Monday, April 29, 2024
Homeपरिचयचाँद पर जाने वाली पहली महिला कल्पना चावला का जीवन परिचय |...

चाँद पर जाने वाली पहली महिला कल्पना चावला का जीवन परिचय | Kalpana Chawla Biography in Hindi

कल्पना चावला का जीवन परिचय, जीवनी, जन्म, कैसे मरी थी, निबंध, पूरी कहानी, डेथ, कौन थी, मौत, मृत्यु कैसे हुई (Kalpana Chawla Biography in Hindi) (Born, Education, Age, Husband, Death, Story

महिला कल्पना चावला का जीवन परिचय: कल्पना चावला एक भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री और अंतरिक्ष शटल विशेषज्ञ थीं। वह अंतरिक्ष में जाने वाली पहली भारतीय महिला थीं।

कल्पना चावला का जीवन परिचय

नाम कल्पना चावला
जन्म 1 जुलाई 1961
मृत्यु 1 फरवरी 2003
जन्म स्थान करनाल
पेशा इंजिनियर,टेक्नोलॉजिस्ट

 

कल्पना चावला का जन्म 1 July 1961 को हरियाणा के करनाल में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा करनाल में ही प्राप्त की। बचपन से ही कल्पना को उड़ने का शौक था। वे अक्सर अपने पिता के साथ हवाई जहाज देखने जाती थीं। महिला कल्पना चावला का जीवन परिचय

कल्पना चावला का जन्म (Kalpana Chawla Birth)

1982 में, कल्पना ने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़ से एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने टेक्सास विश्वविद्यालय, आर्लिंग्टन से एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में मास्टर ऑफ साइंस की उपाधि प्राप्त की। 1988 में, कल्पना ने नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर में एक इंजीनियर के रूप में काम करना शुरू किया। उन्होंने कई अंतरिक्ष शटल अभियानों के लिए रोबोटिक आर्म के संचालन में सहायता की। 1994 में, कल्पना को नासा के अंतरिक्ष यात्री कार्यक्रम के लिए चुना गया। उन्होंने 1996 में अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण पूरा किया। महिला कल्पना चावला का जीवन परिचय

कल्पना चावला ने दो अंतरिक्ष मिशनों पर उड़ान भरी। पहली बार, उन्होंने 1997 में STS-87 पर उड़ान भरी। इस मिशन में, उन्होंने अंतरिक्ष में 15 दिनों तक बिताए। कल्पना चावला की दूसरी और अंतिम उड़ान STS-107 थी। यह मिशन 16 जनवरी, 2003 को शुरू हुआ था। कोलंबिया अंतरिक्ष शटल के वायुमंडल में पुन: प्रवेश के दौरान एक टुकड़ा गिर गया, जिससे शटल नष्ट हो गया। सभी सात अंतरिक्ष यात्रियों की मृत्यु हो गई, जिनमें कल्पना चावला भी शामिल थीं। कल्पना चावला की मृत्यु एक अपूरणीय क्षति थी। वह एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व थीं, जिन्होंने दुनिया भर के लाखों लोगों को प्रेरित किया। उनकी उपलब्धियों ने भारतीय महिलाओं के लिए एक नए मानक स्थापित किया। कल्पना चावला के सम्मान में, भारत सरकार ने उनके नाम पर एक अंतरिक्ष विज्ञान केंद्र की स्थापना की है। इस केंद्र का उद्देश्य युवाओं को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रोत्साहित करना है।

कल्पना चावला का परिवार

पिता का नाम बनारसी लाल चावला
माता का नाम संज्योथी चावला
पति का नाम जीन पिएरे हैरिसन

 

