Tuesday, April 30, 2024
Homeजानकारियाँधीरेंद्र कृष्ण शास्त्री विवाद, जीवन परिचय, बागेश्वर धाम, Dhirendra Krishna Shastri Biography...

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री विवाद, जीवन परिचय, बागेश्वर धाम, Dhirendra Krishna Shastri Biography in Hindi




धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री विवाद, जीवन परिचय, बागेश्वर धाम, (Dhirendra Krishna Shastri Biography in Hindi) – नमस्कार दोस्तों आज मैं आपको बताने वाली हूं धीरेंद्र शास्त्री बागेश्वर बाबा के बारे में तुझसे पहले मैंने आपको उनके बारे में कुछ ऐसी जानकारी दी थी और आज हम आपको उसकी पूरी जानकारी दी गई यानी कि उनकी पूरी बायोग्राफी के बारे में जनेगे जो कि शायद ही कोई लोगों को उनके बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं है यदि आप सच में उनके बारे में जानना चाहते हैं आप बिल्कुल सही बात साइट पर आए हैं यहां पर आपको पूरी इसकी जानकारी मिलने वाली है

बागेश्वर धाम वाले बाबा का सच क्या है महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री पर विवाद

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री विवाद, जीवन परिचय, बागेश्वर धाम, Dhirendra Krishna Shastri Biography in Hindi– आज के समय में कई लोग अंधविश्वास पर ज्यादा यकीन करने लगे हैं आज के सोशल मीडिया पर एक ऐसा सन्यासी जिसके बारे मे हर कोई बात कर रहा है सन्यासी का नाम है महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जो कि मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम में अपन तारवाला के श्री कृष्ण शास्त्री ने इंटरनेट की दुनिया में तहलका मचा रखा है

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कौन है

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कौन है – इनके बैकग्राउंड की बात करें तो इनके बैकग्राउंड में ऐसे कई लोग हैं जो उनका साथ देते हैं और उन पर यकीन करते हैं क्योंकि लाखों से भी ज्यादा उनके भक्त हैं यह सन्यासी लोगों की मन की बात बिना बताए जान लेते हैं यह उनकी खासियत है कि उनके भक्तों ने हनुमान जी का अवतार मानते हैं साहित्य महाराज के जीवन के बारे में पूरी जानकारी आज इस पोस्ट के द्वारा देने वाली हूं तो आइए यहां तक आप इतना समझ चुके हैं आगे और जाने की इन की बायोग्राफी के बारे में

महाराज वीरेंद्र शास्त्री का जन्म उम्र परिवार एवं शुरुआती जीवन

महाराज धीरेंद्र कृष्ण का जन्म 4 जुलाई 1996 को मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में हुआ था की एक जरा पंचगांव का एक ब्राह्मण घर में इनका जन्म हुआ था और उनके पिताजी की बात करें तो इनकी पिताजी का नाम रामकृपाल गर्ग और मां का नाम सरोज गर्ग है और साथ ही उनकी दादी और इनका छोटा भाई और बहन दोनों साथ हैं महाराज धीरेंद्र कृष्ण ने अपना शुरुआती जीवन गांव में ही बिताया है सबसे खास बात की है काफी गरीब परिवार के थे जिनके कारण उन्हें चोखो सुविधाओं से वंचित रहना पड़ा था इन्होंने अपने जीवन में काफी संघर्ष किए हैं महाराज धीरेंद्र कृष्ण को बचपन से ही आध्यात्मिक चीजों का काफी शौक था जिसकी शिक्षा उन्होंने अपनी दादाजी प्राप्त की है




महाराज धीरेंद्र शास्त्री की शिक्षा

महाराज धीरेंद्र कृष्ण ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव में एक किस स्कूल से प्राप्त की थी जहां पर बड़ी कक्षा में आने के बाद उन्होंने गांव से 5 किलोमीटर दूर की एक सरकारी स्कूल से अपनी पढ़ाई को जारी किया था इसके बाद उन्होंने कॉलेज में दाखिला लिया और वहां से उन्होंने अपना बीए कंप्लीट करके और धीरेंद्र शास्त्री का पढाई में बिल्कुल भी ध्यान नहीं था जिस कारण उन्होंने अपने दादा जी से महाभारत और रामायण भगवत कथा और पुराण के महाकाव्य की शिक्षा ली और फिर उन्होंने अपना दरबार लगाना शुरू कर दिया जिसके स्वरूप उन्होंने हनुमान जी की साधना करनी शुरू कर दी और उस समय से लेकर उन्होंने अपनी एक नए सिरे से सिद्धि प्राप्त कर ली

