Monday, April 29, 2024
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बगलामुखी मंत्र कवच एवं जयंती पूजा- Baglamukhi Mantra kavach jayanti puja in hindi 2023

बगलामुखी मंत्र कवच एवं जयंती पूजा 2023, पूजा (Baglamukhi Mantra kavach jayanti puja in hindi)

बगलामुखी मंत्र कवच एवं जयंती पूजा पूजा – Baglamukhi Mantra kavach jayanti puja in hindi 2023- बगलामुखी मंत्र, जिन्हें “बगला मुखि विद्महे स्थाम्बिनी च धीमहि, तन्नो देवी प्रचोदयात्‌” या इसके समान मंत्र के रूप में प्रकट किया जा सकता है, मां बगलामुखी की उपासना में प्रयुक्त होते हैं। मां बगलामुखी एक हिन्दू देवी हैं जिनका स्वरूप बगले (कर्ण) में होता है और वे शक्तिशाली रूप से दुश्मनों को पराभूत करने की क्षमता रखती हैं। Baglamukhi mantra kavach jayanti puja


“ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ॐ स्वाहा।”

भक्त सर्वकार्य सिद्धि मंत्र 

ॐ ह्रीं ऎं क्लीं श्री बगलानने मम रिपून नाशय नाशय ममैश्वर्याणि देहि देहि शीघ्रं मनोवान्छितं साधय साधय ह्रीं स्वाहा

बगलामुखी मंत्र कवच एवं जयंती पूजा पूजा  इस मंत्र का जाप करने से मान्यता है कि व्यक्ति के वाणीकाय दोषों को दूर करने, शत्रुओं को पराभूत करने और बुद्धि को स्थिर करने में मदद मिलती है। कृपया ध्यान दें कि यह आपके आशीर्वादित गुरु या पंडित की मार्गदर्शन में ही किया जाना चाहिए और इसका नियमित जाप करने से पहले आपको इसके विचार सहित अर्थ समझना चाहिए। बगलामुखी की उपासना के विशेष पहलुओं का एक हिस्सा है और इसका जाप करने से पहले आपको उनके आदर्श, आचार-विचार और विधियों का आदेश मिलना चाहिए। Baglamukhi mantra kavach jayanti puja

बगलामुखी मंत्र कवच एवं जयंती पूजा पूजा Baglamukhi mantra kavach jayanti puja in hindi

नाम बगलामुखी जयंती
कौन है स्तंभन की देवी
कब है वैशाख शुक्ल की अष्टमी तिथी को
2023 में कब है 27 अप्रैल

 

देवी बगलामुखी कौन है- Who is Devi Baglamukhi

बगलामुखी मंत्र कवच एवं जयंती पूजा पूजा मां बगलामुखी, जिन्हें बगला मुखी भी कहा जाता है, एक प्रमुख हिन्दू देवी है जो हिन्दू धर्म में विशेष उपासना प्राप्त हैं। वे दुर्गा माता के दशमी रूपों में से एक हैं और उनकी उपासना मुख्य रूप से शत्रुओं और विपत्तियों से रक्षा के लिए की जाती है। मां बगलामुखी का स्वरूप बगले यानी करण (या मुख) में होता है, जिससे उन्हें “बगला मुखी” के नाम से भी जाना जाता है। उनकी उपासना से शत्रुओं के प्रति असहमति और प्रशांति पैदा होती है और उन्हें विजयी बनाने में मदद मिलती है। बगलामुखी देवी की विभिन्न पौराणिक कथाएँ और शास्त्रों में वर्णन की गई हैं, जिनमें उनकी महत्वपूर्णता और उपासना का वर्णन किया गया है। वे सत्ता और सामर्थ्य की प्रतीक होती हैं और भक्तों को नकारात्मक शक्तियों से बचाने में मदद करती हैं। बगलामुखी मंत्र कवच एवं जयंती पूजा पूजा

देवी का नाम बगलामुखी क्यू पड़ा -Why was the goddess named Bagalamukhi?

बगलामुखी शब्द बगला या वल्गा शब्द से बना है जिसका अर्थ घोड़े को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली काठी है। इस अत्यंत शक्तिशाली देवी को स्तम्भिनी देवी या ब्रह्मास्त्र रूपिणी भी कहा जाता है। इसका मतलब यह है कि वह इतनी शक्तिशाली है कि लक्ष्य को गतिहीन और स्थिर बना सकती है

माता बगलामुखी के पूजन विधि -Baglamukhi puja

शत्रुओ का नाश करने वाली देवी बगलामुखी की पूजा हर कोई करना चाहता है. देवी बगलामुखी को नाम पीतांबरा के नाम से भी जानते है, जब भी आप देवी का पूजन करते है, तो उन्हे पीले फूल अवश्य चढ़ाये और उनका पूजन भी पीले वस्त्र पहनकर करे. देवी को दीप दान भी पीली हल्दी के ढ़ेर पर किया जाता है

सामग्री

  • माता बगलामुखी की मूर्ति या चित्र
  • पूजा स्थल
  • पूजा की थाली
  • फूल, दीपक, अगरबत्ती
  • पूजा के लिए फल, पुष्प, नीर
  • पूजा के वस्त्र, रक्तचंदन, कुंकुम
  • अदृश्य ब्रह्मपथ