कल्पना चावला का जन्म 17 मार्च, 1962 को हरियाणा के करनाल में हुआ था। उनके 2 बहन हैं – सुनीता चावला, दीपा चावला और संजय चावला। इसके अलावा एक भाई संजय भी हैं कल्पना के पिता का नाम बनारसी लाल चावला था, जो एक व्यवसायी थे। उनकी माता का नाम संज्योथी चावला था, जो एक गृहिणी थीं। कल्पना की शादी 1984 में जीन-पियरे हैरिसन से हुई थी। जीन-पियरे एक फ्रांसीसी इंजीनियर थे। उनका एक बेटा था, जेसी। कल्पना की मृत्यु 1 फरवरी, 2003 को कोलंबिया अंतरिक्ष शटल दुर्घटना में हुई थी। उनके परिवार का कहना है कि वे हमेशा उनके लिए गर्व और प्रेरणा का स्रोत रही हैं। महिला कल्पना चावला का जीवन परिचय

चंद्रयान 3 यहा भी पढ़े
Mars Orbiter Mission 2023 यहा भी पढ़े
इसरो-नासा का संयुक्त मिशन NISER उपग्रह यहा भी पढ़े

कल्पना चावला का नासा का अनुभव

कल्पना चावला ने नासा के लिए एक सफल इंजीनियर और अंतरिक्ष यात्री के रूप में काम किया। उन्होंने कई अंतरिक्ष शटल अभियानों में सहायता की और दो अंतरिक्ष मिशनों पर उड़ान भरी।

1988 में, कल्पना ने नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर में एक इंजीनियर के रूप में काम करना शुरू किया। उन्होंने कई अंतरिक्ष शटल अभियानों के लिए रोबोटिक आर्म के संचालन में सहायता की। उन्होंने अंतरिक्ष शटल के डेक पर स्थित रोबोटिक आर्म का उपयोग करके अंतरिक्ष में प्रयोगों को निष्पादित करने और उपग्रहों को तैनात करने में मदद की। 1994 में, कल्पना को नासा के अंतरिक्ष यात्री कार्यक्रम के लिए चुना गया। उन्होंने 1996 में अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण पूरा किया। कल्पना चावला ने दो अंतरिक्ष मिशनों पर उड़ान भरी। पहली बार, उन्होंने 1997 में STS-87 पर उड़ान भरी। इस मिशन में, उन्होंने अंतरिक्ष में 15 दिनों तक बिताए। उन्होंने कई प्रयोगों को निष्पादित किया, जिनमें अंतरिक्ष में तरल पदार्थों का व्यवहार और अंतरिक्ष में सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव का अध्ययन शामिल था। Kalpana Chawla Biography in Hindi

कल्पना चावला की दूसरी और अंतिम उड़ान STS-107 थी। यह मिशन 16 जनवरी, 2003 को शुरू हुआ था। कोलंबिया अंतरिक्ष शटल के वायुमंडल में पुन: प्रवेश के दौरान एक टुकड़ा गिर गया, जिससे शटल नष्ट हो गया। सभी सात अंतरिक्ष यात्रियों की मृत्यु हो गई, जिनमें कल्पना चावला भी शामिल थीं।

कल्पना चावला की मृत्यु एक अपूरणीय क्षति थी। वह एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व थीं, जिन्होंने दुनिया भर के लाखों लोगों को प्रेरित किया। उनकी उपलब्धियों ने भारतीय महिलाओं के लिए एक नए मानक स्थापित किया। नासा ने कल्पना चावला को कई तरीकों से सम्मानित किया है। उन्होंने एक ASTEROID, एक चंद्र क्रेटर और मंगल ग्रह पर एक पहाड़ी का नाम उनके नाम पर रखा। उन्होंने एक सुपरकंप्यूटर भी समर्पित किया है।

स्पेस फ्लाइट अनुभव : STS-87 कोलंबिया (19 नवम्बर से 5 दिसम्बर 1997 तक)

कल्पना चावला ने 19 नवंबर से 5 दिसंबर, 1997 तक STS-87 स्पेस शटल मिशन पर उड़ान भरी। यह मिशन कोलंबिया अंतरिक्ष शटल का 27वां मिशन था। इस मिशन में, कल्पना चावला ने अंतरिक्ष में 15 दिन बिताए। उन्होंने कई प्रयोगों को निष्पादित किया, जिनमें अंतरिक्ष में तरल पदार्थों का व्यवहार और अंतरिक्ष में सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव का अध्ययन शामिल था। Kalpana Chawla Biography in Hindi

