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स्टोरेज एरिया नेटवर्क की परिभाषा
स्टोरेज एरिया नेटवर्क (SAN) एक उपकरण है जो कम्प्यूटर नेटवर्क के अंतर्गत एक उपयोगकर्ता या एक कंपनी द्वारा संचालित किए जाने वाले संग्रहण उपकरणों के बीच एक लोकतंत्र श्रृंखला तैयार करता है। SAN डेटा संग्रहण के लिए एक उन्नत विकल्प होता है जो इतना तेज होता है कि यह सभी के बीच स्वचालित रूप से साझा करने में सक्षम होता है।
SAN में संग्रहण उपकरण, जैसे कि एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव या टेप ड्राइव, एक संग्रहण नेटवर्क के जरिए जोड़े जाते हैं और इसे कंप्यूटर नेटवर्क से अलग रखा जाता है। इससे कंप्यूटर नेटवर्क लोड से मुक्त होता है और संग्रहण उपकरण को सीधे एक्सेस करने में सक्षम होता है।
SAN उपयोगकर्ताओं को संग्रहण उपकरणों को सुरक्षित रखने और संग्रहित डेटा का प्रबंधन करने की अधिक नियंत्रण प्रदान करता है। SAN में डेटा के संचार के लिए विशेष प्रोटोकॉलों का उपयोग किया जाता है जो सुरक्षित और विश्वसनीय बन गया है ।
SAN का क्या उपयोग है?
स्टोरेज एरिया नेटवर्क (SAN) क्या है-SAN (Storage Area Network) का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है। कुछ महत्वपूर्ण उपयोग निम्नलिखित हैं:
- संग्रहण उपकरणों का समाहित विनिर्माण: SAN उपयोगकर्ताओं को संग्रहण उपकरणों को एक समूह में समाहित करने की अनुमति देता है, जो अन्य नेटवर्क सेटअप के साथ अलग होता है।
- विस्तारित डेटा संग्रहण: SAN डेटा संग्रहण के लिए एक बड़े स्थान प्रदान करता है जिससे बहुत सारे संग्रहण उपकरण एक साथ उपयोग कर सकते हैं।
- उच्च उपलब्धता: SAN एक उच्च उपलब्धता स्तर प्रदान करता है जो कंप्यूटर संग्रहण के उपयोगकर्ताओं के लिए उपयुक्त होता है।
- संग्रहित डेटा के सुरक्षित रखना: SAN संग्रहित डेटा को सुरक्षित रखने में मदद करता है, जिससे इसे स्थानांतरित करना आसान होता है।
- अधिक स्केलेबिलिटी: SAN अधिक स्केलेबिलिटी प्रदान करता है, जो कंप्यूटर संग्रहण के वृद्धि और विस्तार के साथ संगत होता है।
SAN कैसे काम करता है
Sस्टोरेज एरिया नेटवर्क (SAN) क्या है-AN (Storage Area Network) एक विशेष प्रकार का कंप्यूटर नेटवर्क होता है जो डेटा स्टोर करने और संचालित करने के लिए उपयोग किया जाता है। SAN नेटवर्क में एक स्टोरेज डेवाइस (स्टोरेज एरिया नेटवर्क) का उपयोग किया जाता है जो विभिन्न सर्वरों से जुड़ा होता है।
SAN में डेटा को स्टोर करने और संचालित करने के लिए विभिन्न कंप्यूटर नेटवर्क टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है, जिसमें फाइबर ऑप्टिक टेक्नोलॉजी शामिल होती है। फाइबर ऑप्टिक टेक्नोलॉजी के द्वारा, बहुत अधिक डेटा स्पीड के साथ भेजा जा सकता है जो SAN को सुरक्षित बनाता है और लोगों को अपने स्टोरेज संसाधनों को साझा करने की अनुमति देता है।
SAN में एक सेंट्रलाइज्ड स्टोरेज सिस्टम होता है, जो कि डेटा को संग्रहित करता है और उपयोगकर्ताओं को उसे साझा करने की अनुमति देता है। सेंट्रलाइज्ड स्टोरेज सिस्टम में कई स्टोरेज डिवाइस शामिल हो सकते हैं, जिन्हें एक सीमित कंप्यूटर नेटवर्क के माध्यम से काम करता है।
Storage Area Network के घटक या components क्या है ?
