सूरह कोसर की फजीलत
- हज़रत अबू हुरैरा रज़ि. से रिवायत है कि रसूल-अल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फरमाया: “जो शख्स सूरह कोसर पढ़ेगा, उसे क़ियामत के दिन एक लाख (100,000) अज्र दिया जाएगा।” (तिर्मिज़ी, हदीस 2918) सूरह कौसर इन हिंदी
- हज़रत अबू इस्हाक से रिवायत है कि रसूल-अल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फरमाया: “जो शख्स सूरह कोसर पढ़ेगा, उसे क़ियामत के दिन एक लाख (100,000) सवाब दिया जाएगा और उसे एक लाख (100,000) गुना सवाब मिलेगा।” (तिर्मिज़ी, हदीस 2919)
सूरह अल कौसर अरबी में
إِنَّاۤ أَعۡطَیۡنَـٰكَ ٱلۡكَوۡثَرَفَصَلِّ لِرَبِّكَ وَٱنۡحَرۡإِنَّ شَانِئَكَ هُوَ إِنَّ هُوَ ٱلۡأَبۡتَ
सूरह कौसर हिंदी में
- बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
- इन्ना आतैना कल कौसर
- फसल्ली लिरब्बिका वनहर
- इन्ना शानियाका हुवल अब्तर
सूरह कौसर का तर्जुमा हिंदी में
- बेशक हमने आपको कौसर अता किया
- बस आप अपने रब के लिए नमाज अदा करो और कुर्बानी करो
- बेशक आपका दुश्मन ही बे नामो निशान होगा।
सूरह कोसर का तात्पर्य
सूरह कौसर इन हिंदी- इस सूरह में अल्लाह तआला ने अपनी क़ुदरत के कुछ अजूबों का ज़िक्र किया है। सबसे पहले उन्होंने नक्षत्रों की स्थितियों की कसम खाई है। यह कसम इस बात पर दलील है कि अल्लाह तआला ही सृष्टि का मालिक है और वही हर चीज़ का संचालन करता है।
सूरह कौसर इन हिंदी- दूसरे, उन्होंने क़ुरआन की क़द्र और महत्ता का बयान किया है। उन्होंने कहा है कि यह एक पावन क़ुरआन है, जिसे एक सुरक्षित किताब में रखा गया है। यह क़ुरआन केवल पाक लोग ही छू सकते हैं।
तीसरे, उन्होंने इस बात का ज़िक्र किया है कि यह क़ुरआन रब-उल-आलमीन की ओर से नाज़िल की गई है। इसका मतलब है कि यह क़ुरआन अल्लाह तआला का वाणी है।
इस सूरह से हमें कई सबक मिलते हैं। सबसे पहले, हमें अल्लाह तआला की क़ुदरत पर यक़ीन करना चाहिए। दूसरे, हमें क़ुरआन की क़द्र और महत्ता को समझना चाहिए। तीसरे, हमें अल्लाह तआला के आदेशों का पालन करना चाहिए और उसकी निषिद्ध चीज़ों से बचना
सुरह अल कौसर हिंदी में
बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम
इन्ना आतैना कल कौसर
फसल्ली लिरब्बिका वनहर
इन्ना शानियाका हुवल अब्तर
सुरह अल कौसर अरबी में
إِنَّاۤ أَعۡطَیۡنَـٰكَ ٱلۡكَوۡثَرَفَصَلِّ لِرَبِّكَ وَٱنۡحَرۡإِنَّ شَانِئَكَ هُوَ إِنَّ هُوَ ٱلۡأَبۡتَ
सुरह अल कौसर का तर्जुमा हिंदी में
बेशक हमने आपको कौसर अता किया
बस आप अपने रब के लिए नमाज अदा करो और कुर्बानी करो
बेशक आपका दुश्मन ही बे नामो निशान होगा।