मक्का मदीना के दार्शनिक स्थल की जानकारी | Mecca and Medina tourist places to visit in hindi- मक्का को काबा के चारों ओर स्थित मस्जिद अल-हराम के साथ जोड़कर इस्लाम धर्म का सबसे पवित्र स्थल माना जाता है। काबा, जो किसी भी दिशा में मुख करके नमाज पढ़ने के लिए मुस्लिमों की दिशा दर्शाता है, यहाँ स्थित है। मक्का में हर साल हज पर्व के दौरान लाखों मुस्लिम आकर्षित होते हैं ताकि वे काबा का तख्ता कर सकें।
मदीना, जिसे मुहम्मद नबी की आवश्यकताओं की उद्देश्य निर्माण केंद्र के रूप में स्थापित किया गया था, उनके आने के बाद से एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल बन गया है। यहाँ पर अनेक मस्जिदें हैं, जिनमें से सबसे प्रमुख है मस्जिद नबवी, जो मुहम्मद नबी की कब्र के पास स्थित है।
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इस्लाम का पांचवा स्तम्भ
मक्का मदीना के दार्शनिक स्थल की जानकारी | Mecca and Medina tourist places to visit in hindi इस्लाम धर्म में, “पांचवा स्तम्भ” यानी “पांच पिलर्स” (Five Pillars of Islam) वे पाँच महत्वपूर्ण धार्मिक कार्य हैं जिन्हें हर मुस्लिम को अपनाना चाहिए। ये पांच स्तम्भ इस्लामी जीवन की मार्गदर्शा के रूप में काम करते हैं और मुस्लिमों के आचरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
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शहादत (Shahada): शहादत का अर्थ होता है “गवाही देना”। इस पिलर के अंतर्गत, एक मुस्लिम को अल्लाह के सिवाय किसी और कोई ईश्वर नहीं है और मुहम्मद नबी उनके प्रेरणा स्रोत हैं, ऐसा स्वीकार करना होता है।
नमाज (Salat): नमाज मुस्लिमों की प्रतिदिन की पाँच बार की यात्रा को दर्शाती है, जिसमें वे अल्लाह की ओर से धन्यवाद और भक्ति व्यक्त करते हैं। मक्का मदीना के दार्शनिक स्थल की जानकारी
रोज़ा (Sawm): रमज़ान महीने में, मुस्लिम लोग दिनभर के समय रोज़ा रखते हैं, जिसमें वे खाने-पीने और दूसरी कुछ विशेष गतिविधियों से रोकते हैं। यह उनके आत्म-निग्रह को बढ़ावा देने का एक तरीका होता है और उन्हें दिनभर के कामों में सावधान बनाता है।
जकात (Zakat): जकात का मतलब होता है “धर्मिक चंदा”। मुस्लिम जो आर्थिक रूप से समृद्ध हैं, उन्हें अपनी माली इस्लाम समुदाय की आर्थिक सहायता के लिए एक निश्चित प्रतिशत अपनाना चाहिए।
हज़ (Hajj): हज़ वह धार्मिक प्रवास है जो मुस्लिमों को एक बार जीवन में मक्का आकर करना चाहिए, अगर उनकी आर्थिक और शारीरिक स्थितियाँ इसे संभालने की देती हैं। यह हर साल ईद-उल-अजहा के बाद होता है और मुस्लिमों की भगवान की दिशा में यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है।
जम जम का पवित्र कुआं
Mecca and Medina tourist places to visit in hindi जमजम का पानी एक महत्वपूर्ण और पवित्र तत्व है जो इस्लाम धर्म के अनुयायियों के लिए मक्का मुख्यतः हज्ज (Hajj) के दौरान प्राप्त करना महत्वपूर्ण माना जाता है। जमजम कुआं मस्जिद अल-हराम के करीब स्थित है, जो मक्का के हराम मस्जिद की एक अहम हिस्सा है। जमजम का पानी का इतिहास इस्लाम में मुख्य रूप से मुहम्मद प्रोफेट के समय से जुड़ा हुआ है। इस्लामी परंपरा के अनुसार, जब आदम और हवा की प्राजनन की चिंता थी तो आल्लाह ने उनके लिए जमजम के पानी को पृथ्वी से निकलने की अनुमति दी। जमजम का पानी अपने गुणों के लिए प्रसिद्ध है और विशेष आरामदायक और चिकित्सात्मक गुणों के साथ जाना जाता है।
