Volatile Or Non-Volatile Me Kya Antar Hai नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं वोलेटाइल नोन वोलेटाइल मेमोरी मैं क्या अंतर है दोस्तों यह कंप्यूटर से जुडी है यदि आप कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं उसके लिए आपको इन मेमोरी के बारे में जानना अवश्य जरूरी है आज आपको इस ब्लॉग पर पूरी जानकारी मिल जाएगी यह काफी सरल भाषा में आपको समझाया गया है जिससे आप आसानी से और समझ सकते हैं तो आइए बिना देरी करें इसके बारे में जानते हैं
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वॉल टाइल का हिंदी में मतलब क्या है
इसका मतलब परिवर्तनशील होता है
Volatile Memory Kya Hai
Volatile Memory उस memory को कहा है, जिनमे data को store करने के लिए power supply का होना जरुरी होता है। अगर volatile memory को power supply या electricity न मिले तो उसमे data को store नहीं किया जा सकता है। जैसे RAM (Random Access Memory) एक volatile memory होती है। Volatile Or Non-Volatile Me Kya Antar Hai
वोलेटाइल मेमोरी के फायदे (Advantage of Volatile Memory in Hindi)
- वोलेटाइल मेमोरी की स्पीड फ़ास्ट होती है.
- वोलेटाइल मेमोरी बहुत कम बिजली खर्च करती है .
- कंप्यूटर में प्रोग्राम या एप्लीकेशन को Run करने के लिए वोलेटाइल मेमोरी जरुरत होती है.
- वोलेटाइल मेमोरी में डेटा अस्थाई रूप से स्टोर रहता है इसलिए इसमें स्टोर डेटा हैकिंग, वायरस आदि से सुरक्षित रहता है.
वोलेटाइल मेमोरी के नुकसान (Disadvantage of Volatile Memory in Hindi)
- वोलेटाइल मेमोरी में डेटा को Permanent स्टोर नहीं किया जा सकता है.
- वोलेटाइल मेमोरी की स्टोरेज काफी कम होती है.
- वोलेटाइल मेमोरी की कीमत भी बहुत अधिक होती है.
- अचानक पॉवर सप्लाई बंद हो जाने पर वोलेटाइल मेमोरी में स्टोर डेटा मिट जाता है, इसलिए इसमें Data Loss होने का सम्भावना बनी रहती है.
Non-volatile Memory Kya Hai
Non-Volatile Memory (NVM) एक प्रकार की मेमोरी है जो बिजली बंद होने के बाद को बचा कर रखता है volatile memory स्टोरेज स्टेट को बनाए रखने के लिए electric charge की आवश्यकता नहीं होती है. केवल non-volatile मेमोरी में डेटा पढ़ने और लिखने के लिए शक्ति की आवश्यकता होती है. Storage devices, जैसे कि HDDs and SSD, non-volatile मेमोरी का उपयोग करते हैं
नॉन वोलेटाइल मेमोरी का उपयोग कंप्यूटर में डेटा को सुरक्षित , डेटा बैकअप बनाने और डेटा को एक कंप्यूटर से दुसरे कंप्यूटर में ट्रान्सफर करने के लिए भी किया जाता है.Volatile Or Non-Volatile Me Kya Antar Hai
नॉन वोलेटाइल स्टोरेज (NVS) क्या है?
डेटा या प्रोग्राम कोड को लगातार बनाए रखने के लिए बिजली की आवश्यकता नहीं होती है. non volatile और उपकरण व्यापक रूप से उस तरीके और गति में अलग होते हैं जिसमें वे डेटा को transferred और retrieved करते हैं, चाहे वह किसी एप्लिकेशन, माइक्रोप्रोसेसर या अन्य प्रकार के डिवाइस के साथ संचार कर रहा हो. वे लागत, क्षमता, सहनशक्ति और विलंबता के मामले में भी महत्वपूर्ण रूप से अलग हो सकते हैं.
नॉन – वोलेटाइल मेमोरी के फायदे (Advantage of Non – Volatile Memory in Hindi)
- नॉन – वोलेटाइल मेमोरी में डेटा को सुरक्षित रखता है.
