, जैविक खाद से भरपूर मिट्टी के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
- जल व्यवस्था (Water Management) – इसमें जल स्टोरेज, जल फैलाव , जल सफाई और जल उपयोग के तरीके शामिल होते हैं। जल अरेंजमेंट के माध्यम से एग्रीकल्चर की उत्पादकता में सुधार होता है।
किसानो को कैसे होगा लाभ
जीरो बजट प्राकृतिक खेती के अनुसार खेती करने से किसानों को निम्नलिखित लाभ हो सकते हैं:
- कम लागत: जीरो बजट नेचुरल खेती में कम से कम खर्च होता है क्योंकि यह खेती बिना किसी जहरीले कीटनाशक या उर्वरक के होती है।
- उत्पादकता का वृद्धि: इस तकनीक में खेती की उत्पादकता बढ़ती है क्योंकि यह जलवायु एवं मिट्टी के अनुकूल होती है।
- अधिक मूल्य: जीरो बजट नेचुरल खेती से उत्पादित खेती उत्पादों में अधिक मूल्य होता है क्योंकि इन उत्पादों की मांग अधिक होती है।
- स्वास्थ्यपूर्ण खाद्य सामग्री: जीरो बजट प्राकृतिक खेती में उत्पादित खाद्य सामग्री अधिक हेअल्थी होती है क्योंकि इसमें किसी जहरीले कीटनाशक या उर्वरक का उपयोग नहीं होता है।
- जल संरक्षण: इस तकनीक में जल संरक्षण का भी ध्यान रखा जाता है, जो किसानों को जल संबंधी लाभ प्रदान करता है।
नेचुरल खेती के फायदे
नेचुरल खेती, जो जीरो बजट खेती भी कहलाती है, एक हेअल्थी, संरक्षण-सम्बन्धी और आर्थिक रूप से सही तरीके से खेती करने का एक विकल्प है। निम्नलिखित हैं नेचुरल खेती के फायदे:
- स्वास्थ्यपूर्ण खाद: नेचुरल खेती में नेचुरल खाद का उपयोग किया जाता है जो फसलों को अधिक पोषण प्रदान करता है और फसलों में विटामिन एवं मिनरल्स का रिच सोर्स होता है।
- वातावरण के साथ संवेदनशील खेती: नेचुरल खेती में जलवायु और वातावरण को संरक्षित रखने के लिए कुछ खेती तकनीकों का उपयोग किया जाता है जो पर्यावरण को अधिक प्रोटेक्टेड रखते हुए प्रतिकूल परिणामों को कम करते हैं।
- प्रोटेक्टेड पोषण: नेचुरल खेती में विभिन्न प्रकार के खादों का उपयोग किया जाता है जो फसलों को नुट्रिशन प्रदान करते हैं और फसलों के प्रदर्शन को बेहतर बनाते हैं।
Zero Budget Natural Farming के लिए सरकारी योजनाएं
भारत सरकार ने कुछ योजनाएं शुरू की हैं जो जीरो बजट नेचुरल खेती को बढ़ावा देने के लिए हैं। कुछ सरकारी योजनाओं के नाम निम्नलिखित हैं:
- प्रमुखमंत्री किसान सम्मान निधि योजना: इस योजना के इंटरनल, किसानों को हर वर्ष 6000 रुपये की सहायता प्रदान की जाती है। इसके लिए, किसानों को ऑनलाइन रजिस्टर्ड होना होगा।
- कृषि ऋण माफी योजना: इस योजना के तहत, किसानों को उनके कृषि ऋणों का माफी कर दिया जाता है। इस योजना का लाभ सभी बैंकों में आसानी से उपलब्ध होता है।
- प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना: इस योजना के तहत, किसानों को उनकी खेती के लिए जल संसाधनों का उपयोग करने के लिए सहायता प्रदान की जाती है। इसके तहत, नल से जल योजना, झील-संरचना योजना और बुंदेलखंड पहल जैसी कई उपयोगी योजनाएं हैं।
Zero Budget Natural Farming के घटक
जीरो बजट प्राकृतिक खेती के घटक निम्नलिखित हैं:
- जैविक खेती: जीरो बजट नेचुरल खेती में, कीटाणु नाशक, केमिकल खाद और हार्मोन जैसे रसायनों का उपयोग नहीं किया जाता है। इसके बजाय, जैविक खेती तकनीक का उपयोग किया जाता है जो Natural खाद, जैविक जीवाणु और पौधों के रोगों के लिए जैविक उपचार करती है।
- संरक्षित बीज: जीरो बजट नेचुरल खेती में, बुआई के लिए प्रोटेक्टेड बीज का उपयोग किया जाता है जो स्थानीय जैविक जीवाणुओं के साथ संपर्क में रहते हैं और रेजिस्टेंस क्षमता बढ़ाते हैं।
- स्थानीय जीवाणुओं का उपयोग: जीरो बजट नेचुरल खेती में, स्थानीय जीवाणुओं के उपयोग से उपज को सेफ किया जाता है। इसमें शामिल होते हैं खेती में नेचुरल रूप से मौजूद जीवाणुओं के बढ़ावे और जैविक खेती तकनीकों के उपयोग से पौधों को रोगों से बचाने के लिए उपयोगी जीवाणु स्वस्थ प्रकृति से जुड़ी एक संतुलित वातावरण बनाते हैं।
FAQs.
Q. जीरो बजट नेचुरल फार्मिंग क्या होती है?
A. जीरो बजट नेचुरल फार्मिंग एक प्रकार की खेती है जिसमें किसानों को किसी भी प्रकार के कीटाणुनाशक और केमिकल का उपयोग नहीं करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसके बजाय, यह जैविक उत्पादों और जैविक तत्वों के उपयोग पर आधारित होती है।
Q. जीरो बजट नेचुरल फार्मिंग की तकनीक क्या होती है?
A. जीरो बजट नेचुरल फार्मिंग तकनीक में, प्राकृतिक तरीकों से फसलों की उत्पादनता को बढ़ाने के लिए उपयोग किये जाने वाले तत्वों में जैविक खाद, जैविक जीवाणु और प्राकृतिक बीज शामिल होते हैं।
Q. जीरो बजट नेचुरल फार्मिंग क्या फायदे हैं?
A. जीरो बजट नेचुरल फार्मिंग के फायदे कई होते हैं, जैसे कि अधिक उत्पादनता, स्थायित्व और जैविक विविधता जैसे। इस तकनीक का उपयोग करने से बुआई और खर्चों में कमी आती है और फसलों के नुकसान कम होते हैं
निष्कर्ष
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