Sunday, April 28, 2024
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क्या क्या है ब्लूबेरी या नील बदरी के फायदे Blueberries benefits side in hindi

ब्लूबेरी या नील बदरी के फायदे-हेलो दोस्तों मेरा नाम मोहित है आज में आपको ब्लूबेरी के बारे में बताने जा रहा हूँ ब्लूबेरी को नील बदरी भी कहा जाता है. यह एक नीले रंग का फल है जो कि आकार में गोल और छोटा होता है. स्वाद में यह फल खट्टा मीठा होता है. ब्लूबेरी  में कई औषधीय गुण पाए जाते है, और यह स्वास्थ के लिए बेहद लाभदायी है. इसका साइंटिफिक नाम “वैक्सीनियम को रिबोसोम” है. इसमें कई प्रकार के विटामिन्स पाए जाते है जो कि कई बीमारियों से लड़ने में सहायक है. स्वास्थ, त्वचा, और बालो के लिए गुणकारी है .यह मुख्य रूप से उत्तरी गोलार्ध में मुख्य रूप से पाई जाती है.

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ब्लूबेरी  के प्रकार

  • लो बुश या कम बुश ब्लूबेरी – ब्लूबेरी की छोटी प्रजाति होती है
  • उत्तरी
  • दक्षिणी
  • रैबिट ऑय
  • हाफ हाई या उच्च बुश ब्लूबेरी – यह ब्लूबेरी की बड़ी प्रजाति होती है .

ब्लूबेरी  के फल गुच्छे नुमा होते है, और इसके पौधे का आकर झुग्गी की तरह होता है यह 10 सेंटीमीटर से चार मीटर की ऊंचाई के होते है. इसके पत्ते का आकार ओवल शेप का होता है, और 1 से 8 सेंटीमीटर लम्बा और आधे से साढ़े तीन सेंटीमीटर तक चौड़ाई की हो सकता है. इसके फूलो का आकर कटोरी के सामान होता है और फूलो का रंग सफ़ेद पिला, लाल या पिंक हो सकता है, इसके फल का आकार छोटा और गोल होता है और स्वाद में खट्टा मीठा होता है. जब यह फल कच्चा होता है तब इसका रंग पिला हरा होता है उसके बाद लाल बेंगनी और पकने पर गहरे काले और गहरे बेंगनी रंग का हो जाता है .

ब्लूबेरी  का उत्पादन

ब्लूबेरी या नील बदरी के फायदेब्लूबेरी  की खेती मुख्यत उत्तर अमेरिका, एशिया एवं यूरोप में की जाती है.लेकिन इसकी बढ़ती मांग को देख कर इसका विश्व के उत्पादन का 95% हिस्सा कैनेडा और अमेरिका कर रहे है. इसका ताजा फल बेहद रसदार, मीठा और स्वास्थ के लिए असंख्य गुणों से भरा होता है, अब इसकी खेती पुरे वर्ष की जाती है

उच्च ब्लूबेरी  प्रमुख रूप से उत्तरी अमेरिका में पाए जाते है, पर इसकी खेती विश्व में सभी दूर की जाती है और इसकी कई प्रकार की प्रजाती उपलब्ध है, पिछले कुछ सालो में इसकी मांग पुरे विश्व में बहुत अधिक हो गई है ,इसके लिए इसका उत्पादन भी कुछ वर्षो में पुरे विश्व में बहुत उच्चस्तर पर होने लगा है . इसका सबसे अधिक उत्पादन संयुक्त राज्य अमेरिका में किया जाता है, सालाना लगभग 240 हजार टन का उत्त्पादन किया जाता है . इस उत्त्पादन का आधा हिस्सा बाज़ार में भेजा जाता है ताकि इस ताजा फल को खाने में लिया जा सके शेष आधे हिस्से को फ्रोजन कर सुखा कर डिब्बा बंद कर स्टोर किया जाता है

ब्लूबेरी के उत्पादन में कनाडा दुसरे नम्बर पर आता है, यहाँ लो बुश ब्लूबेरी और जंगली ब्लूबेरी  का उत्पादन होता है. कनाडा के क्यूबेक में सबसे अधिक मात्र में ब्लूबेरी का उत्पादन होता है, यह कनाडा की सबसे बड़ी फसल मानी जाती है. यहाँ इसका ताजा फल के रूप में उपयोग करने के बजाय स्टोर कर के उपयोग में लाया जाता है.

