होली क्यों मनाई जाती है

होली क्यों मनाई जाती है

होली क्यों मनाई जाती है –होली भारत में मनाई जाने वाली एक प्रमुख परंपरा है जो वसंत ऋतु के आगमन को दर्शाती है। यह त्योहार फागुन महीने के शुरू में पूरे देश में मनाया जाता है।

  • इस त्योहार को मनाने के कई कारण हैं। इसमें एक प्रमुख कारण है वसंत ऋतु के आगमन का उत्सव मनाना। इस त्योहार में समूचा देश रंग-बिरंगे रंगों में लिपटा होता है और वसंत ऋतु का स्वागत करता है।
  • दूसरा कारण होली में अलग-अलग लोगों को एक साथ मिलकर खुशी मनाने का है। इस त्योहार में लोग अपने दोस्तों, परिवार के सदस्यों और अन्य लोगों के साथ मिलकर रंगों से खेलते हैं और स्नेह व भाईचारे का भाव बढ़ाते हैं।
  • तीसरा कारण होली में बुराई का नाश करने का है। होली के दिन लोग एक दूसरे से माफी मांगते हैं और भूले हुए दोस्तों व परिवार के सदस्यों को याद करते हैं। इस तरह इस त्योहार से अपने जीवन में अधिक प्रसन्नता व उत्साह मिलता है।

होली का इतिहास

होली एक प्राचीन भारतीय त्योहार है जो वसंत ऋतु में मनाया जाता है। इस त्योहार के पीछे कई पौराणिक कथाएं हैं।

एक कथा के अनुसार, होली भगवान विष्णु के भक्त प्रहलाद की जीत की खुशी में मनाया जाता है। प्रहलाद के पिता हिरण्यकश्यप उन्हें भगवान विष्णु के भक्त बनने से रोकना चाहते थे। हिरण्यकश्यप ने अपनी बहन होलिका की मदद से प्रहलाद को जला देने की कोशिश की, लेकिन होलिका को जलकर मर गई जबकि प्रहलाद को कुछ नहीं हुआ। इस कथा के आधार पर होली के दिन होलिका दहन मनाया जाता है, जो भक्ति, विश्वास और असत्य के विरुद्ध लड़ाई को दर्शाता है।

होली क्यों मनाई जाती है –एक और कथा के अनुसार, होली पर रंगों का खेल भगवान कृष्ण और राधा के बीच होता था। इस कथा के अनुसार, बाल कृष्ण था जो एक दिन राधा को सलवार को तंग करने के लिए रंग डालकर उसके साथ खेलने गए। इसलिए, होली को माथुरा और वृंदावन में भी कृष्ण जन्माष्टमी के साथ मनाया जाता है।

होली कैसे मनाई जाती है

होली के दौरान लोग खुशी और उत्साह के साथ रंगों से खेलते हैं। इस त्योहार को वसंत ऋतु के आगमन का उत्सव माना जाता है जो विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है।

  • रंगों के साथ खेलना: होली के दौरान लोग रंगों से खेलते हैं और एक दूसरे पर रंग फेंकते हैं। इसे गुलाल या अबीर कहा जाता है जो रंगों से बना होता है।
  • मिठाई खाना: होली के दिन लोग मिठाई खाते हैं। देसी गुड़ की गुजिया, मलपुए, लड्डू, रसगुल्ले आदि खाने के लिए प्रसिद्ध होते हैं।
  • ठंडे पानी के साथ खेलना: होली के दौरान लोग ठंडे पानी से भी खेलते हैं। लोग एक दूसरे पर पानी डालते हैं और इस तरह से एक दूसरे को ठंडा करते हैं।
  • मुबारकबाद देना: होली के दौरान लोग अपने परिजनों, मित्रों और अन्य लोगों को होली की बधाई देते हैं।
  • ढेर सारी मस्ती करना: होली का महोत्सव एक अवसर होता है जब लोग मस्ती करते हुए एक दूसरे के साथ खुशी और उत्साह का आनन्द लेते है।




