हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम और मछली का किस्सा – हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम इस्लाम के छठे नबी थे। उन्हें नीनवा शहर के लोगों को अल्लाह के मार्ग पर लाने के लिए भेजा गया था। हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम का जन्म फिलिस्तीन के एक गाँव में हुआ था। जब उन्हें नबुवत मिली, तब वे एक युवा थे। अल्लाह ने उन्हें नीनवा शहर के लोगों को बुराई से रोकने और अल्लाह की इबादत करने का आदेश दिया।
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हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम: एक महान पैगंबर और उनकी अनोखी कहानी
हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम और मछली का किस्सा – हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम, जिन्हें “मछली वाले पैगंबर” के नाम से भी जाना जाता है, इस्लाम के छह प्रमुख पैगंबरों में से एक हैं। उनकी कहानी कुरआन में कई जगहों पर वर्णित है, और यह धैर्य, तौबा (पश्चाताप) और अल्लाह पर भरोसे का एक प्रेरणादायक उदाहरण है।
नीनवा शहर उस समय एक विशाल और शक्तिशाली शहर था। वहां के लोग मूर्तिपूजा करते थे और अनेक बुराइयां करते थे। हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम ने कई सालों तक नीनवा के लोगों को अल्लाह का संदेश सुनाया, लेकिन उन्होंने उनकी बात नहीं मानी।
मछली के पेट में
समुद्र में तूफान आया और जहाज डूबने लगा। हज़रत यूनुस को समुद्र में फेंक दिया गया और उन्हें एक विशाल मछली ने निगल लिया। मछली के पेट में अंधेरे और تنهایی में, हज़रत यूनुस ने अपनी गलती का एहसास किया और अल्लाह से क्षमा मांगी। अल्लाह ने उनकी प्रार्थना सुनी और मछली को तट पर लाकर हज़रत यूनुस को बाहर निकाला।