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सुकन्या समृद्धि योजना-हेलो दोस्तों मैं अंजलि आप सभी को सुकन्या योजना के बारे में बताऊँगी
सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना-भारत में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार एक योजना की शुरुआत की है जिसका नाम सुकन्या समृद्धि योजना यह एक छोटी सी निवेश श्रेणी में अत है इसका मुख्य उद्देश्य बेटी के भविष्य के लिए माता पिता द्वारा की गई बचत या निवेश है. जो अपनी बेटी के उज्वल भविष्य , अच्छी शिक्षा , और उसके सपनो को पूरा करने के लिए एक छोटी सी राशी लम्बे समय तक निवेश करना चाहते है .
क्या है सुकन्या समृद्धि योजना
योजना का नाम | सुकन्या समृद्धि योजना |
योजना की शुरूआत | जनवरी, 2015 |
ब्याज दर | 8.5 % (Apr – Jun 2020) |
खाता खुलवाने की आयु | 0 से 10 साल |
खाते में जमा करने की न्यूनतम राशि | 1000 रुपए (हर महीनें) |
खाते में जमा करने की अधिकतम राशि | 1.50 लाख रुपए (एक साल के अंदर) |
कौन खुलवा सकता है ये खाता | कन्या के माता-पिता या अभिभावक |
किसके नाम पर खुलेगा खाता | कन्या |
खाते की परिपक्वता अवधि | 21 साल |
कब निकाल सकते हैं पैसे | कन्या के 18 साल के होने पर, कुछ शर्तों के साथ |
कितने खाते खोल सकते हैं | अधिकतम दो कन्याओं का (तीन खाते जब दो लड़कियां जुड़वाँ हो) |
सुकन्या समृद्धि योजना 2023 ब्याज दर में वृद्धि
सुकन्या समृद्धि योजना-सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज सरकार में सरकार ने 0.40 % का ईजाफा किया है. जी हां अब तक सरकार द्वारा इस योजना में 7.6% ब्याज मिलता था, किन्तु अब 8% ब्याज मिलेगा. इसका मतलब यह है कि अब सरकार द्वारा सुकन्या समृद्धि योजना में खाते के मैच्योर हो जाने के बाद 200% ज्यादा यानि कि 3 गुना से भी ज्यादा का रिटर्न दिया जायेगा. यह फैसला सरकार ने अप्रैल से शुरू हुई छोटी बचत योजनाओं के चलते लिया है.
सुकन्या समृद्धि खाता योजना के लाभ
सुकन्या समृद्धि योजना-यदि आप अपनी बेटी के लिए यह निवेश करना चाहते है तो इसकीमुख्य विशेषताओ पर ध्यान दे जो इस स्कीम में दी गई है :
ब्याज दर :
सुकन्या समृद्धि योजना-यदि हम सुकन्या समृद्धि योजना की ब्याज दर को अन्य निवेश योजना से तुलना करे जैसे PF या अन्य कोई तो यह कहा जा सकता है अन्य मे अधिक फायदा प्राप्त होगा क्योंकि इसकी ब्याज दरअधिक है . पर इसमें एक यह बात भी है कि इसकी ब्याज दर निश्चित नही होती है यह मार्केट पर निर्भर करती है, जैसे की 2012-2015 में9.1% , 2016- 2017 में यह बढ़ कर 9.2% हो गई .इसके बाद में लगत ब्याज दर कम होते गई और अभी 2020 मे 8.5% है.
कर लागत:
सुकन्या समृद्धि योजना-इस प्रक्रिया के दो मुख्य बिंदु है पहला यह जो हर साल राशी जमा की जाएगी उसका योग. इसमे जो निवेश किया जाएगा वो सेक्शन 80C के दायरे मे होगा . इसमे जो भी ब्याज दिया जाएगा वो कर रहित होगा . इसलिए यह EEE श्रेणी मे आता है .
