Saturday, April 27, 2024
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गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है और इसका इतिहास





गुड फ्राइडे एक धार्मिक त्यौहार है जो ईसाई धर्म के लोगों द्वारा मनाया जाता है। यह त्योहार प्रति वर्ष ईसाई धर्म के सबसे बड़े त्योहारों में से एक होता है और इसे ईसाई धर्म के महान पुरुष यीशु मसीह की मृत्यु की याद में मनाया जाता है। इस दिन ईसाई लोग चर्च जाते हैं, प्रार्थनाएं करते हैं और परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताते हैं। यह त्योहार नवंबर के अंत में शुक्रवार को मनाया जाता है।

गुड फ्राइडे क्या है 

गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है – गुड फ्राइडे एक ईसाई लोगो द्वारा मनाया जाने वाला त्यौहार है जो यीशु के सुल्हि पर चढ़ने और कलवारी में उनकी मृत्यु की याद में मनाया जाने वाला पर्व है. गुड फ्राइडे एक पर्व है जिसे यीशु मशी के शौक के रूप में मनाया जाता है. यह पर्व ईसाई धर्म के लोगो के द्वारा प्रति वर्ष मनाया जाने वाला पर्व है।

सभी धर्मों की तुलना में ईसाई धर्म के लोग पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा फैले हुए हैं. यह पर्व उन जगहों पर मनाया जाता है जहाँ पर ईसाई धर्म के लोग रहते करते हैं और भारत में भी कई ईसाई लोग रहते है इसलिए भारत देश में भी यह पर्व मनाया जाता है.

माना जाता है कि इस दिन ईसामसीह ने कई सारी दर्द और यातनाएं सहते हुए अपने प्राणो को त्याग दिया था। ईसामसीह नें धरती पर हो रहे अत्याचारो और पापो को कम करने के लिए धरती पर जन्म लिया था और इसके लिए उन्होंने अपने शरीर का बलिदान भी दे दिया था इसीलिए गुड फ्राइडे को कई जगहों पर छुट्टी भी दी जाती है और इस दिन को ब्लैक डे और ग्रेट फ्राइडे के नाम से बुलाया जाता है.

गुड फ्राइडे का महत्व

गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है – यह दिन ईसाई धर्म के लोगो के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण होता है. इस दिन ईसाई धर्म के लोग इस दिन प्रभु ईसामसीह के बलिदान के लिए अपनी भावनाये व्यक्त करते हैं. कुछ ईसाई धर्म के लोग प्रभु ईसामसीह के लिए व्रत भी रखते है और प्रार्थना करते हैं तो कुछ लोग सिर्फ प्रार्थना करते हैं. यह दिन प्रभु यीशु के द्वारा दिए गए उपदेशों, वचनों और शिक्षाओं को याद करते हुए उन्हें अपने जीवन में उतरने के लिए तथा उस पर अमल पाने के लिए मनाया जाता है और कई सरे लोगो को भी प्रेरित किया जाता है की कई लोग उनके द्वारा दिए गए उपदेशो का पालन कर सके और उनके द्वारे दिखाए गए रस्ते पर चल सके।

गुड फ्राइडे के दुसरे नाम क्या हैं

गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है – देखा जाये तो गुड फ्राइडे को कई नमो से जाना जाता है . गुड फ्राइडे को होली फ्राइडे, ब्लैक फ्राइडे और ग्रेट फ्राइडे जैसे नामो से भी जाना जाता है.

यह त्यौहार ईसाई धर्म के लोगों द्वारा कैलवरी में ईसा मसीह को सलीब पर चढ़ाने के कारण होने वाली मृत्यु के मनाया है. यह त्यौहार पवित्र सप्ताह के दौरान मनाया जाता है.

गुड फ्राइडे क्यों मनाते है

गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है – गुड फ्राइडे का मनाना ईसाई धर्म के अनुयायियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इस दिन यीशु मसीह की मृत्यु का जश्न मनाया जाता है। गुड फ्राइडे का नाम उस दिन के क्रूसीफिक्शन से आया है, जो ईसाई धर्म में यीशु मसीह की मृत्यु को संदर्भित करता है। इस दिन, यीशु मसीह को दो लोगों के बीच एक विधवा जंगल में एक लम्बे आधार पर क्रूस पर चढ़ाया गया था और उसकी मृत्यु कर दी गई थी। गुड फ्राइडे को लोग यीशु मसीह की मृत्यु के अवसर पर उनके बलिदान की याद में मनाते हैं और उनके इस बलिदान का सम्मान करते हैं।

ईसाई धर्म के प्रवर्तक ईसा मसीह का जन्म रोमन साम्राज्य के गैलिली प्रान्त के नजरथ में हुआ था. ईसामसीह युवावस्था में आने पर लोगों को शांति, मानवता, भाईचारा, धर्म, आस्था एवं एकता आदि का उपदेश देने लगे. प्रभु ईसामसीह की लोकप्रियता समय के साथ साथ धीरे धीरे बढ़ती चली गयी।



वे खुद को परमपिता परमेश्वर का पुत्र बताते थे और धर्मस्थापना की बात करते थे. ईसामसीह अंधविश्वास फैलाने वाले धर्मगुरुओं को मनुष्य का शत्रु बताया.

गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है – सारे धर्मगुरु में ईसामसीह के उपदेश से परेशान थे तो सभी ने मिलकर रोम के शासक पिलातुस को इसकी शिकायत की कि ईसामसीह खुद को ईश्वर का पुत्र बताना पाप है. पिलातुस ने प्रभु ईसामसीह पर राज्य और धर्म की अवमानना का आरोप लगाते हुए क्रूस में लटककर मृत्यु दंड देने का आदेश कर दिया. जिस दिन ईसामसीह को क्रूस पर लटकाया गया था उसी दिन को हर वर्ष उसी दिन को गुड फ्राइडे मनाया जाता है.

गुड़ फ्राइडे इतिहास

गुड फ्राइडे ईसाई धर्म का एक महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार है जो यीशु मसीह की मृत्यु के दिन मनाया जाता है। इस दिन के मौके पर यीशु मसीह की मृत्यु को याद करने के साथ-साथ, इस दिन के संदर्भ में कुछ ऐतिहासिक घटनाएं हैं जिनसे गुड फ्राइडे के महत्व का पता चलता है।

गुड फ्राइडे का नाम गुड के शब्द से आता है, जिसका अर्थ होता है ‘अच्छा’ या ‘सुंदर’। इस दिन यीशु मसीह को उनके शिष्य जुड़ास ने बेच दिया था, जिससे यीशु मसीह की मृत्यु का इतिहासिक घटना हुआ था। इसलिए यह दिन “गुड” यानी सुंदर माना जाता है।

यह त्योहार ईसाई धर्म के अनुयायियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है जो यीशु मसीह की मृत्यु को याद करते हुए प्रार्थना करते हैं। इस दिन ईसाई धर्म के लोग चर्च में जाकर यीशु मसीह के बलिदान को याद करते हैं और अपनी दुःखों और कष्टों को उन्हीं पर छोड़ते हैं। इस दिन के संदर्भ में, अनेक महत्वपूर्ण घटनाएं हैं

गुड फ्राइडे से क्या संदेश प्राप्त होता है

गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है – गुड फ्राइडे एक धार्मिक त्यौहार है जो ईसाई धर्म के अनुयायियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह त्योहार यीशु मसीह की मृत्यु के अवसर पर मनाया जाता है जो ईसाई धर्म के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस दिन यीशु मसीह की मृत्यु की याद में ईसाई लोग प्रार्थना करते हैं और एक दूसरे के साथ विश करते हैं।

इस दिन का संदेश है कि हमें दुःख और कष्ट को सहना चाहिए, क्योंकि यह जीवन का एक हिस्सा है, लेकिन हमें उस दुःख के बीच भी उम्मीद और आनंद को खोजना चाहिए। गुड फ्राइडे के मौके पर, ईसाई धर्म के लोगों को यह याद दिलाया जाता है कि यीशु मसीह उनके बलिदान को स्वीकार करते हैं और उन्हें उनकी जीवन की प्रत्येक समस्या से निकालने में मदद करते हैं।

गुड फ्राइडे कैंसे मनाया जाता है

गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है – कुछ सारे लोग इस दिन व्रत रखते हैं तो कई लोग इस दिन से लेकर 40 दिन तक उपवास रखते हैं. इस दिन को तथा पूरे हफ्ते को शुभ माना जाता है परन्तु इस दिन किसी प्रकार का कोई उत्सव या सेलिब्रेशन नहीं मनाया जाता क्योंकि इस दिन ईसामसीह की मृत्यु हुई थी इसलिए इस दिन शौक माना जाता हैऔर इस दिन लोग चर्च में इकट्ठे होकर ईसामसीह से प्रार्थना करते हैं.

कई देशों में इस दिन मीठी रोटी खाई जाती है जिसे प्रभु ईसामसीह की रोटी माना जाता है. बरमूडा देश में हाथो से बनाई हुई पतंग उड़ाई जाती है और पतंग में लकड़ी से उस क्रूस का डिज़ाइन बनाया दिया है जिसमें प्रभु ईसामसीह को लटकाकर मृत्यु दंड दिया गया था. पतंग का आसमान में उड़ना हमें ईसामसीह के स्वर्ग के लिए उनके उदगम का प्रतीक के रूप में माना जाता है.

गुड फ्राइडे कब मनाया जाता है?

गुड फ्राइडे क्यों मनाया जाता है – प्रभु ईसामसीह को अमानवीय शारीरिक यातनाएं देते हुए क्रूस में लटकाकर मार दिया गया था. जिस दिन इन्हें मार गया था उस दिन को ही हर वर्ष गुड फ्राइडे मनाया जाता है. जिस दिन प्रभु ईसामसीह को क्रूस में लटकाकर मृत्यु दंड दिया गया था उस दिन फ्राइडे (शुक्रवार) था इसीलिए हर वर्ष फ्राइडे के दिन ही इस पर्व को मनाया जाता है और इसीलिए इस पर्व का नाम “गुड फ्राइडे” है.

गुड फ्राइडे हर साल पहले सप्तहा के ईस्टर संडे और पहले फ्राइडे को मनाया जाता है. ईस्टर वह पूर्ण चंद्रमा है जो 21 मार्च या उसके बाद आने वाले सबसे पहले रविवार को ही पड़ता है. माना जाता है कि प्रभु ईसामसीह मृत्यु के तीसरे दिन यानी संडे (रविवार) को जीवित हो गए थे. इस संडे को ही ईस्टर संडे कहा जाता है.

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Abhishek
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