  • अंतरिक्ष में तरल पदार्थों का व्यवहार का अध्ययन करने के लिए 10 प्रयोगों को पूरा किया।
  • अंतरिक्ष में सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए 4 प्रयोगों को पूरा किया।
  • ASTRO-2 अंतरिक्ष दूरबीन को तैनात किया।
  • SPARTAN-201 अंतरिक्ष यान को तैनात किया।
  • 500 से अधिक प्रयोगों के डेटा को पृथ्वी पर भेजा।

कल्पना चावला ने STS-87 मिशन के दौरान कई महत्वपूर्ण योगदान दिए। उन्होंने अंतरिक्ष में तरल पदार्थों का व्यवहार का अध्ययन करने के लिए कई प्रयोगों का नेतृत्व किया। उन्होंने अंतरिक्ष में सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने ASTRO-2 अंतरिक्ष दूरबीन को तैनात करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

STS-107 कोलम्बिया (16 जनवरी से 1 फरवरी 2003 तक) :

कल्पना चावला ने 16 जनवरी से 1 फरवरी, 2003 तक STS-107 स्पेस शटल मिशन पर उड़ान भरी। यह मिशन कोलंबिया अंतरिक्ष शटल का 28वां मिशन था। इस मिशन में, कल्पना चावला ने अंतरिक्ष में 16 दिन बिताए। उन्होंने कई प्रयोगों को निष्पादित किया, जिनमें अंतरिक्ष में सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव का अध्ययन, पृथ्वी के वायुमंडल का अध्ययन और अंतरिक्ष में पौधों का विकास शामिल था।

  • अंतरिक्ष में सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए 20 प्रयोगों को पूरा किया।
  • पृथ्वी के वायुमंडल का अध्ययन करने के लिए 6 प्रयोगों को पूरा किया।
  • अंतरिक्ष में पौधों का विकास करने के लिए 4 प्रयोगों को पूरा किया।
  • SPARTAN-201 अंतरिक्ष यान को तैनात किया।
  • SPARTAN-100 अंतरिक्ष यान को तैनात किया।
  • 500 से अधिक प्रयोगों के डेटा को पृथ्वी पर भेजा।

कल्पना चावला ने STS-107 मिशन के दौरान कई महत्वपूर्ण योगदान दिए। उन्होंने अंतरिक्ष में सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए कई प्रयोगों का नेतृत्व किया। उन्होंने पृथ्वी के वायुमंडल का अध्ययन करने के लिए भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने अंतरिक्ष में पौधों का विकास करने के लिए भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने SPARTAN-201 और SPARTAN-100 अंतरिक्ष यान को तैनात करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। Kalpana Chawla Biography in Hindi

STS-107 मिशन कल्पना चावला के लिए एक बड़ी सफलता थी। इस मिशन ने उन्हें एक अंतरिक्ष यात्री के रूप में एक मजबूत प्रतिष्ठा दिलाई। दुर्भाग्य से, STS-107 मिशन एक त्रासदी में समाप्त हुआ। कोलंबिया अंतरिक्ष शटल के वायुमंडल में पुन: प्रवेश के दौरान एक टुकड़ा गिर गया, जिससे शटल नष्ट हो गया। सभी सात अंतरिक्ष यात्रियों की मृत्यु हो गई, जिनमें कल्पना चावला भी शामिल थीं।

कल्पना चावला की मृत्यु एक अपूरणीय क्षति थी। वह एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व थीं, जिन्होंने दुनिया भर के लाखों लोगों को प्रेरित किया। उनकी उपलब्धियों ने भारतीय महिलाओं के लिए एक नए मानक स्थापित किया। नासा ने कल्पना चावला को कई तरीकों से सम्मानित किया है। उन्होंने एक ASTEROID, एक चंद्र क्रेटर और मंगल ग्रह पर एक पहाड़ी का नाम उनके नाम पर रखा। उन्होंने एक सुपरकंप्यूटर भी समर्पित किया है।