विश्व में सबसे अधिक ब्लूबेरी के उत्पादन की सूचि में पोलेंड तीसरे नम्बर पर आता है , यहाँ लगभग 13 हजार टन सालाना उत्पादन किया जाता है, और यहाँ के उत्पादन का मुख्य हिस्सा निर्यात कर दिया जाता है

ब्लूबेरी का उत्पादन  कई देशो में किया जाता है जैसे जर्मनी,निदरलेंड,मेक्सिको, फ्रेंस,स्पिन, स्वीडन, न्यूज़ीलैण्ड आदि

ब्लूबेरी के उत्पादन के लिए जलवायु :

पारंपरिक रूप से इसका उत्पादन ठन्डे और सर्दी वाले इलाके में किया जाता है. आमतौर पर आर्द्र उत्तरी जलवायु में इसका उत्पादन किया जाता है. और शीतकालीन ठण्ड अर्थात हल्के ग्रीष्म में भी किया जाता है. इसके लिए अम्लीय मिट्टी या कम pH की मिट्टी की आवश्यक्ता होती है .

लेकिन अब ब्लूबेरी  की कई जातियाँ उपलब्ध है जो निचले ठन्डे इलाके में गर्म इलाके में और तटीय इलाको में भी इसका उत्पादन किया जाता है .

100 ग्राम ब्लूबेरी  में पाए जाने वाले तत्व

Elements तत्व Amount मात्रा
Calories केलोरि 57
Water पानी 84 %
Sugar शर्करा 10 g
Fiberफाइबर 2.4 g
Fatफेट 0.3 g
Protein प्रोटीन 0.7 g
Carbs कर्ब्स 14.5 g

ब्लूबेरी  के सेहत के लिए फायदे

हड्डी मजबूत करने में

ब्लूबेरी में केल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, लोह तत्व, मेगनीज, जस्ता, विटामिन K पाए जाते है. यह सभी तत्व हड्डी को मजबूत बनाए रखने, संरचना को बनाए रखने और हड्डी के लोच बनाए रखने में मददगार होते है

त्वचा के लिए फायदे

इसमें पाए जाने वाला विटामिन C कोलेजन को बनाने में सहायक है. यही कारण है कि ब्लूबेरी झुर्री को रोकता है, जिससे व्यक्ति लम्बे समय तक जवान लगता है. त्वचा के दाग को कम करने में सहायक है. मुहासों को रोकता है. चेहरे पर से दाग धब्बो को कम करता है. इसके अलावा धूल प्रदुषण, धुम्रपान और यूवी किरणों से त्वचा को होने वाले नुकसान को कम करता है. यह त्वचा की ताजगी को बरक़रार रखता है

कोलेस्ट्रॉल कम करने में

ब्लूबेरी में फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट पाया जाता है और यह कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है. यह गुण ब्लूबेरी  को आदर्श आहार बनाता है. इसमें पाए जाने वाले पोटेशियम, केल्शियम और मैग्नीशियम रक्तचाप को कम करने में मदद करते है .

मधुमेह के इलाज में

ब्लूबेरी या नील बदरी के फायदे इसमें प्रचुर मात्रा में फायबर पाया जाता है, यह मधुमेह के रोगी के लिए आवश्यक आहार है, यह रक्त में शर्करा के लेवल को कम करता है. ब्लूबेरी के पत्तो में एन्थोसियानीडीनस होता है. यह मेटाबालिज्म की क्रिया को सुचारू रूप से चलाता है, और शरीर में ग्लूकोज़ बॉडी के सभी अंगो तक पहुंचाने का कार्य करता है. इससे रक्त में शर्करा का संतुलन बना रहता है. इस प्रकार यह मधुमेह के रोगी के लिए बेहद लाभदायी है

हार्ट हेल्थ में सहायक

ब्लूबेरी एथेरोस्क्लेरोसिस हार्टअटेक और स्ट्रोक को रोकने में मदद करता है. इसमें फायबर एन्थोसाईनिन, पोटेशियम, फोलेट, विटामिन बी 6 और विटामिन सी पाया जाता है.फायबर और एंथोसाईनिन कोलेस्ट्रॉल को कम करते है, रक्त वसा को सुधारते है. विटामिन बी 6 और फोलेट ब्लड वेसिल्स को डैमेज होने से बचाते है, जिससे होमो साईस्टिन का निर्माण होता है और पोटेशियम दिल की मांसपेशियो के काम को नियंत्रित करता है. नसों में खून का थक्का जमने से हार्टअटेक की संभावना होती है. इसके सेवन से दिल के दौरे की संभावना कम होती है .

केंसर की रोकथाम के लिए

केंसर के रोगियों के लिए ब्लूबेरी  बेहद लाभदायक है, इसमें पाए जाने वाले एन्थोसाईनिन और एंटीऑक्सिडेंट में पाए जाने वाले विटामिन C और कॉपर कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों को रोकने और ठीक करने में बेहद मददगार साबित हुए  है.

