Sunday, September 8, 2024
Homeपरिचयइसरो चीफ डॉ एस सोमनाथ का जीवन परिचय | Dr S. Somanath...

इसरो चीफ डॉ एस सोमनाथ का जीवन परिचय | Dr S. Somanath ISRO Chairman Biography, Chandrayaan

एस. सोमनाथ की बायोग्राफी कौन है, पूरा नाम, जीवन परिचय, योग्यता, हिस्ट्री, इसरो, एजुकेशन, सैलरी, फॅमिली (S. Somanath Biography) (Full Name, ISRO Chairman, Wife, Family, Qualification, Salary, Net Worth, Chandrayan-3, History)

एस सोमनाथ की बायोग्राफी (S. Somanath Biography in Hindi)

इसरो चीफ डॉ एस सोमनाथ का जीवन परिचय: एस. सोमनाथ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष हैं। वह 1 जुलाई 2022 को इस पद पर नियुक्त हुए। इससे पहले, वह विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) के निदेशक और तरल प्रणोदन प्रणाली केंद्र (एलपीएससी) के निदेशक थे। सोमनाथ का जन्म जुलाई 1963 में केरल के अरूर में हुआ था। उन्होंने महाराजा कॉलेज, एर्नाकुलम से अपनी प्री-डिग्री पूरी की। सोमनाथ के पास टीकेएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, क्विलन, केरल विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री है, और डायनेमिक्स और कंट्रोल में विशेषज्ञता के साथ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बैंगलोर से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर्स डिग्री है। स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद, सोमनाथ 1985 में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन में शामिल हो गए। वह अपने प्रारंभिक चरण में ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) परियोजना में शामिल थे।

चंद्रयान 3 यहा भी पढ़े
Mars Orbiter Mission 2023 यहा भी पढ़े
इसरो-नासा का संयुक्त मिशन NISER उपग्रह यहा भी पढ़े

 

सोमनाथ को लॉन्च वाहन डिजाइन में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। उन्होंने पीएसएलवी, जीसैट और चंद्रयान जैसे कई महत्वपूर्ण अंतरिक्ष अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सोमनाथ को 2023 में चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए विशेष रूप से जाना जाता है, जो भारत को चंद्रमा पर पहला रोवर भेजने वाला पहला एशियाई देश बना। सोमनाथ एक अनुभवी एयरोस्पेस इंजीनियर और रॉकेट तकनीशियन हैं, जिनके पास अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है। वह एक प्रेरक नेता हैं, जो इसरो को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसरो चीफ डॉ एस सोमनाथ का जीवन परिचय

एस सोमनाथ कौन है (Who is S. Somanath)

डॉ एस सोमनाथ का जीवन परिचय एस सोमनाथ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष हैं। वह 1 जुलाई, 2023 को इस पद पर नियुक्त हुए। इससे पहले, वह विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) के निदेशक और तरल प्रणोदन प्रणाली केंद्र (एलपीएससी) के निदेशक थे।

एस सोमनाथ का पूरा नाम (S. Somanath Full Name)

पूरा नाम श्रीधर पाड़ीकर सोमनाथ है

एस सोमनाथ का एजुकेशन, योग्यता (S. Somanath Qualification)

  • प्री-डिग्री: महाराजा कॉलेज, एर्नाकुलम
  • स्नातक डिग्री: मैकेनिकल इंजीनियरिंग, टीकेएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, क्विलन, केरल विश्वविद्यालय
  • मास्टर्स डिग्री: एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बैंगलोर
  • पीएचडी: मैकेनिकल इंजीनियरिंग, IIT मद्रास

सोमनाथ के पास अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है। उन्होंने पीएसएलवी, जीसैट और चंद्रयान जैसे कई महत्वपूर्ण अंतरिक्ष अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सोमनाथ को 2023 में चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए विशेष रूप से जाना जाता है, जो भारत को चंद्रमा पर पहला रोवर भेजने वाला पहला एशियाई देश बना।

एस सोमनाथ वाइफ (S. Somanath Wife)

इसरो चीफ डॉ एस सोमनाथ का जीवन परिचय : श्रीधर पाणिकर सोमनाथ का विवाह वलसाला नाम की महिला से हुआ है और इन पति-पत्नी के दो बच्चे भी है। इनकी पत्नी मिनिस्ट्री ऑफ़ फाइनेंस के अंतर्गत आने वाली जीएसटी डिपार्टमेंट में काम करती है। इनके दोनों ही बच्चों ने अपने पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई इंजीनियरिंग में कंप्लीट कर ली है

एस सोमनाथ का करियर (S. Somanath Career)

एस सोमनाथ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष हैं। वह 1 जुलाई, 2023 को इस पद पर नियुक्त हुए। इससे पहले, वह विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) के निदेशक और तरल प्रणोदन प्रणाली केंद्र (एलपीएससी) के निदेशक थे।

  • 1985: विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी), भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में शामिल हुए
  • 1996: पीएसएलवी परियोजना में शामिल
  • 2001: वीएसएससी के प्रक्षेपण वाहन परियोजना निदेशक
  • 2007: वीएसएससी के प्रक्षेपण वाहन प्रणालियों के निदेशक
  • 2014: तरल प्रणोदन प्रणाली केंद्र (एलपीएससी) के निदेशक
  • 2018: वीएसएससी के निदेशक
  • 2023: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष

सोमनाथ का जन्म जुलाई, 1963 में केरल के अरूर में हुआ था। उन्होंने महाराजा कॉलेज, एर्नाकुलम से अपनी प्री-डिग्री पूरी की। सोमनाथ के पास टीकेएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, क्विलन, केरल विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री है, और डायनेमिक्स और कंट्रोल में विशेषज्ञता के साथ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बैंगलोर से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर्स डिग्री है। स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद, सोमनाथ 1985 में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन में शामिल हो गए। वह अपने प्रारंभिक चरण में ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) परियोजना में शामिल थे।

इसरो चीफ डॉ एस सोमनाथ का जीवन परिचय : सोमनाथ को लॉन्च वाहन डिजाइन में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। उन्होंने पीएसएलवी, जीसैट और चंद्रयान जैसे कई महत्वपूर्ण अंतरिक्ष अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सोमनाथ को 2023 में चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए विशेष रूप से जाना जाता है, जो भारत को चंद्रमा पर पहला रोवर भेजने वाला पहला एशियाई देश बना।

एस सोमनाथ की कुल कमाई (S. Somanath Net Worth)

श्री सोमनाथ ने बहुत कड़ी मेहनत की और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो की बहुत सेवा की। अपनी लगन और मेहनत से उन्होंने अच्छी खासी रकम जुटा ली। तो इंटरनेट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक उनकी अनुमानित कुल संपत्ति लगभग 3 से 5 करोड़ है। इसरो चीफ डॉ एस सोमनाथ का जीवन परिचय

एस सोमनाथ के अवार्ड (S. Somanath Award)

  • 2014: भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी (INSA) से फेलोशिप
  • 2015: अंतरिक्ष सोसायटी ऑफ इंडिया (ASI) से स्पेस गोल्ड मेडल
  • 2016: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) से सर्वोच्च पुरस्कार, ‘भारतीय अंतरिक्ष पुरस्कार’
  • 2020: अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष महाविद्यालय (IAC) से ‘IAC अंतरिक्ष पुरस्कार’
  • 2023: भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित

सोमनाथ को चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए विशेष रूप से पुरस्कृत किया गया था, जो भारत को चंद्रमा पर पहला रोवर भेजने वाला पहला एशियाई देश बना। सोमनाथ एक अनुभवी एयरोस्पेस इंजीनियर और रॉकेट तकनीशियन हैं, जिनके पास अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है। वह एक प्रेरक नेता हैं, जो इसरो को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

एस सोमनाथ चंद्रयान-3 (S. Somanath Chandrayan-3)

एस. सोमनाथ चंद्रयान-3 मिशन के अध्यक्ष थे, जो भारत का चंद्रमा पर तीसरा मिशन था। मिशन 22 जुलाई, 2023 को सफलतापूर्वक लॉन्च हुआ और 23 अगस्त, 2023 को चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की। चंद्रयान-3 मिशन ने भारत को चंद्रमा की सतह पर पहला रोवर भेजने वाला पहला एशियाई देश बनाया। सोमनाथ ने मिशन की सफलता के लिए इसरो की टीम की सराहना की। उन्होंने कहा, “हमने चंद्रमा पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ में सफलता हासिल कर ली है, भारत चांद पर है।” चंद्रयान-3 मिशन भारत के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी। इसने भारत को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया।

एस सोमनाथ – इसरो के नए चेयरपर्सन

एस. सोमनाथ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के नए चेयरपर्सन हैं। वह 1 जुलाई, 2023 को इस पद पर नियुक्त हुए। इससे पहले, वह विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) के निदेशक और तरल प्रणोदन प्रणाली केंद्र (एलपीएससी) के निदेशक थे।

सोमनाथ का जन्म जुलाई, 1963 में केरल के अरूर में हुआ था। उन्होंने महाराजा कॉलेज, एर्नाकुलम से अपनी प्री-डिग्री पूरी की। सोमनाथ के पास टीकेएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, क्विलन, केरल विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री है, और डायनेमिक्स और कंट्रोल में विशेषज्ञता के साथ इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बैंगलोर से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में मास्टर्स डिग्री है। स्नातक स्तर की पढ़ाई के बाद, सोमनाथ 1985 में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन में शामिल हो गए। वह अपने प्रारंभिक चरण में ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) परियोजना में शामिल थे।

सोमनाथ को लॉन्च वाहन डिजाइन में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। उन्होंने पीएसएलवी, जीसैट और चंद्रयान जैसे कई महत्वपूर्ण अंतरिक्ष अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सोमनाथ को 2023 में चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए विशेष रूप से जाना जाता है, जो भारत को चंद्रमा पर पहला रोवर भेजने वाला पहला एशियाई देश बना। सोमनाथ एक अनुभवी एयरोस्पेस इंजीनियर और रॉकेट तकनीशियन हैं, जिनके पास अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड है। वह एक प्रेरक नेता हैं, जो इसरो को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अपने नए पद पर, सोमनाथ का लक्ष्य इसरो को एक प्रमुख अंतरिक्ष संगठन के रूप में विकसित करना है। वह अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की नेतृत्व स्थिति को मजबूत करने और नए और नवीनतम अंतरिक्ष मिशनों को लॉन्च करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

FAQ

Q : इसरो का नया अध्यक्ष कौन है?

इसरो का नया अध्यक्ष बनाया गया है।

Q : डॉक्टर सोमनाथ कौन है?

 डॉक्टर सोमनाथ इसरो साइंटिस्ट और इसरो संस्था के नए और दसवें अध्यक्ष है।

Q : 2008 में इसरो के अध्यक्ष कौन थे?

 के राधाकृष्णन 2008 में इसरो के अध्यक्ष थे।

 

RELATED ARTICLES
0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest

0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Most Popular