Storage Area Network के निम्नलिखित घटक या components है :-
Host Layer
Host Layer SAN में सबसे ऊपरी परत होती है जो कम्प्यूटर सिस्टमों को नेटवर्क से जोड़ती है। होस्ट लेयर में कुछ मुख्य घटक होते हैं जैसे कि:
- Host Bus Adapters (HBA): HBA कंप्यूटर सिस्टम में एक एक्सपेंशन स्लॉट में जुड़ता है और SAN नेटवर्क से जुड़े स्टोरेज डेवाइस के साथ इंटरफेस का काम करता है। HBA के द्वारा, सिस्टम से स्टोरेज डेवाइस तक डेटा का ट्रांसफर होता है।
- Device Drivers: संग्रह उपकरणों और होस्ट सिस्टमों के बीच संचार के लिए डिवाइस ड्राइवर की आवश्यकता होती है। डिवाइस ड्राइवर सिस्टम में इंस्टॉल होता है और संग्रह उपकरणों को बताता है कि सिस्टम उनके साथ कैसे संचार करेगा।
- Multipathing Software: Multipathing सॉफ्टवेयर सिस्टम को संग्रह उपकरणों से जुड़े मल्टिपल रूट्स प्रदान करता है। इससे सिस्टम में उपलब्ध स्टोरेज को जितनी जरूरत होती है उतनी दे सकता है।
- File Systems: SAN से संबंधित फ़ाइल सिस्टम संग्रह उपकरणों के साथ संचार करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
Fabric Layer
Fabric Layer SAN में होस्ट लेयर के बाद आती है। इस परत में संग्रह उपकरणों को सीधे कनेक्ट करने वाली डेवाइस कोर में शामिल होते हैं। फैब्रिक लेयर में निम्नलिखित घटक होते हैं:
- Switches: स्विच संग्रह उपकरणों को एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में संचार करते हैं। इस लेयर में स्विचेस अधिकतर विभिन्न पोर्ट्स के साथ उपलब्ध होते हैं जिसके माध्यम से इन्हें संग्रह उपकरणों के साथ कनेक्ट किया जाता है।
- Routers: राउटर संग्रह उपकरणों को एक से दूसरे नेटवर्क के साथ जोड़ते हैं जो कि अलग-अलग संगठनों में हो सकते हैं। राउटरों का उपयोग अलग-अलग लोकेशंस में संग्रह उपकरणों को एक साथ जोड़ने के लिए किया जाता है।
- Directors: डायरेक्टर बहुत बड़े स्विच होते हैं जो कि बहुत सारे संग्रह उपकरणों को संचारित कर सकते हैं। इनके माध्यम से, बहुत सारे संग्रह उपकरणों को आसानी से कनेक्ट किया जा सकता है और इनके बीच डेटा को आसानी से ट्रांसफर किया जा सकता है।
Storage Layer
स्टोरेज लेयर (Storage Layer) कंप्यूटर साइंस में एक ऐसा हिस्सा होता है जो डेटा को स्थायी रूप से संग्रहित करने का प्रबंधन करता है। यह डेटा को लंबे समय तक संग्रहीत करने के लिए जिम्मेदार होता है, आमतौर पर डिस्क या अन्य गैर-वोलेटाइल स्टोरेज डिवाइसों पर।
स्टोरेज लेयर कई तरह के सिस्टमों, साधारण फ़ाइल-आधारित अनुप्रयोगों से लेकर जटिल डेटाबेस और वितरित स्टोरेज सिस्टम तक के लिए एक महत्वपूर्ण घटक होता है। इसमें डेटा को प्रबंधित करने के लिए फंक्शनैलिटी प्रदान की जाती है, जिसमें डेटा को संग्रहीत करना, रिट्रीव करना, अपडेट करना, साथ ही डिस्क स्पेस का प्रबंधन करना और संग्रहित डेटा तक पहुँच को अनुकूलित करना शामिल होता है।
स्टोरेज लेयर की कुछ सामान्य विशेषताएं निम्नलिखित होती हैं:
- डेटा संरचनाएं: स्टोरेज लेयर डेटा को संगठित और स्टोर करने के लिए विभिन्न डेटा संरचनाओं का उपयोग कर सकता है, जैसे फ़ाइलें, टेबल या कुंजी-मान भंडार।
- डेटा एक्सेस: स्टोरेज लेयर डेटा तक पहुंच के लिए क्वेरी या API जैसे तरीके प्रदान करता है।
SAN Switches के बारे में
SAN Switches एक प्रकार का नेटवर्क स्विच होता है जो Storage Area Network (SAN) को बनाने में उपयोग किया जाता है। ये स्विच डेटा सेंटर में स्टोरेज डेवाइस और सर्वरों को कनेक्ट करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
SAN Switches के कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
- High Availability: SAN Switches एक High Availability सॉल्यूशन होते हैं जो विभिन्न टेक्नोलॉजी जैसे Redundant Power Supplies, Redundant Fans, और Failover Capabilities आदि का उपयोग करते हुए कम से कम डाउनटाइम के साथ सुनिश्चित करते हैं।