नोट: 80C में डेढ़ लाख से ज्यादा का निवेश संभव नहीं है . उदाहरण के लिए यदि आपने 1.5 लाख रूपये पीपीएफ और 1.5 लाख रूपये अलग से निवेश किये है मतलब कुल 3 लाख रूपये निवेश किये है तब केवल 1.5 पर ही कर रहित ब्याज प्राप्त होगा .
सुकन्या समृद्धि योजना के लिए पात्रता
सुकन्या समृद्धि योजना-निचे सुकन्या समृद्धि योजना के कुछ मुख्य योग्यता मानदंड दिए गए है :
केवल भारतीय नागरिकों के लिए :
सुकन्या समृद्धि योजना-इस योजना का लाभ केवल उन बलिकाओ को ही प्राप्त होगा जिनका जन्म भारत मे हुआ है और जो सदा भारत मे ही रहने वाले है . जो भारत के बहार रहने वाले या एनआरआई है वो इस योजना का लाभ नही ले सकते है.
केवल 10 वर्ष से कम आयु की कन्या के लिए :
सुकन्या समृद्धि योजना-इस योजनामें यह स्पष्ट किया गया है इसमे खाता खुला कर निवेश केवल वही माता पिता कर सकते है जिनकी पुत्री संतान की आयु 10 वर्ष से कम है .अर्थात 10 वर्ष से एक दिन भी उपर की आयु मान्य नहीं होगी.
सुकन्या समृद्धि योजना में कितने खाते खोलने की अनुमति हैं ?
सुकन्या समृद्धि योजना-साथ ही सुकन्या समृद्धि खाते के तहत कन्या के नाम से केवल एक ही अकाउंट खोले जाने की अनुमति हैं .
कन्या के माता पिता या अन्य क़ानूनी अभिभावक योजना के तहत अधिकतम दो अकाउंट खोल सकते हैं .
अगर माता के प्रथम प्रसव के दौरान एक कन्या हैं और द्वितीय प्रसव से दो अर्थात जुड़वाँ कन्या का जन्म होता हैं तब वे योजना के तहत तीसरा अकाउंट खोल सकते हैं . इस स्थिति में कन्या के अभिभावक को मेडिकल प्रमाणपत्र देना होगा .
सुकन्या समृद्धि योजना के लिए कैसे आवेदन दिया जाए
सुकन्या समृद्धि योजना-इसमें दो तरीको से इच्छुक आवेदक आवेदन दे सकता है और योजना का लाभ ले सकता है. पहली है ऑनलाइन तरीके से और दूसरा पारंपरिक ऑफलाइन तरिके से .यहाँ दोनो के बारे में जानकारी दी गई है .
ऑनलाइन सुकन्या समृद्धि खाते के लिए आवेदन
सुकन्या समृद्धि योजना-इसमे 28 बैंक की सूचि प्रदान की गई है जिससे भी ग्राहक चाहे इस योजना का लाभ ले सकते है.इसमे बैंक की जो भी अधिकृत साईट है उसके होम पेज पर क्लिक करे , जैसे ही होम पेज पर जाए इसमे एक लिंक दी गई है जिस पर क्लिक कर के सुकन्या समृद्धि योजना पेज पर जा सकते है .
फिर इसमें अपना रजिस्ट्रेशन कराना होता है. जैसे ही सुकन्या समृद्धि योजना के पेज पर पहुँच जाए उसके बाद गेट द रजिस्ट्रेशन या आवेदन प्राप्त करे , पर क्लिक करना होता है. इस फॉर्म को भर कर अपने रेसीडेंटल प्रूफ, माता पिता का पहचान पत्र ,और बच्चे का पहचान पत्र और जन्म प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है .
इसमें दी गई जानकारी की प्रमाणिकता होना आवश्यक है प्रमाणिकता की सही जानकारी प्राप्त करने का कार्य बैंक के अधिकृत द्वारा किया जाता है .इसके लिए पेन कार्ड आधार कार्ड और अधिकारिक दस्तावेज जमा करना पड़ता है .