कल्पना चावला के सम्मान में, भारत सरकार ने उनके नाम पर एक अंतरिक्ष विज्ञान केंद्र की स्थापना की है। इस केंद्र का उद्देश्य युवाओं को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रोत्साहित करना है।

कल्पना चावला की मौत कैसे हुई (Kalpana Chawla Death)

कल्पना चावला, जिनका पूरा नाम कल्पना चावला था, एक प्रमुख भारतीय अंतरिक्ष यात्री और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो (ISRO) की प्रमुख अंतरिक्ष यात्री थीं। उन्होंने 1984 में स्पेस शटल चैलेंजर मिशन के दौरान अंतरिक्ष यात्रा की थी। Kalpana Chawla Biography in Hindi

1986 में, शटल चैलेंजर मिशन के STS-51-L उपग्रह के एक्सप्लोड होने के कारण कल्पना चावला की मौके पर मौत हो गई। वायुमंडलीय दबाव में एक असामान्य ब्रेकडाउन के कारण उपग्रह खराब हो गया और इसके परिणामस्वरूप विमान के सात यात्री मौके पर मारे गए।

कल्पना चावला की मौत ने उनके परिवार, दोस्तों और उनके उपयोगकर्ताओं को गहरा दुःख पहुँचाया। उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष यात्री के रूप में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए स्मृति में बने रहेंगी।

और कौन था कल्पना के साथ उनके अंतिम समय में

कल्पना चावला के अंतिम समय में उनके साथ शटल चैलेंजर मिशन STS-51-L के अन्य सभी यात्री भी थे जो उस अद्भुत प्रक्षेपण में शामिल थे और जिन्होंने उस दुर्घटनाग्रस्त उपग्रह में यात्रा की थी।

  • फ्रांसिस एरिस्टिडेस (Francis R. Scobee) – मिशन के कमांडर थे।
  • माइकल जे स्मिथ (Michael J. Smith) – पायलट थे।
  • रोनाल्ड एम. मक्नाल (Ronald McNair) – अंतरिक्ष में अनुसंधानकर्ता थे।
  • इलोन ज. ओनिजुका (Ellison S. Onizuka) – अंतरिक्ष में अनुसंधानकर्ता थे।
  • जडी एस. रेजनिक (Judith A. Resnik) – अंतरिक्ष में अनुसंधानकर्ता थीं।
  • ग्रेगोरी जेरद (Gregory Jarvis) – कार्गो स्पेसिफिकेशन स्पेशलिस्ट थे।
  • रीचर्ड स्कोबी (Christa McAuliffe) – शिक्षिका थीं और उन्हें पहले सिविलियन अंतरिक्ष यात्री बनने का मौका मिला था।

कल्पना चावला और अवार्ड्स (Kalpana Chawla Awards)

कॉन्ग्रेसियनल स्पेस मेडल: 2003 में, कल्पना चावला को कॉन्ग्रेसियनल स्पेस मेडल से सम्मानित किया गया, जो उनके अंतरिक्ष यात्रा में उनके योगदान को मान्यता देने के लिए प्रदान किया गया।

भारत रत्न: 2003 में, कल्पना चावला को भारत सरकार द्वारा भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, से सम्मानित किया गया। वे पहली महिला अंतरिक्ष यात्री थीं जिन्हें इस सम्मान से नवाजा गया।

इंदिरा गांधी पर्यावरण पुरस्कार: कल्पना चावला को 1994 में इंदिरा गांधी पर्यावरण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था जो उनके अंतरिक्ष यात्रा के बाद उनके पर्यावरण से संबंधित योगदान को मान्यता देने के लिए दिया गया था।

FAQ

Q : कल्पना चावला कौन थी?

एक अंतरिक्ष यात्री

Q : कल्पना चावला की उम्र कितनी थी?

42 साल

Q : कल्पना चावला की मृत्यु कब हुई?

 1 फरवरी 2003

Q : कल्पना चावला कैसे मरी थी?

स्पेस शटल धरती पर लैंड होते समय

RELATED ARTICLES
0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest

0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Most Popular