मक्का मदीना के दार्शनिक स्थल की जानकारी | Mecca and Medina tourist places to visit in hindi हज्ज के दौरान, मुस्लिम श्रद्धालुओं को यह पानी पीने का अवसर मिलता है और इसे पीकर उनका धार्मिक और आत्मिक सांयम और शुद्धि के साथ बढ़ता है माना जाता है। जमजम का पानी का विज्ञानिक और आयुर्वेदिक दृष्टिकोण भी है, लेकिन यह धार्मिक महत्व के कारण ही ज्यादा प्रसिद्ध है।
जबल अल-रहमा
“जबल अल-रहमा अर्थात “दयालुता का पहाड़” अरबी में हज्ज के दौरान मक्का, सऊदी अरब में स्थित एक पहाड़ी है। यह पहाड़ी मुस्लिम श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण स्थल है, क्योंकि माना जाता है कि यहाँ पर पैगम्बर आदम (Adam) और उनकी पत्नी हवा (Eve) को जब उन्होंने बाग़वान से माफ़ी मांगी थी, तो उन्हें दया दिखाई थी। इसी कारण से इस पहाड़ को “दयालुता का पहाड़” कहा जाता है। हज्ज के दिन, यानी 9 धुल-हिज्जा के रोज़, हज्जी श्रद्धालुओं का यहाँ पर इकट्ठा होने का स्थान होता है और वे यहाँ पर अपने धार्मिक कार्यों को निभाते हैं। विशेषकर, जबल अल-रहमा पर खड़े होकर दुआ करने का अद्भुत दृश्य देखा जा सकता है, क्योंकि लोग यहाँ पर अपनी दुआओं को पूरा करने के लिए आते हैं। यह स्थल मुस्लिमों के लिए एक प्रतिष्ठित स्थल है जो हज्ज के दौरान महत्वपूर्ण धार्मिक गतिविधियों के लिए इस्तेमाल होता है।
रियाद उल-जनाब
मक्का मदीना में स्थित जबल अल-रहमा एक दार्शनिक स्थल हैं जोकि अराफात में स्थित माउंट ऑफ मर्सी के नाम से भी प्रसिद्ध हैं। रियाद उल-जनाब अरबी में “जन्नत की बाग़बानी” का अर्थ होता है। यह संबंधित है इस्लामी महत्वपूर्ण स्थलों के साथ जिन्हें विशेषकर हज्ज के दौरान जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। रियाद उल-जनाब मक्का से लगभग 8 किलोमीटर दूर स्थित है और यहाँ पर मुस्लिम श्रद्धालुओं को यहाँ पर दफन किये गए उनके पूर्वजों की याद को याद करने का अवसर मिलता है। यहाँ पर कई इस्लामी इतिहास के महत्वपूर्ण व्यक्तियों की कब्रें हैं, जिनमें से कुछ विशेषकर मुस्लिम प्रोफेट मुहम्मद के सखा और साथी हैं। रियाद उल-जनाब को मुस्लिम श्रद्धालुओं के द्वारा आदर्श और धार्मिक स्थल के रूप में मान्यता दी जाती है, और यहाँ पर आने वाले श्रद्धालु उनके पूर्वजों की याद में दुआएँ करते हैं और उनके स्थलीय मार्गदर्शा का आदर करते हैं।
भारत से मक्का मदीना कैसे जाए – How To Reach Makkah Madina From India In Hindi
विमान (Air Travel): सबसे आसान और तेज़ तरीका है विमान से यात्रा करना। भारत के अनेक शहरों से सऊदी अरब की राजधानी रियाध और जेद्दा में नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें उपलब्ध हैं। रियाध और जेद्दा से आप मक्का और मदीना जा सकते हैं।
जलयात्रा (Sea Travel): कुछ समयों में, भारत से सऊदी अरब तक समुद्री मार्गदर्शन भी उपलब्ध होता है।
सड़क़ यात्रा (Road Travel): यदि आप आस-पास के देशों में हैं, तो भारत से मक्का-मदीना तक अपने गाड़ी से यात्रा कर सकते हैं।
रेलयात्रा (Train Travel): आपके निकटवर्ती देशों में ट्रेन सेवाएँ उपलब्ध हो सकती है, जिनका उपयोग करके आप सऊदी अरब तक पहुँच सकते हैं।
मक्का मदीना का नक्शा – Makkah Madina Map
मक्का मदीना की फोटो गैलरी – Makka Madina Images