महाराज से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के गुरू के बारे में

सबसे जरूरी बात यह है कि महाराज दिल्ली कृष्ण की दादाजी भी बाबा की समाधि बागेश्वर धाम से की थी और इस दौरान यह पता चलता है कि सन्यासी बाबा के वंश से था जिन्होंने का तकरीबन 320 साल पहले समाधि ली थी और धीरेंद्र के दादाजी बहुत समय से बागेश्वर धाम की दरबार लगाया करते थे जिसे देखकर उनकी अंदर भी एक आस्था जागी जिसमें उन्होंने दरबार में अर्जी लगाई वह अपने परिवार की हालत से छुटकारा पाना चाहते हैं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कौन है

 

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जीवन परिचय- दादाजी ने धीरेंद्र कृष्ण जी को अपना शिष्य बना लिया था और फिर उन्होंने इन शक्तियों के बारे में शिक्षा प्राप्त की और बागेश्वर धाम की सेवा करनी शुरू कर दी अब ऐसे में आप लोगों के मन में बागेश्वर धाम क्या है के बारे में यह सवाल तो जरूर आया होगा सबसे पहले मैं आपको बता दूं कि बागेश्वर धाम एक हनुमान मंदिर है

 जो कि मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है एक गांव है जिसमें मारा धीरेंद्र कृष्ण का जन्म भी हुआ था यहां पर उनके दादाजी ने समाधि की प्राप्ति की थी दुनिया भर के लोग यहां आते हैं और अपने नाम की अर्जी लगाते हैं यहां पर मंगलवार के अलावा कभी भी आज नहीं लगाई जाती क्योंकि यह दिन हनुमान जी का दिन होता है इसीलिए मंगलवार के दिन अर्जी लगाने के लिए चुना गया था जब नारियल को लाल कपड़े में बांधकर जरूर लाते हैं मान्यता है कि अगर जो कोई भी इस नारियल को उस मंदिर में बांधा जाता है उनकी मनोकामना जरूर पूरी होती हैं दीपिका लाखों लोग यहां मंगलवार को नारियल बांधने आते हैं और यहीं पर महाराज धीरेंद्र कृष्ण का यहां आकर लोग अपनी समस्याओं का समाधान ढूंढते हैं और साथ ही जब भी कोई बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने के लिए आता है तो उन्हें एक टोकन दिया जाता है बागेश्वर धाम की टोकन क्या होते हैं

बागेश्वर धाम की टोकन क्या होते हैं

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जीवन परिचय- कोई व्यक्ति यहां दर्शन के लिए आता है तो उन्हें एक सेवा समिति की तरफ से एक टोकन जारी किया जाता है जहां पर आप पहली बार मंदिर में दर्शन के लिए जाते हैं तो उसके लिए आपको टोकन लेना पड़ता है उसमें आपको कुछ अपनी इंफॉर्मेशन भी फ़िल करनी होती है

बागेश्वर धाम में दर्शन करने के लिए कैसे टोकन प्राप्त कर सकते हैं

यदि आप लोगों के मन में भी यह सवाल आया है कि यदि आप चाहते हैं कि बागेश्वर धाम मंदिर में जाना तो उसके लिए आप कैसे टोकन प्राप्त कर सकती है बागेश्वर धाम में जो टोकन दिए जाते हैं उनको दर्शन का महीना और तारीख लिखी जाती है वहां दर्शन कर सकते हैं इसके बाद आपकी अर्जी इस धाम में लगाई जाती है

घर बैठे कैसे लगाए अर्जी

 यह जानकारी केवल उन भक्तों के लिए है जो चाहते हैं कि घर बैठे अर्जी लगाना जो बागेश्वर धाम नहीं जा पाते तो उसके लिए आपको एक लाल कपड़े में नारियल को बांधना होगा आरती ओम बागेश्वर नमः का जाप करना होगा और उसके बाद मन में जो भी आपके सवाल है उन्हें बोलना है और फिर आपकी अर्जी लग जाएगी क्योंकि आपकी मनोकामना है वह भी पूरी हो जाएगी

RELATED ARTICLES
5 9 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest

0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Most Popular