- डेटा का बैकअप बनाने,के लिए और डेटा को दुसरे कंप्यूटर में ट्रान्सफर करने के लिए नॉन – वोलेटाइल मेमोरी का इस्तेमाल किया जाता है.
- पॉवर सप्लाई बंद हो जाने पर भी नॉन – वोलेटाइल मेमोरी में स्टोर डेटा सुरक्षित रहता है.
- नॉन – वोलेटाइल मेमोरी की स्टोरेज अधिक होती है.
- नॉन वोलेटाइल मेमोरी वोलेटाइल मेमोरी की तुलना में सस्ती होती है.
नॉन – वोलेटाइल मेमोरी के नुकसान (Disadvantage of Non – Volatile Memory in Hindi)
- नॉन वोलेटाइल मेमोरी की स्पीड की बात करे तो इसकी स्पीड कम होती है.
- नॉन वोलेटाइल मेमोरी में डेटा स्टोर रहता है, इसलिए इसमें वायरस का खतरा भी रहता है.
- अगर नॉन – वोलेटाइल मेमोरी Damage हो जाती है तो हमारा Data Loss हो सकता है.
कंप्यूटर मेमोरी के प्रकार
- ROM (Read Only Memory)
- Ram (Read Only Memory)
ROM (Read Only Memory)
इसका पूरा नाम तो सभी जानते है। तो इसका मतलब यह है की इसमें डाटा को केवल पढ़ा जाता है। और साथ ही आप इसमें कोई नया डाटा नहीं जोड़ सकते है। और साथ ही इसमें एक खासियत यह है की इसमें Power Off होने पर भी डाटा memory से डिलिट नहीं होता है। Volatile Or Non-Volatile Me Kya Antar Hai
Ram (Random Access Memory)
CPU से direct connect रहती है । RAM का उपयोग उसमें डेटा पढ़ने और लिखने के लिए किया जाता है जो CPU द्वारा एक्सेस किया जाता है। ram एक तरह की temporary मेमोरी है और इसे वोलेटाइल मेमोरी भी कहा जाता है , इसका मतलब है कि अगर बिजली का पावर बंद हो जाये तो कंप्यूटर द्वारा उपयोग किया गया डाटा automatic erase हो जाता है।
FAQ For Volatile vs Non – Volatile Memory in Hindi
Ques निम्नलिखित में से कौन नॉन- वोलेटाइल मेमोरी का एक उदाहरण है?
लार्ज स्केल इंटीग्रेशन (LSI)
रैंडम एक्सेस मेमोरी (RAM)
वैरी लार्ज स्केल इंटीग्रेशन (VLSI)
रीड ओनली मेमोरी (ROM)
Ans : रीड ओनली मेमोरी (ROM)
Ques स्थाई और अस्थाई मेमोरी में क्या अंतर है?
Ans : नॉन – वोलेटाइल मेमोरी कंप्यूटर की Permanent मेमोरी होती है, इसमें स्टोर डेटा कंप्यूटर के बंद हो जाने के बाद भी नहीं मिटता है. ROM, हार्ड डिस्क, SSD आदि नॉन वोलेटाइल मेमोरी के उदाहरण हैं.
Ans : ROM एक नॉन – वोलेटाइल मेमोरी है क्योंकि इसमें डेटा पॉवर सप्लाई बंद हो जाने के बाद भी स्टोर रहता है. ROM में BIOS की सभी सेटिंग स्टोर रहती है.
Ans : Volatile का हिंदी मतलब परिवर्तनशील और Non – Volatile का हिंदी मतलब अपरिवर्तनशील होता है.
तो यहां तक दोस्तों हमारा यह पोस्ट फिनिश होता है उम्मीद करती हूं आपको यह पोस्ट अच्छे से समझ आ चुका होगा ऐसे ही जानकारी लेने के लिए आप मेरी वेबसाइट को सब्सक्राइब करें जिससे मैं आप लोगों के लिए जो भी ब्लॉग पोस्ट बनाऊं आप तक पहुंच सके
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