Friday, April 26, 2024
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मेनफ़्रेम कंप्यूटर क्या है (उपयोग और उदाहरण) Mainframe Computer In Hindi

मेनफ़्रेम कंप्यूटर क्या है – हेलो दोस्तों आज हम आप को मेनफ़्रेम कंप्यूटर क्या हैके बारे में बताएंगे इसके बारे में आप ने पहले भी सुना होगा पर आज है हम आप को और नर नए जानकरिये भी देंगे तो आप का ज्यादा समय न लेते लुए शुरू करते है

मेनफ़्रेम कंप्यूटर क्या है

मेनफ़्रेम कंप्यूटर क्या है – मेनफ्रेम कंप्यूटर एक बड़े साइज के कंप्यूटर होते हैं जो कि किसी व्यावसायिक संगठन या सरकारी संस्थान में उपयोग के लिए बनाए जाते हैं। ये कंप्यूटर के शुरुआती दिनों में उपयोग में आए थे और आज भी बहुत सारे संगठन इनका उपयोग करते हैं।

मेफ्रेम कंप्यूटर को केंद्रीय कंप्यूटर भी कहा जाता है। इनमें एक बड़ा मेमोरी और प्रोसेसिंग स्कीम होता है जो इसे एक समान और अनुकूलित संगठन बनाता है जो एक समान और उचित तरीके से संचालित होता है।

ये कंप्यूटर दुनिया के सबसे बड़े संगठनों और वित्तीय संस्थाओं के लिए उपयोगी होते हैं जो बड़े डेटा और उनकी प्रसंस्करण और उपयोग के लिए आवश्यक होते हैं।

मेनफ़्रेम कंप्यूटर का इतिहास

मेनफ्रेम कंप्यूटर का इतिहास 1930 के दशक से शुरू हुआ था। उस समय, कंप्यूटर एक बड़ी कक्षा में ही उपलब्ध थे, जो कि आमतौर पर सरकारी अथवा वित्तीय संस्थाओं द्वारा उपयोग में लाए जाते थे।

एक प्रसिद्ध मेनफ्रेम कंप्यूटर होंबी, जो 1951 में IBM द्वारा विकसित किया गया था। यह एक सफल प्रोजेक्ट था और उसके बाद आईबीएम ने अन्य मेनफ्रेम कंप्यूटर भी विकसित किए, जिनमें से सबसे प्रसिद्ध हैं IBM System/360, IBM System/370, और IBM zSeries आदि।

मेनफ्रेम कंप्यूटर का उपयोग संगठनों के विभिन्न कार्यों में होता था, जिसमें संख्यात्मक वित्तीय प्रक्रियाओं का प्रबंधन, संगठन के कर्मचारियों के डेटा के साथ काम करना, बैंकिंग, रेलवे, एयरलाइंस एवं सरकारी संगठनों के लिए सिस्टम प्रबंधन आदि शामिल थे।

हालांकि, 1980 के दशक में, पर्सनल कंप्यूटरों के आगमन के साथ-साथ मेनफ्रेम कंप्यूटरों की मांग कम हो गई थी,

मेनफ़्रेम कंप्यूटर के उदाहरण

  • मेनफ्रेम कंप्यूटर का उपयोग विभिन्न उद्योगों और संगठनों में किया जाता है, जैसे बैंकिंग, वित्त, स्थानीय संचार, सरकारी संस्थाएँ, रेलवे आदि। निम्नलिखित कुछ मेनफ्रेम कंप्यूटर के उदाहरण हैं:
  • IBM System/360: यह 1964 में विकसित किए गए थे और आईबीएम के लिए एक बड़ी पारदर्शिता का काम करते थे। इसका उपयोग बैंकिंग, वित्त, स्थानीय संचार, सरकारी संस्थाएँ आदि में किया जाता था।
  • IBM System/370: इसे 1970 में लॉन्च किया गया था। इसमें नई तकनीकों को जोड़ा गया था जो उसकी गति और क्षमता में सुधार करते थे।
  • IBM zSeries: इसका उपयोग आज भी वित्त, सरकारी संस्थाएँ, रेलवे आदि के लिए किया जाता है। इसकी खासियत यह है कि यह उपयोगकर्ताओं के बीच डेटा सुरक्षा तथा उन्हें अपने सिस्टम पर आसानी से कंट्रोल करने की अनुमति देता है।