इसके बाद आवेदन पत्र को जमा करने के लिए “सबमिट”पर क्लीक करे.आवेदन को जमा करने के बाद पहली राशी बैंक खाते मे जामा कर हम खाते को चालू कर सकते है,नेटबैंकिंग की मदद से यह आसानी से किया जा सकता है.
जब खाता खुल जाता है तब उसमे पैसे जमा करना होता है . जब भी खाते में रूपये जमा किए जाते है तब बैंक द्वारा एस ऍम एस से जानकारी दी जाती है | इस खाते से जुडी सारी जानकारी मेसेज से प्रदान की जाती है .
सुकन्या समृद्धि योजना मे ऑफ लाइन आवेदन
सुकन्या समृद्धि योजना-हमारे देश के शहरी और ग्रामीण इलाकों में कई लोग है जो कि ऑनलाइन विधि को समझने मे असमर्थ है. इसके लिए सरकार ने यह सुविधा प्रदान की है . बैंक और पोस्ट ऑफिस में जाकर हम सुविधा का लाभ ले सकते है.
माता पिता या लीगल पेरेंट्स जो कि अपनी बेटी का भविष्य सुरक्षित करना चाहते है, वे अपने पास के किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस में जाकर इस के फॉर्म को प्राप्त कर सकते है .
आवेदन प्राप्त कर उसमे उचित जानकारी जैसे बेटी के जन्म की तिथि , पता , फ़ोन नंबर आदि को भर कर जमा करे.
दी गई जानकारी को दोबारा देख कर आवश्यक दस्तावेज की छायाप्रती को फॉर्म के साथ लगा कर जामा करे .दिए गए दस्तावेज बैंक के अधिकारियों को जानकारी की प्रमाणिकता की जाच करने मे सहायक होंगे .
जब दस्तावेज सही काउंटर पर जमा किये जाते है तो दस्तावेज को चेक किया जाता है यदि सभी दस्तावेज सही होते है तो बैंक मेनेजर या पोस्ट ऑफिस मेनेजेर इस योजना मे खाता खोल देते है .
खाता खुलने के बाद बैंक या पोस्ट ऑफिस से पास बुक दी जाती है इसमें खाते में किए लेन देन का ब्यौरा होता है . पासबुक मिलने के बाद खाते में रूपये जमा करने के पश्चात् खाता चालू हो जाता है |
सुकन्यासमृद्धि खाते मे दिए गए दिशा निर्देश के अनुसार जो एन आर आई है उन्हें सरकार से इस योजना मे निवेश करने की अनुमति नही है , केवल जो भारतीय नागरिक है वे ही अपनी पुत्री संतान के लिए इस योजना का लाभ ले सकते है .
सुकन्या समृद्धि खाता के तहत अकाउंट खोलने हेतु जरुरी दस्तावेज
- बेटी का जन्म प्रमाणपत्र
- डिपोजिटर परिचय पत्र
- डिपोजिटर एड्रेस प्रूफ
सुकन्या समृद्धि योजना के नियम एवम लाभ
सुकन्या समृद्धि योजना-सुकन्या समृद्धि खाता के तहत अकाउंट खोलने के लिए डिपोजिटर को 1000/ की न्यूनतम राशि जमा करना अनिवार्य हैं .
एक साल में सुकन्या समृद्धि खाते में न्यूनतम 1000/ रुपये से अधिकतम 1, 50,000/ रूपये तक जमा किये जा सकते हैं .
अगर वर्ष के अंत तक कूल राशि 1000/ रुपये ही प्राप्त की गई तब उस खाते को निष्क्रिय माना जायेगा जिस पर दंड स्वरूप 50/ रूपये प्रति निष्क्रिय साल लगाया जायेगा .
सुकन्या समृद्धि खाता के तहत खोले गए अकाउंट में पैसा नगद, चेक या डिमांड ड्राफ्ट किसी भी तरीके से जमा कराया जा सकता हैं . चेक अथवा डिमांड ड्राफ्ट पोस्टमास्टर या ब्रांच के नाम से बनाये जा सकते हैं .
