दुनिया के सबसे खतरनाक बम कौन सा है? Duniya ke sabase khataranaak bam kaun sa hai? परमाणु बम में विस्फुटित होने वाला पदार्थ यूरेनियम या प्लुटोनियम होता है। यूरेनियम या प्लुटोनियम के परमाणु fission से ही power प्राप्त होती है। इसके लिए परमाणु के केंद्रक (nucleus) में न्यूट्रॉन (neutron) से प्रहार किया जाता है।
इस Bomb से ही बहुत बड़ी मात्रा में ऊर्जा प्राप्त होती है। इस प्रक्रम को भौतिक विज्ञानी नाभिकीय विखंडन (nuclear fission) कहते हैं। परमाणु के नाभिक के अभ्यंतर में जो न्यूट्रॉन होते हैं उन्हीं से न्यूट्रान मुक्त होते हैं। ये न्यूट्रॉन अन्य परमाणुओं पर प्रहार करते हैं और उनसे फिर विखंडन होता है। ये फिर अन्य परमाणुओं का विखंडन करते हैं।
दुनिया के सबसे खतरनाक बम इस type शृंखला क्रियाएँ आरंभ होती हैं। परमाणु बम की अनियंत्रित शृंखला क्रियाओं के फलस्वरूप भीषण प्रचंडता के साथ परमाणु का विस्फोट होता है।
यूरेनियम के कई समस्थानिक ज्ञात हैं।
Normal यूरेनियम में 99.3 प्रतिशत यू-238 (U-238) और 0.7 प्रतिशत यू-235 (U-235) रहते हैं। यू-238 का विखंडन उतनी easily से नहीं होता जितनी सरलता से यू-235 का विखंडन होता है। यू-235 में यू-238 की अपेक्षा तीन न्यूट्रॉन कम रहते हैं। न्यूट्रॉन की इस कमी के कारण ही यू-235 का विखंडन easily से होता है।
अन्य विखंडनीय पदार्थ जो परमाणु बम में काम आते हैं वे यू-233 और प्लुटोनियम-239 हैं। परमाणु विस्फोट के लिए विखंडनीय पदार्थ की क्रांतिक संहति (critical mass) आवश्यक होती है। शृंखला क्रिया के चालू करने के लिए क्रांतिक संहति न्यूनतम मात्रा है। यदि विखंडनीय पदार्थ की मात्रा क्रांतिक संहति से कम है तो Neutron केवल धुर्रधुर्र करता रहेगा।
मात्रा के धीरे धीरे बढ़ाने से एक समय ऐसी अवस्था आएगी जब कम से कम एक उन्मुक्त न्यूट्रॉन एक नए परमाणु पर प्रहार कर उसका विखंडन कर देगा। ऐसी स्थिति पहुँचने पर विखंडन क्रिया स्वत: चलने लगती है। क्रांतिक संहति की मात्रा गोपनीय है। जो राष्ट्र परमाणु बम बनाते है वे ही जानते हैं और दूसरों को बतलाते नहीं।
यदि यू-235 की क्रांतिक संहति 20 पाउंड है तो दस दस पाउंड दो जगह लेने से शृंखला क्रिया चालू नहीं होगी। 20 पाउंड को एक साथ लेने से ही शृंखलाक्रिया चालू होगी। शृंखलाक्रिया में न्यूट्रॉन की संख्या बड़ी शीघ्रता से बढ़ती है।
परमाणु बम के विस्फुटित होने पर आधात तरंगें (Shock waves) उत्पन्न होती हैं जो ध्वनि की गति से भी अधिक गति से चारों ओर फैलती है। जब परमाणु बम को पृथ्वीतल के ऊपर विस्फुटित किया जाता है तो तरंगें पृथ्वीतल से टकराकर ऊपर उठती हैं और नया आघात उत्पन्न करती हैं जो ऊपर और नीचे तीव्रता से फैलता है। विस्फोट (Bomb blast) का केंद्र तत्काल तप्त होकर निर्वात उत्पन्न करता है। निर्वात भरने के लिए आसपास की ठंडी हवाएँ दौड़ती है। इस type परमाणु बम से घरों पर आघात पड़ने से वे टूट जाते हैं।
विस्फोटी यूरेनियम अन्य तत्वों में बदल जाता है, उससे रेडियो ऐक्टिवेधी किरणें निकलकर जीवित कोशिकाओं को आक्रांत कर उन्हें नष्ट कर देती हैं। बम का विनाशीकारी कार्य (1) आघात तरंगों, (2) वेधी किरणों तथा (3) अत्यधिक ऊष्मा उत्पादन के कारण होता है।
दुनिया के सबसे खतरनाक बम कौन सा है?
1- जार बम
दुनिया के सबसे खतरनाक बम – दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु बम है। इसके फटते ही लाखों लोगों की मौत हो सकती है। इसके अलावा लोग स्किन और सांस से संबंधित बीमारियों के शिकार हो जाएंगे।
2- रूस की किंझल हाइपरसोनिक मिसाइलें बेहद खतरनाक हैं।
रूस के मिग 31 लड़ाकू विमानों में इस हाइपरसोनिक परमाणु मिसाइल को लगाया गया है।
3- रूस के पास 2S7 Pion तोप है
यह कम दूरी का परमाणु हमला कर सकती है। इस तोप के जरिए 203 MM के परमाणु बम से हमला किया जा सकता है।
4- रूस के पास बेलगोरोड परमाणु सबमरीन है
जिसे दुनिया की सबसे बड़ी सबमरीन कहा जाता है। पोसाइडन टारपीडो से लैस ये सबमरीन रेडियो एक्टिव सुनामी पैदा कर सकती है।
5- इनके अलावा रूस के पास T-14 अर्माटा टैंक है
दुनिया के सबसे खतरनाक बम जो बेहद खतरनाक है। इसको रिमोट कंट्रोल से चलाया जाता है। यह टैंक बिना क्रू मेंबर्स के अपने लक्ष्य पर सटीक निशाना लगा सकता है। यह एक मिनट में 10 से 12 राउंड फायरिंग कर सकता है।
- Guru Ravidas Jayanti क्यों मनाई जाती है कौन थे संत रविदास?
- साल का सबसे बड़ा दिन कौन सा होता है?
- विश्व में सबसे बड़ा धर्म कौन सा है?