Thursday, April 25, 2024
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इमेज स्कैनर क्या है और इसके प्रकार

इमेज स्कैनर क्या है

इमेज स्कैनर क्या है और इसके प्रकार- एक इमेज स्कैनर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो दस्तावेज़, फोटो, और अन्य आकृतियों को डिजिटल रूप में स्कैन करता है। यह उपकरण एक लेजर या LED प्रकाश स्रोत द्वारा एक प्रिंट के नकाब को पढ़ता है और उसे एक बिटमैप छवि में बदलता है।

इमेज स्कैनर का उपयोग दस्तावेज़ों, फोटोग्राफियों, सिनेमाओं, नक्शों, चित्रों और अन्य आकृतियों को डिजिटल रूप में स्कैन करने के लिए किया जाता है। डिजिटल स्कैनिंग से आप अपने आकृतियों को संग्रहीत कर सकते हैं और उन्हें आसानी से संपादित और साझा कर सकते हैं।




इमेज स्कैनर के प्रकार

इमेज स्कैनर क्या है और इसके प्रकार-इमेज स्कैनर कई प्रकार के होते हैं जैसे:

  • फ्लैटबेड स्कैनर: ये स्कैनर फ्लैट सतह पर वस्तुओं को स्कैन करते हैं, जैसे कि दस्तावेज, फोटोग्राफ, या बुक्स आदि।
  • डाक्यूमेंट स्कैनर: ये स्कैनर आकार में छोटे होते हैं और वस्तुओं को डाक्यूमेंट फीडर में डालकर स्कैन करते हैं। ये अधिक मात्रा में दस्तावेजों को स्कैन करने के लिए उपयुक्त होते हैं।
  • फ़ोटो स्कैनर: ये स्कैनर फोटोग्राफ को स्कैन करने के लिए बनाये गए होते हैं। ये फोटो की डिटेल को संभालने के लिए उच्च रेसोल्यूशन वाले होते हैं।
  • फ़ीडबैक स्कैनर: ये स्कैनर एक लेजर या एक एलसीडी प्रोजेक्टर का उपयोग करके फिल्म या स्लाइड को स्कैन करते हैं।
  • 3D स्कैनर: ये स्कैनर 3D ऑब्जेक्ट को स्कैन करने के लिए बनाये गए होते हैं। ये उच्च रेसोल्यूशन में 3D आवेदनों के लिए उपयुक्त होते हैं।

CT Scan क्या है

  • CT Scan (Computed Tomography Scan) एक तकनीक है जिसके द्वारा शरीर के अंदर के विभिन्न भागों के दृश्य को बनाने में मदद मिलती है। यह शरीर के अंदर के भागों के दृश्य को 3D तस्वीरों में दर्शाता है जिससे डॉक्टर रोगी के अंदर की समस्या को समझने में मदद कर सकते हैं।
  • CT Scan के दौरान रोगी को एक विशेष मशीन में लेटा जाता है जो X-रे तकनीक का उपयोग करता है। यह मशीन रोगी के शरीर के विभिन्न भागों के लिए कई छोटी-छोटी फोटो का उत्पादन करती है जो फिर एक कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर के माध्यम से एक संयुक्त 3D तस्वीर में दिखाई देती हैं। इस तरह, डॉक्टर रोगी के अंदर की समस्या के बारे में जान सकते हैं, जैसे ट्यूमर, अंगों के फटने के लक्षण, रक्त रूपीय स्त्राव या किसी और समस्या के लक्षण जैसे घाव, संक्रमण आदि।
  • CT Scan अधिकतर दर्दनाक और संशोधन जरूरी होने वाली दशाओं में उपयोग किया जाता है, जैसे ट्यूमर, कैंसर, एक्सीडेंट, और अन्य समस्याओं में इसका इस्तेमाल किया जाता है।
  • CT Scan अस्पतालों, चिकित्सा केंद्रों और अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध होता है। यह शरीर के विभिन्न भागों में होने वाली समस्याओं का निर्धारण करने के लिए उपयोग किया
    जाता है।

CT Scan का कहाँ इस्तमाल किया जाता है?

CT Scan को निम्नलिखित समस्याओं के निदान और उपचार के लिए उपयोग किया जाता है:

  • कैंसर और अन्य ट्यूमर्स के निदान के लिए
  • सर्वाइकल स्पाइन, पीठ, गुदा, पेट और अन्य अंगों में ट्यूमर या अन्य समस्याओं के लिए
  • खून के थक्के का पता लगाने के लिए जैसे कि डीप वेन थ्रोम्बोसिस, एम्बोलिज़्म या अन्य संबंधित समस्याओं के लिए
  • अन्य अंगों के रक्तवाहिका तंत्र के विकारों के लिए, जैसे कि दिल, फेफड़ों और श्वसन नलिकाओं के लिए
  • अपच, शिश्न की बीमारियों और अन्य आँतों की समस्याओं के निदान के लिए
  • अन्य शारीरिक समस्याओं के निदान के लिए जैसे कि घाव, संक्रमण या अन्य संबंधित समस्याएं।

CT Scan की Price कितनी है?