- Scalability: SAN Switches अपनी Scalability के लिए जाने जाते हैं, जो एक संगठित तरीके से स्टोरेज नेटवर्क के विस्तार को संभव बनाता है।
- Security: SAN Switches कई सुरक्षा फ़ीचर्स जैसे Access Control, Authorization, और Authentication आदि के साथ आते हैं। इन फीचर्स का उपयोग स्टोरेज डेटा की सुरक्षा के लिए किया जाता है।
- Performance: SAN Switches के पास बहुत अधिक Bandwidth होती है जो इन्हें उच्च संचार दर देती है। इसके अलावा, SAN Switches नेटवर्क ट्रैफ़िक को बहुत सुविधाजनक तरीके से विभाजित करते हैं।
Quality Of Service
Quality of Service (QoS) नेटवर्किंग में एक महत्वपूर्ण प्रतिबंधक होता है जो नेटवर्क डेटा के गुणवत्ता को निर्धारित करता है। QoS नेटवर्क में ट्रैफिक प्राथमिकताओं को निर्धारित करने के लिए उपयोग किया जाता है ताकि उच्च प्राथमिकता वाले डेटा पैकेटों को प्राथमिकता दी जाए जो सुनिश्चित करता है कि अन्य गैर महत्वपूर्ण डेटा पैकेटों के साथ तुल्य मात्रा में नेटवर्क रिसोर्स उपयोग किए जाएं।
QoS के अंतर्गत निम्नलिखित मुख्य तत्व शामिल होते हैं:
- Bandwidth: QoS डेटा पैकेटों के लिए निर्धारित बैंडविड्थ का उपयोग करता है। यह निर्धारित करता है कि प्राथमिक डेटा पैकेटों को कितना बैंडविड्थ मिलेगा।
- Latency: विभिन्न डेटा पैकेटों को समान मूल्य देने के लिए QoS लैटेंसी को नियंत्रित करता है। लैटेंसी नेटवर्क में डेटा को ट्रांस्मिट करने और प्राप्त करने के लिए लगने वाला समय होता है।
- Packet Loss: QoS नेटवर्क में पैकेट लॉस को कम करने में मदद करता है।
SAN के फायदे
SAN (Storage Area Network) के कुछ महत्वपूर्ण फायदे हैं:
- बेहतर संचार: SAN एक विशेष नेटवर्क होता है, जो विभिन्न संगठनों द्वारा साझा की जा सकती है। इससे इस्तेमाल की जाने वाली संसाधनों की जानकारी को समझना और उपयोग करना आसान होता है।
- बढ़ी हुई उपलब्धता: SAN के जरिए एक ही संसाधन को कई उपयोगकर्ताओं के साथ साझा किया जा सकता है। इससे इस संसाधन की उपलब्धता बढ़ जाती है।
- सुरक्षितता: SAN के जरिए डेटा की सुरक्षा बढ़ जाती है, क्योंकि इसमें डेटा संग्रहित करने के लिए विशेष उपकरण होते हैं। यह डेटा के लॉस या क्रैश के खतरे को कम करता है।
- एकीकृत प्रबंधन: SAN के जरिए, संगठन की सभी संसाधनों का एकीकृत प्रबंधन करना संभव होता है। इससे संगठन अपनी संसाधनों का सरल और अधिक अधिकृत नियंत्रण रख सकता है।
- दुर्लभता कम: SAN एक संरचित तंत्र होता है जो डेटा वस्तुओं को अलग-अलग तंत्रों पर संग्रहित करता है। यह अधिक दुर्लभता कम करता है।
SAN के नुकसान
Storage Area Networks (SANs) के नुकसान कुछ हैं जो निम्नलिखित हैं:
- Cost: SAN की तुलना में अन्य विकल्प जैसे Network Attached Storage (NAS) की कीमत अधिक होती है। SAN की इम्प्लीमेंटेशन के लिए स्वर्गीय मूल्य के नेटवर्किंग हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर शामिल होते हैं।
- Complexity: SAN अन्य नेटवर्किंग तंत्रों की तुलना में अधिक जटिल होता है। SAN नेटवर्क में संगठन विभिन्न विभिन्न संचार प्रोटोकॉल का उपयोग करते हुए बनाया जाता है।
- Administration: SANs के लिए प्रबंधन और व्यवस्थापन की जटिलता बढ़ती है, जिससे उपयोगकर्ताओं के लिए प्रबंधन और मॉनिटरिंग के लिए अधिक समय और अनुभव की आवश्यकता होती है।
- Scalability: SAN को बढ़ाना या नए उपकरणों को जोड़ना संभव है, लेकिन इस प्रक्रिया में कुछ तकनीकी निर्देश होते हैं जिसे फॉलो करना होता है। स्केलिंग के समय एक त्रुटि हो सकती है जो नेटवर्क प्रभावित कर सकती है।
- Single point of failure: SAN में सामान्यतः सिंगल प्वाइंट ऑफ फेल्योर होता है ।