पूजन विधि

  • पूजा स्थल को शुद्ध करें और उसे सजाएं।
  • माता बगलामुखी की मूर्ति या चित्र को पूजा स्थल पर रखें।
  • पूजा शुरू करने से पहले अपने आदर्श गुरु या पंडित से मंत्र दीक्षा लें।
  • अपने मन को शुद्ध करने के लिए ध्यान करें और माता बगलामुखी को स्मरण करें।
  • ब्रह्मपथ की धारणा करें और पूजा के लिए सभी सामग्री को समर्पित करें।
  • उपासना के प्रारंभ में आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करें।
  • फूल, पुष्प, फल, नीर, अगरबत्ती, दीपक, रक्तचंदन, कुंकुम आदि से पूजा करें।
  • माता बगलामुखी की आरती करें और उनके प्रसाद का भोग चढ़ाएं।
  • पूजा के अन्त में अपनी इच्छाएं माता से मांगें और उनके आशीर्वाद का प्राप्त करें।
  • पूजा को समाप्त करने के बाद अपने आदर्श गुरु या पंडित से पूजा का विशेष आशीर्वाद प्राप्त करें।

देवी बगलामुखी का मंत्र – Baglamukhi Mantra

बगलामुखी मंत्र कवच एवं जयंती पूजा पूजा माँ बगलामुखी मंत्र साधना भक्त को पूरी निष्ठा से करनी चाहिए और साथ ही  हमें कोशिश करनी चाहिए कि मंत्र उच्चारण सही तरह से हो. यहाँ माँ बगलामुखी मन्त्र दिया जा रहा है

बगलामुखी का कवच Baglamukhi Kavach

देवी बगलामुखी का मंत्र

बग्लामुखी मंत्र के लाभ Benefits of Baglamukhi Mantra

बगलामुखी मंत्र का जाप करने से आपके शत्रुओं या विरोधियों का पराभव हो सकता है। इस मंत्र की शक्ति से आप अपनी आवश्यकतानुसार शत्रुओं को परास्त कर सकते हैं और खुद को सुरक्षित महसूस कर सकते हैं। बगलामुखी मंत्र का जाप करने से आपकी बुद्धि में वृद्धि हो सकती है और आप विचारशीलता में सुधार पा सकते हैं।

इस मंत्र का जाप करने से आप अपने आसपास की नकारात्मक ऊर्जाओं का निष्कासन कर सकते हैं, जिससे आपका मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक स्थिति में सुधार हो सकता है। बगलामुखी मंत्र के जाप से आपके जीवन में आने वाले कष्टों और विपत्तियों का निवारण हो सकता है।इस मंत्र के जाप से आपका व्यक्तिगत विकास हो सकता है और आपके आत्मविश्वास में वृद्धि हो सकती है। बगलामुखी मंत्र के जाप से आपके कर्मों में सफलता प्राप्त हो सकती है और आप अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

बगलामुखी कथा Baglamukhi Katha

बगलामुखी मंत्र कवच एवं जयंती पूजा पूजा माता पार्वती और श्रीकृष्ण के बीच एक दिन उपमानु महर्षि की यात्रा के दौरान एक विवाद हुआ। पार्वती ने श्रीकृष्ण से कहा कि कैसे वह वृंदावन के गोपियों के साथ खेलते हुए उनकी रक्षा करते हैं, और श्रीकृष्ण ने इसे आत्मसंसार में दोनों निपटाने के लिए सुझाव दिया। पार्वती माता ने यह समस्या उपमानु महर्षि से सुनी और उनकी मार्गदर्शन में माता बगलामुखी की उपासना करने का निर्णय लिया। माता पार्वती ने बगलामुखी देवी की उपासना करते हुए सात दिन और सात रात तक उपवास किया और बगलामुखी मंत्र का जाप किया।

इसके बाद, माता बगलामुखी ने अपने दिव्य स्वरूप में प्रकट होकर पार्वती माता के सामने आईं और उन्हें आशीर्वाद दिया कि वे शत्रुओं को पराजित करने और समस्याओं को हल करने के लिए बगलामुखी देवी की उपासना करें। माता बगलामुखी की उपासना से शत्रुओं और संकटों का निवारण होता है और व्यक्ति को शक्तिशाली बनाने में मदद मिलती है। यह कथा उनके महत्वपूर्ण पौराणिक अस्तित्व का भी एक हिस्सा है।

बगलामुखी जयंती 2023: प्रसिद्ध मंदिर

1. महद्य प्रदेश में नलखेड़ा
2. हिमाचल प्रदेश में वनखंडी
3. मध्य प्रदेश में दतिया

साल 2023 मे बगलामुखी जयंती कब है? – Baglamukhi Jayanti 2023

साल 27 अप्रैल 2023 को बगलामुखी जयंती

FAQ

Q- बगलामुखी की पूजा क्यों की जाती है?

 बगलामुखी की पूजा दुश्मनों को हराने के लिए 

Q- बगलामुखी का मंत्र क्या है?

ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा

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