मेनफ़्रेम कंप्यूटर के घटक

मेनफ्रेम कंप्यूटर में निम्नलिखित घटक होते हैं:

  • मेन फ्रेम (Mainframe): मेनफ़्रेम कंप्यूटर के नाम का एक मुख्य कारक होता है मेनफ्रेम जो इसके नाम को देता है। यह कंप्यूटर का मुख्य शोध-परीक्षण यूनिट होता है।
  • संग्रह यूनिट (Storage Unit): मेनफ्रेम कंप्यूटर में संग्रह यूनिट होता है जो डेटा एवं सॉफ्टवेयर के लिए संग्रह का काम करता है।
  • इनपुट/आउटपुट यूनिट (Input/Output Unit): इनपुट/आउटपुट यूनिट में मेनफ्रेम कंप्यूटर के साथ इंटरफेस होता है जो सिस्टम को उपयोगकर्ता के साथ कनेक्ट करता है।
  • प्रोसेसर यूनिट (Processor Unit): प्रोसेसर यूनिट आधुनिक मेनफ्रेम कंप्यूटर का एक मुख्य घटक होता है जो डेटा प्रोसेसिंग का काम करता है।
  • कंट्रोल यूनिट (Control Unit): कंट्रोल यूनिट मेनफ्रेम कंप्यूटर का एक और मुख्य घटक होता है जो प्रोसेसर यूनिट को निर्देशित करता है कि कौन से ऑपरेशन करने हैं और कैसे करने हैं।

मेनफ़्रेम कंप्यूटर की विशेषतायें

मेनफ़्रेम कंप्यूटर की कुछ मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

  • बड़ी क्षमता: मेनफ्रेम कंप्यूटर बहुत बड़ी क्षमता वाले कंप्यूटर होते हैं जो कि लाखों यूजर्स को समान समय पर सेवा दे सकते हैं।
  • संचालन एवं नियंत्रण: मेनफ्रेम कंप्यूटर आमतौर पर संचालन एवं नियंत्रण के लिए बनाए जाते हैं। इसके लिए, इन्हें विभिन्न सुरक्षा एवं नियंत्रण तंत्रों से लैस किया जाता है जो कि उनकी सुरक्षा और उन्हें उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान करने में मदद करते हैं।
  • दुर्दंत संरचना: मेनफ्रेम कंप्यूटर दुर्दंत संरचना वाले होते हैं जो कि इसकी बेहतर सुरक्षा और एक समान समय पर बहुत सारे उपयोगकर्ताओं की सेवा प्रदान करने में मदद करती है।
  • निष्पक्षता: मेनफ्रेम कंप्यूटर की संचालन सिस्टम निष्पक्ष होती है और सभी उपयोगकर्ताओं को बराबर आधार पर सेवा प्रदान करती है।

मेनफ़्रेम कंप्यूटर के उपयोग

मेनफ़्रेम कंप्यूटर के उपयोग निम्नलिखित होते हैं:

  • बड़ी निगरानी और डेटा संग्रह: मेनफ्रेम कंप्यूटर बहुत बड़े व्यवस्थाओं, उदाहरण के लिए बैंकों, रेलवे या हवाई उड़ानों और अन्य सार्वजनिक निगमों आदि में उपयोग किए जाते हैं। इन व्यवस्थाओं में बहुत सारे उपयोगकर्ता होते हैं और इनको एक समान समय पर सेवा देना बहुत आवश्यक होता है। मेनफ्रेम कंप्यूटर इसके लिए बेहतर विकल्प होते हैं क्योंकि इनमें बड़ी निगरानी और डेटा संग्रह की क्षमता होती है।
  • वित्तीय अनुसंधान: मेनफ्रेम कंप्यूटर को वित्तीय अनुसंधान में भी उपयोग किया जाता है। इसके द्वारा, बड़ी संख्याओं के डेटा को विश्लेषण किया जा सकता है और इससे विभिन्न आर्थिक मॉडल बनाए जा सकते हैं।
  • सार्वजनिक वित्तीय निकासी: बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थाओं के लिए भी मेनफ्रेम कंप्यूटर बहुत उपयोगी होते हैं।

मेनफ़्रेम कंप्यूटर के फायदे

मेनफ़्रेम कंप्यूटर के कुछ मुख्य फायदे हैं:

  • बड़ी संख्याओं के विश्लेषण: मेनफ्रेम कंप्यूटर की एक मुख्य फायदा उसकी बड़ी स्केल पर काम करने की क्षमता है। इससे बड़ी संख्याओं को विश्लेषण करने में आसानी होती है।
  • बड़ी निगरानी और डेटा संग्रह: मेनफ्रेम कंप्यूटर की एक अन्य फायदा इसकी बड़ी निगरानी और डेटा संग्रह क्षमता होती है। इससे बड़ी व्यवस्थाओं में विभिन्न विभाजन तकनीकों का उपयोग कर संग्रहित डेटा का विश्लेषण किया जा सकता है।
  • उच्च सुरक्षा: मेनफ्रेम कंप्यूटर में सुरक्षा संबंधी विशेषताएं ज्यादा होती हैं। इसमें सुरक्षा से संबंधित बहुत सारे फ़ीचर होते हैं जो डेटा को सुरक्षित रखते हैं और विभिन्न प्रकार के अधिकारों को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
  • अधिक उत्कृष्टता: मेनफ्रेम कंप्यूटर के लिए अत्यधिक उत्कृष्टता की आवश्यकता होती है।

मेनफ़्रेम कंप्यूटर के नुकसान

मेनफ़्रेम कंप्यूटर के कुछ नुकसान हैं:

उच्च कीमत: मेनफ्रेम कंप्यूटर बहुत महंगे होते हैं और इनकी लागत उनकी उन्नत तकनीक के कारण अधिक होती है।

सीमित उपयोग: मेनफ्रेम कंप्यूटर ज्यादातर बड़ी व्यवस्थाओं और सरकारी विभागों में ही उपयोग किए जाते हैं जो इनकी उपयोग सीमा को सीमित करता है।

बड़ी आकार: मेनफ्रेम कंप्यूटर का आकार बड़ा होता है जो इसकी स्थापना और इसके उपयोग को मुश्किल बना सकता है।

निरंतर तकनीकी अपग्रेड: मेनफ्रेम कंप्यूटर की तकनीक को अद्यतन रखना आवश्यक होता है ताकि वे समय के साथ समग्रता बनाए रख सकें। इसके लिए निरंतर तकनीकी अपग्रेड की आवश्यकता होती है जो उपयोगकर्ताओं के लिए खर्चीला हो सकता है।

अधिक बिजली का उपयोग: मेनफ्रेम कंप्यूटर बहुत अधिक बिजली का उपयोग करते हैं, जो एक बार में कई हजार वाट तक पहुंच सकता है। इससे उनकी वातावरण पर असर होता है

FAQ मेनफ़्रेम कंप्यूटर

Q: मेनफ़्रेम कंप्यूटर क्या है?

मेनफ़्रेम कंप्यूटर एक बड़े सार्वजनिक प्रणाली होती है जो एक समग्र संचालन प्रणाली के रूप में उपयोग की जाती है। ये आमतौर पर बड़ी और उन्नत व्यवस्थाओं में उपयोग किए जाते हैं, जहां उनकी सुरक्षा, सुविधा और स्केलेबिलिटी की आवश्यकता होती है।

Q: मेनफ़्रेम कंप्यूटर के उदाहरण कौन से हैं?

IBM System/360, UNIVAC 1100/2200, Burroughs B5000, Honeywell 200/2000 और Control Data Corporation CDC 6600 जैसे लोकप्रिय मेनफ्रेम कंप्यूटर हैं।

Q: मेनफ़्रेम कंप्यूटर के फायदे क्या हैं?

मेनफ़्रेम कंप्यूटर के फायदे उनकी सुरक्षा, सुविधा, स्केलेबिलिटी और समानता में हैं। इनके उपयोग से बड़ी व्यवस्थाएं और सरकारी विभागों में कार्य और सेवाएं आसानी से प्रदान की जा सकती हैं।

Q: मेनफ़्रेम कंप्यूटर के नुकसान क्या हैं?

मेनफ़्रेम कंप्यूटर के नुकसान में उच्च कीमत, सीमित उपयोग, बड़ा आकार, निरंतर तकनीकी अपग्रेड और अधिक बिजल

हमने इस पोस्ट के जरिये आप को मेनफ़्रेम कंप्यूटर क्या है के बारे में संपूर्ण जानकरी दी है अगर आप को कोई सुझाव देना हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स में आपने सुझाव दे सकते है आप आपने दोस्तों को भी पोस्ट की जान करि से सकते हो

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