Friday, May 3, 2024
Homeतीज त्यौहारजनै पूर्णिमा नेपाली में क्यों मनाई जाती है? Janai Purnima/Raksha Bandhan Festival...

जनै पूर्णिमा नेपाली में क्यों मनाई जाती है? Janai Purnima/Raksha Bandhan Festival in Nepal

जनै पूर्णिमा नेपाली में क्यों मनाई जाती है- जनै पूर्णिमा नेपाल में मनाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण हिंदू धार्मिक उत्सव है। यह पर्व दक्षिण एशिया के विभिन्न हिस्सों में हिंदू समुदायों द्वारा मनाया जाता है। इसे दूसरे नाम से राखी बंधन के रूप में भी जाना जाता है। यह त्योहार भाई-बहन के प्रेम और बंधन का प्रतीक है।



जनै को इंग्लिश में क्या कहते हैं?

जनै को अंग्रेजी में “यज्ञोपवीत” (Yajnopavita) कहा जाता है। यह एक विशेष धागा होता है, जिसे हिंदू धर्म में धारण करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसे धारण करने की प्रक्रिया को “उपनयन” या “जनेउ” भी कहा जाता है। यह यज्ञोपवीत धागा ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य जातियों के युवा पुरुषों को उनके विवाहित भाईयों द्वारा बांधा जाता है और उन्हें “द्विज” बनाने का उद्देश्य होता है। इसे धारण करने से युवा पुरुष को धार्मिक और सामाजिक उच्चता मिलती है।


जनै पूर्णिमा क्या है

जनै पूर्णिमा नेपाली में क्यों मनाई जाती है? Janai Purnima/Raksha Bandhan Festival in Nepal-जनै पूर्णिमा एक हिंदू त्योहार है, जिसे भारत और नेपाल में मनाया जाता है। यह पर्व श्रावण मास (जुलाई-अगस्त) की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। यह त्योहार विशेष रूप से द्विजाति (ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य) के लोगों में प्रचलित है। इसे दूसरे नाम से राखी बंधन के रूप में भी जाना जाता है।

जनै पूर्णिमा नेपाली में क्यों मनाई जाती है- जनै पूर्णिमा के दिन युवा पुरुष अपने विवाहित भाईयों के लिए जनै धारण करते हैं। जनै एक प्रकार की धागा होती है जो विशेष रीति-रिवाज के अनुसार उन्हें गले में बांधी जाती है। इसे धारण करने से युवा पुरुष को विशेष धार्मिक अधिकार प्राप्त होता है और वे “द्विज” बनते हैं।

द्विज शब्द का अर्थ होता है “दोहरा जन्म प्राप्त करने वाला”, जिससे उसे समाज में अधिकारी होने का उपाधि प्राप्त होता है। जनै पूर्णिमा के दिन भाईबहन के प्रेम का भी उत्सव होता है और वे एक-दूसरे के साथ भाईचारे और स्नेह के बंधन में बंधते हैं। इस दिन भाईयों को उनके छोटे भाईयों या कुल्लू पुरोहितों द्वारा सजाकर, जनै को धारण करने का अधिकार और ज़िम्मेदारी प्रदान की जाती है। जनै पूर्णिमा उत्सव हिंदू समुदाय में प्रेम और समरसता का प्रतीक है और भाईबहन के प्रेम का उत्सवी रूप से मनाया जाता है।


जनै पूर्णिमा नेपाली में क्यों मनाई जाती है?

जनै पूर्णिमा को हिंदू कैलेंडर के श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जो अगस्त या सितंबर महीने में होता है। इस दिन प्रतिवर्ष दक्षिण एशियाई हिंदू परिवारों में एक विशेष रीति-रिवाज के अनुसार युवा पुरुष अपने विवाहित भाईयों के लिए जनै धारण करते हैं और इस तरीके से उन्हें “द्विज” बनाते हैं। द्विज शब्द का अर्थ होता है “दोहरा जन्म प्राप्त करने वाला” जिससे उसे समाज में अधिकारी होने का उपाधि प्राप्त होता है।

जनै पूर्णिमा नेपाली में क्यों मनाई जाती है-इस दिन भाईयों को उनके छोटे भाईयों या कुल्लू पुरोहितों के द्वारा सजाकर, जनै को धारण करने का अधिकार और ज़िम्मेदारी प्रदान की जाती है। जनै को धारण करने से युवा पुरुष को ग्रहण की शक्ति बढ़ती है और वे धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति के लिए प्रतिबद्ध होते हैं। इसके साथ ही, इस दिन भाईबहन के प्रेम का भी उत्सव होता है और वे एक-दूसरे के साथ भाईचारे और स्नेह के बंधन में बंधते हैं। जनै पूर्णिमा उत्सव नेपाल में धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है और यह हिंदू समुदाय की समृद्धि, प्रेम, और समरसता का प्रतीक है।


नेपाल का पुराना नाम क्या है?