CT Scan की कीमत विभिन्न क्षेत्रों, अस्पतालों, शहरों और देशों में भिन्न हो सकती है। यह अलग-अलग कारणों जैसे स्थान, अस्पताल, और स्कैन के प्रकार पर भी निर्भर करता है।

जैसे कि, भारत में एक साधारण CT स्कैन की कीमत लगभग 2000 से 5000 रुपये के बीच हो सकती है। इससे अधिक भी हो सकती है यदि अधिक विशिष्ट या स्थानीय टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है।

कुछ अस्पतालों में, रोगी को उपचार के लिए उपस्थित होने से पहले एक विनिमय योजना भी होती है, जिससे आप अपनी कीमत कम कर सकते हैं। आप अपने चिकित्सक या अस्पताल से संपर्क करके विवरण जान सकते हैं और संभवतः आपकी कीमत को कम करने में मदद की जा सकती है।

CT Scan कितनी बार किया जा सकता है?

CT स्कैन एक उपचार के रूप में उपयोग किया जाता है जब आवश्यकता होती है, इसलिए इसे उन रोगियों के लिए ही किया जाता है जिनकी आवश्यकता होती है।

CT स्कैन की संख्या आपके स्वास्थ्य और आवश्यकताओं के आधार पर निर्धारित की जाती है। कुछ मामलों में एक से अधिक CT स्कैन की आवश्यकता हो सकती है, लेकिन अधिकतम संख्या सीमित होती है ताकि आपके शरीर के लिए अधिक वायुमंडली न हो।

कुछ मामलों में, यदि आपको बार-बार CT स्कैन कराने की आवश्यकता होती है, तो आपके चिकित्सक आपके स्वास्थ्य लाभ को मानते हुए और रेडिएशन के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए अन्य चिकित्सा विकल्पों की जांच करेंगे।



इमेज स्कैनर का इतिहास

  • इमेज स्कैनर का इतिहास बहुत पुराना है। यह प्रौद्योगिकी कई दशकों से उपलब्ध है।
  • इसकी शुरुआत 1957 में एक अमेरिकी इंजीनियर Russell Kirsch ने की थी जिन्होंने पहली बार डिजिटल इमेज स्कैनर बनाया था। उन्होंने एक प्रोग्राम बनाया था जो कि बाईट आधारित इमेज स्कैनिंग को समर्थित करता था।
  • 1960 के दशक में, जापानी कंपनी Canon ने पहली बार स्कैनर का पेशकश की थी जो कि प्रिंट को स्कैन करता था।
  • 1980 के दशक में, डिजिटल इमेजिंग प्रौद्योगिकी में काफी विकास हुआ जिससे आधुनिक इमेज स्कैनर बनाने की संभावनाएं बढ़ीं। इस दशक में, Apple कंपनी ने भी पहली बार Macintosh कम्प्यूटर के साथ स्कैनर लॉन्च किया था।

आज के दौर में, इमेज स्कैनर व्यापक रूप से उपलब्ध हैं और वे अधिक एफोर्डेबल, तेज, उच्च रिज़ॉल्यूशन और उपयोग में अधिक सुविधाजनक हुए हैं।

स्कैन कैसे करे

इमेज स्कैनर क्या है और इसके प्रकार-इमेज स्कैन करने के लिए निम्नलिखित कदम फ़ॉलो करें:

  • स्कैनर को सेटअप करें: स्कैनर को संचालित करने से पहले, संचालन निर्देशों का पालन करें और स्कैनर को कंप्यूटर से कनेक्ट करें।
  • स्कैनर सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें: अधिकांश स्कैनर कंपनियां अपने स्कैनर के लिए सॉफ्टवेयर प्रदान करती हैं जो इंस्टॉल करने के बाद स्कैनिंग के लिए उपलब्ध होते हैं।
  • स्कैनर प्लेस करें: उन दस्तावेजों, फोटोग्राफों, या इमेजों को स्कैन करें जिन्हें आप स्कैन करना चाहते हैं, स्कैनर के ऊपर रखें। स्कैन करने से पहले सुनिश्चित करें कि ये स्पष्ट हों और स्कैन करने में कोई अंधा-धुंध न हो।
  • स्कैनिंग की सेटिंग करें: सॉफ्टवेयर में स्कैनिंग के लिए सेटिंग करें, जैसे कि फ़ाइल प्रारूप, रिज़ॉल्यूशन, स्कैन करने का तरीका, इत्यादि।
  • स्कैन करें: सेटिंग को करने के बाद, स्कैनर सॉफ्टवेयर में एक ‘स्कैन’ बटन दबाएँ और अपनी दी गयी इमेज को स्कैन करे।
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