दो कंपाउंड पाए जाते है

पेट्रोस्टील्बेन : लीवर कैंसर और कोलन की रोकथाम में सहायक

एलागिक एसिड: कैंसर को रोकने और ठीक करने में सहायक

मस्तिष्क विकास में

ब्लूबेरी या नील बदरी के फायदे ब्लूबेरी  में पाए जाने वाले विटामिन्स, मिनरल्स और फाइटो न्यूट्रीएंट मस्तिष्क कोशिकाओ की रक्षा करते है,ये सेंट्रल नर्वस सिस्टमकी हेल्थ को बनाए रखता है. बैरीज बहुत ही गंभीर बीमारी जैसे अल्झाइमर की समस्या को काफी हद तक कम करता है. यह यादाश्त को बढाता है, डेमेज मस्तिस्क कोशिकाओ और न्यूरान टिशु को ठीक कर सकते है .

वजन कम करने में :

इसमें फायबर की प्रचुर मात्रा होतीहै जो डाईजेशन को बनाए रखता है और वजन को कम करता है. यह पेट से चर्बी कम करने में मदद करता है, एक कप ब्लू बैरीज में 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 84 कैलोरीज पाई जाती है. सूखे और फ्रोजन ब्लूबैरी भी खाने में उपयोग लाए जाते है, इसमें कम मात्रा में कैलोरिज़ पाई जाती है, और इसमें उपस्थित फायबर मोटापे को बड़ने से रोकता है पेट पर चर्बी को जमा नही होने देता है .

प्रचुर एंटीऑक्सिडेंट:

ब्लूबेरी  में मौजूद फाईटोन्युट्रिएंट्स और फ्लेवोनोइड्स के साथ एंटीओक्सिडेंट शरीर में फ्री स्कावेंगिंग एक्टिविटी के लिए जिम्मेदार है. फ़्लेवोनोइड्स का समूह  विशेष रूप से , एन्थोसाईनिन, मुक्तकणों के कारण शरीर को सभी प्रकार के नुकसान से बचाता है .

सुजन कम करने में

ब्लूबेरी में पाए जाने वाले तत्व सूजन बढ़ाने वाली गतिविधियों को कम करते है, जैसे गठिया,एथेरोस्क्लेरोसिस,अल्जाइमर और सूजन संबंधी पुरानी बीमारियों को रोकने में भी मददगार है .

पाचन शक्ति बढ़ाता है

ब्लूबेरी या नील बदरी के फायदे पाये जाने वाले फाइबर कब्ज में राहत देता है, और इसमें उपस्थित विटामिन,सोडियम, कॉपर, फ्रक्टोज और एसिड पाचनतंत्र को सुचारू रूप से चलाने में मदद करते है. यह भोजन को पचाने में मदद करते है

यूरिन इन्फेक्शन कम करने में

जिस जीवाणु के कारण यूरिन इन्फेक्शन होता है, वह है कालोनी इसे रोकने में सहायक है ब्लूबेरी में एक बहुलक जैसे अणुओ का एक कंपाउंड होता है जो कि इस बेक्टीरिया के विकास को कम करता है. यह इसका एक एंटीबायोटिक गुण है. अब तक यह गुण केवल दो ही फलो में पाया गया है क्रेन बेरी और ब्लू बेरी

आंखो की देखभाल

इसमें एक एंटीऑक्सिडेंट गुण है जो हर उम्र में होने वाली समस्या को रोकने में उपयोगी है जैसे मोतियाबिंद, मायोपिया, हाइमेट्रोपिया, सूखापन और रेटिना से सम्बंधित संक्रमण  को रोकने में सहायता करते है. इसमें एन्थोसाइनोसाईड्स पाया जाता है जो आई पॉवर को बढ़ाता है, और नेत्र समस्या को कम करने में सहायक है.

रोग प्रतिरोध क्षमता बढ़ाने में

ब्लूबेरी  में पाए जाने वाले एंटी ऑक्सिडेंट रोगों से लड़ने की क्षमता रखते है. यह संक्रमण को रोकने में सहायक है, यदि किसी की रोग प्रतिरोध क्षमता प्रबल है तो उसे वायरस द्वारा फैली सर्दी, बुखार, चिकन पॉक्स और अनगिनत संक्रमण से कोई बीमारी नही होगी .

मसल्स डेमेज को कम करता है

ब्लूबेरी मांसपेशियो के दर्द, थकान को कम करने में उपयोगी है. ऐसा दर्द जो कोई बहुत कठिन परिश्रम के बाद होता है, ऐसे दर्द को कम करने में उपयोगी है. और यह मांस पेशियो का पुनर्जन्म करने की क्षमता रखता है

बालों के लिए फायदे

ब्लूबेरी  बालो के विकास में मदद करता है ,ब्लूबेरी का रस और जेतुन का तेल दोनों का मिश्रण  बालो की जड़ो में लगाने से बाल जल्दी लम्बे घने और काले होते है .