नेपाल का पुराना नाम “गोरख” (Gorkha) था। गोरख नामक राजवंश के राजा पृथ्वीनारायण शाह ने 18वीं सदी में नेपाल के विभिन्न राज्यों को विजयी किया और नेपाल को एकत्र किया। राजा पृथ्वीनारायण शाह ने अपने शासनकाल के दौरान नेपाल का नाम “गोरख” से “नेपाल” रखा। नेपाल नामक शब्द संस्कृत भाषा से उत्पन्न हुआ है, जिसका अर्थ होता है “नविकरण की भूमि” या “नवा विकसित भूमि”। इसके बाद से ही नेपाल यह नाम अपनाकर रहा है।

जनै पूर्णिमा में क्या होता है?

जनै पूर्णिमा एक महत्वपूर्ण हिंदू धार्मिक उत्सव है, जो भारत और नेपाल में मनाया जाता है। यह पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा (पूर्णिमा के दिन) को मनाया जाता है। इस दिन भाईयों को उनके विवाहित भाईयों या कुल्लू पुरोहितों द्वारा जनै धारण कराई जाती है।

जनै एक विशेष धागा होती है, जिसे जनै पूर्णिमा के दिन युवा पुरुष अपने ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य भाईयों के गले में बांधते हैं। इस धागे को धारण करने से वे “द्विज” बनते हैं, जिससे उन्हें धार्मिक और सामाजिक उच्चता मिलती है। इस उत्सव के दौरान भाईबहन के प्रेम का भी उत्सव होता है। बहनें अपने भाईयों के लिए विशेष भोजन बनाती हैं और उन्हें विशेष आभूषण देती हैं। भाई भी अपनी बहनों के लिए उपहार और आशीर्वाद देते हैं।


इस दिन कुछ लोग गंगा नदी में स्नान भी करते हैं और अपने पूर्वजों की आत्मा के शांति की कामना करते हैं। जनै पूर्णिमा एक सामाजिक उत्सव है जो भाईबहन के भाईचारे और प्रेम को स्थायी करता है और उन्हें परस्पर सम्मान और समरसता के साथ जीने का उत्साह देता है।

किस तिथि में जनै पूर्णिमा मनाई जाती है?

जनै पवित्र धागा है, और पूर्णिमा पूर्णिमा का दिन है, इस प्रकार यह बिक्रम संबत कैलेंडर के श्रावण महीने की पूर्णिमा के दिन जनै त्योहार है। यह तिथि विभिन्न वर्षों में बदलती रहती है क्योंकि हिंदू पंचांग में वैदिक मास की पूर्णिमा की तिथि नक्षत्रों के आधार पर निर्धारित की जाती है। यह त्योहार अगस्त या सितंबर महीने में होता है।

क्या हम जनै पूर्णिमा में मांस खा सकते हैं?

जनै पूर्णिमा नेपाली में क्यों मनाई जाती है- जनै पूर्णिमा एक हिंदू धार्मिक उत्सव है जो विशेष रूप से ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य जातियों में प्रचलित है। हिंदू धर्म में इस दिन धार्मिक आचरणों और व्रतों का पालन किया जाता है, और मांसाहारी भोजन इस दिन विशेष रूप से नहीं किया जाता है।

जनै पूर्णिमा पर लोग धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-अर्चना, व्रत और धार्मिक श्रद्धा-भक्ति के साथ विशेष प्रार्थनाएं करते हैं। भक्ति और धार्मिक शुद्धि के लिए मांस, अंस, और अशुद्ध आहार का त्याग किया जाता है। यह दिन वेजिटेरियन भोजन करने के लिए अधिकांशतः चुना जाता है और धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल होने के लिए आचार्य या पुरोहित के मार्गदर्शन में रहते हैं।

जनै पूर्णिमा नेपाली में क्यों मनाई जाती है- इसलिए, जनै पूर्णिमा के दिन मांस खाने से बचें और धार्मिक आचरणों और परंपरागत रीति-रिवाजों का पालन करें। यह आपके और आपके परिवार के लिए धार्मिक उत्सव को शुभ और पवित्र बनाएगा।




RELATED ARTICLES
5 2 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest

0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Most Popular