होली मानाने का महत्त्व

होली एक प्रसिद्ध भारतीय उत्सव है जो हर साल वसंत ऋतु में मनाया जाता है। इस उत्सव का महत्व भारत की संस्कृति और इतिहास में गहराई से बसा हुआ है। इस उत्सव को मनाने के पीछे कई धार्मिक, सामाजिक और ऐतिहासिक कारण होते हैं।

होली के धार्मिक महत्व में भगवान विष्णु और उनकी प्रेमिका राधा के प्रेम की याद दिलाना होता है। इस उत्सव के दौरान, लोग रंग-बिरंगे कपड़ों में लिपटे होकर एक दूसरे पर गुलाल फेंकते हैं, पानी के बल्ले फेंकते हैं और मिठाई खाते हैं। इससे पहले एक रात पहले, होली की भंडारे की एक परंपरा होती है, जिसमें लोग धूमधाम से नाचते हैं और उसे होलिका दहन नामक रीती रिवाज के साथ अंतिम करते हैं। इससे पहले लोग होली का त्योहार मनाते हुए अपने रिश्तेदारों और मित्रों को बधाई देते हैं और एक दूसरे को मिठाई भेजते हैं।

सामाजिक रूप से, होली का उत्सव एकता और समरसता का संदेश देता है। इस उत्सव के दौरान, लोग अपने दोस्तों और परिवारों वालो के साथ यह त्यौहार धूम धाम से मानते है।

होली में क्या क्या किया जाता है

होली भारत में एक बहुत ही रंगीन और उत्साहपूर्ण उत्सव है। इस उत्सव के दौरान, लोग अपने रंगीन कपड़ों में लिपटकर, गुलाल फेंकते हैं, पानी के बल्ले फेंकते हैं और एक दूसरे को मिठाई भेजते हैं। होली का उत्सव दो दिनों तक चलता है, जिसमें पहले दिन होलिका दहन मनाया जाता है और दूसरे दिन रंगों के त्योहार का आनंद लिया जाता है।

  • होली की भंडारे की एक परंपरा होती है, जिसमें लोग धूमधाम से नाचते हैं और उसे होलिका दहन नामक रीती रिवाज के साथ अंतिम करते हैं। होलिका दहन में एक छोटी दीवार के साथ एक छोटी जलती हुई मूर्ति होती है, जो प्राचीन कथाओं से संबंधित होती है। इसमें लोग एक दूसरे को मिठाई खिलाते हैं और एक दूसरे को बधाई देते हैं।
  • दूसरे दिन, लोग अपने घर और सड़कों के बाहर जमकर रंगों के साथ खेलते हैं। वे अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों को रंगों से रंगते हैं और एक दूसरे के चेहरों पर गुलाल लगते है और अपन बड़ो का आशीर्वाद लेते है।

होली इस साल कब है

होली 2023 में 18 मार्च को मनाई जाएगी।

सही रूप से होली कैसे मनाएं

होली एक धार्मिक और सामाजिक उत्सव है जो रंगों का उत्साहपूर्ण त्योहार है। यह उत्सव दो दिनों तक चलता है जिसमें पहले दिन होलिका दहन का उत्सव होता है और दूसरे दिन रंगों का उत्सव मनाया जाता है। हम यहां आम तौर पर सुझाव दे रहे हैं कि होली को सही रूप से मनाने के लिए आप निम्नलिखित टिप्स का पालन कर सकते हैं:

  • गुलाल व पानी का सही इस्तेमाल: अपने घर में गुलाल और पानी का सही इस्तेमाल करें और उन्हें अपनी बाहरी जगह पर ही इस्तेमाल करें। ध्यान रखें कि आप अन्य लोगों को अनावश्यक रूप से परेशान न करें।
  • सुरक्षा का ध्यान रखें: होली के दौरान अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें। अगर आप नए स्थानों पर जा रहे हैं तो उनकी सुरक्षा और सुरक्षा के संबंधित तरीकों को जानने से पहले एक बार अवश्य जांच लें।
  • परिवार व दोस्तों के साथ मनायें: होली को अपने परिवार और दोस्तों के साथ मनाएं। आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ खुशी और उमंग के साथ यह त्यौहार मन सकते है।




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