तनाव नियंत्रण के लिए

इसमें एंथोकायसिन गुण होता है और यह तनाव को कम करने और रोकने का काम करता है. सप्ताह में 2 से 3 बार ब्लूबेरी  की कुछ मात्रा का सेवन करने  से तनाव का नियंत्रण होता है .

याददाश्त शक्ति बढानें में

ब्लूबेरी या नील बदरी के फायदे जब उम्र बढ़ती है तो हर व्यक्ति की याददाश्त कम होती जाती है , ब्लू बेरी में मौजूद तत्व बढती उम्र में भी याददाश्त शक्ति को बनाए रखता है. जिनको बार बार भूलने की आदत होती है उन्हें भी ब्लूबेरी का सेवन करना चाहिए

ब्लूबेरीज के उपयोग

यह एक बेहद स्वादिष्ट फल है जिसे खाया जाता है.यह स्वाद में खट्टा मीठा होता है, इसलिए इसे टॉपिंग के रूप में उपयोग में लाया जा सकता है. ऐसे खाद्य पदार्थ जो बेक किए जाते है उनमे पेन केक्स, सलाद में और कई व्यजनो में जोड़ा जा सकता है .ब्लूबेरी को स्टोर कर के रखा जाता है. ब्लूबेरी को फ्रोजन कर के रखा जाता है, फ्रोजन करने में ये अपनी बनावट खो देते है पर स्वाद एक ही रहता है

इसमें कई पोषक तत्व पाए जाते है जो कि कई बीमारियों से लड़ने में सहायक है, इसलिए इसकी पर्याप्त मात्रा का सेवन करना चाहिए. यह सेहत के लिए लाभदायी है और कई चमत्कारी गुणों से भरपूर है. हर उम्र के व्यक्ति के लिए यह फायदेमंद है .

ब्लूबेरी  के नुकसान

रक्त पतला करता है ( Blue berries effect on blood) :

रक्त विकारो से ग्रसित लोगो को ब्लूबेरी से बचना चाहिए. विटामिन K में पाए जाने वाले कन्टेन्ट रक्त को पतला करते है.

एलर्जी

कुछ लोगो को इससे एलर्जी की समस्या भी उत्पन्न हो जाती है, जैसे खुजली, सुजन और सांस लेने में कठिनाई

सैलिसिलेट संवेदनशीलता

ब्लूबेरी में सेलिसिलेट्स की मात्रा बहुत अधिक होती है, जिन्हें सेलिसिलेट्स से एलर्जी होती है, वे इसे सहन नही कर पाते है. उन्हें उल्टी, कब्ज,दस्त,गैस,सिर दर्द की समस्या हो सकती है .

फाइबर की अधिक मात्रा

ब्लूबेरी या नील बदरी के फायदे ब्लूबेरी में फाइबर की मात्रा बहुत अधिक होती है. अतिरिक्त सेवन से पेट में बेचैनी, सूजन, पेट का फुलाना, दस्त की समस्या पैदा हो सकती है. यह आंतो से पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा डाल सकता है और कई स्वास्थ सम्बन्धी समस्या को जन्म दे सकता है. फाइबर की अधिक मात्रा के कारण इसका अधिक सेवन ना करने की सलाह दी जाती है.

विटामिन के की अधिक मात्रा

इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन K पाया जाता है, एक कप ब्लूबेरी में 29 माइक्रोग्राम विटामिन होता है. यह हड्डी मजबूत करता है, रक्त नियंत्रित करता है , केंसर के खतरे को कम करता है परन्तु इसकी अधिक मात्रा से सांस की तकलीफ, आतंरिक रक्तस्त्राव और भी कई समस्या का सामना करना पड़ सकता है

गर्भवती महिलाओ पर ब्लूबेरी का असर

गर्भवती महिलाओ के लिए यह एक अच्छा आहार होता है, पर इसका अधिक सेवन करना हानिकारक हो सकता है. इसमें कई ऐसे योगिक होते है जो कि गर्भवती स्त्री लिए बेहद फायदेमंद होते है परन्तु इसे सेवन करने से पूर्व डाक्टर से परामर्श लेने की सलाह दी जाती है. गर्भवती महिला द्वारा लिया जाने वाला खाद्य पदार्थ उसके शिशु पर असर डालता है इसलिए डॉक्टर की सलाह ले कर ही आहार को लेना चाहिए

फल प्रक्रति के द्वारा मनुष्य को  दिया हुआ एक उपहार है. हर फल गुणों का खजाना होते है अर्थात इसमें कई चमत्कारी गुण पाये जाते है जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते है . इसलिए अधिक से अधिक पेड़ पोधे लगाना चाहिए और प्रकृति की रक्षा करना चाहिए .

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