सुकन्या समृद्धि खाता स्थानांतरण सुविधा
सुकन्या समृद्धि योजना-कोई भी माता पिता जिनने सुकन्या समृद्धि खाता खुलवाया है खाते को 28 बैंक की सूचि या पोस्ट ऑफिस की किसी भी ब्रांच मे बदली करा सकते है. सरकार ने यह सुविधा दी है कि आप अपने खाते को देश में ही पर बैंक से पोस्ट ऑफिस या फिर पोस्ट ऑफिस से बैंक मे बदली करा सकते है .
सुकन्या समृद्धि योजना पर लोन सुविधा
सुकन्या समृद्धि योजना-बहुत सी योजनाएं अलग अलग सुविधाए प्रदान करती है सुकन्यासमृद्धि योजना में लोन के लिए आवेदन नही दिया जा सकता. जमा किया हुआ पैसे जब तक सुरक्षित है और वापस नही जाएगे तब तक की दिए हुए समय तक परिपक्व ना हो जाए .
सुकन्या समृद्धि योजना की परिपक्वता :
इस योजना के तहत सुकन्या समृद्धि खाते से पैसे तब ही निकाले जा सकते है जब तक कन्या की आयु 18 वर्ष हो और उसका विवाह हो , या इस योजना का कार्यकाल 21 वर्ष के होने तक चल सकता है . जब से खाता खोला गया है तब से लेकर 21 वर्ष के होने तक इसमे जमा किए गए सारे रूपये खाता धारक को ब्याज सहित दे दिए जाते है. यदि कन्या की आयु 18 वर्ष या इससे अधिक है और कन्या का विवाह किया जा रहा है तो यह खाता इसके समय से पूर्व ही समाप्त किया जा सकता है
पैसे निकालने का नियम :
सुकन्या समृद्धि योजना-इस योजना के तहत इसमें जमा किये गए सारे रूपये और लगाया गया ब्याज दोनो ही तभी ले सकते है जब इसका 21 वर्ष का परिपक्वता का कार्यकाल पूर्ण हो गया हो या कन्या की आयु 18 वर्ष से अधिक हो और उसका विवाह किया जा रहा हो
समय से पूर्व पैसे निकालने का नियम :
सुकन्या समृद्धि योजना-यह योजना अन्य योजनाओ से अलग है इसमें जमा की गई धन राशी को समय से पूर्व निकाल नही सकते. केवल तभी निकाल सकते है जब खाता धारक की आयु 18 वर्ष से अधिक हो और आगे की पढाई के लिए पैसे कीआवश्यकता हो तब इसमें जमा कुल राशी का 50% ही प्राप्त किया जा सकता है .
कैलक्यूलेटर :
सुकन्या समृद्धि योजना-यदि हम SSA केलक्यूलेटर का उपयोग करे तो आसानी से जमा की गई राशी के कार्यकाल पूर्ण होने और परिपक्व होने पर प्राप्त राशि की गणना कर सकते है . एक्सेलशीट मे जा कर फार्मूला मे हम इसमे जमा की गई राशी डाल कर परिणाम या रिजल्ट पर क्लिक करे इसमे मासिक और वार्षिक दोनो तरह से गणना की जा सकती है ,इससे गणना करने पर त्रुटी होने की आशंका बहुत कम हो जाती है.
सुकन्या योजना चार्ट :
मासिक जमा की गई राशी की गणना
यदि यह माने ग्राहक मासिक रूपये जमा कर रहा हो और वो महीने की 5 तारीख के पहले 14 वर्ष तक पैसे जमा कर सकता है :
मासिक निवेश | ब्याज दर | परिपक्व राशी |
1000 | 8.50% | 557,690 |
1500 | 8.50% | 833,761 |
2000 | 8.50% | 1,109,832 |
3000 | 8.50% | 1,661,975 |
4000 | 8.50% | 2,214,118 |
5000 | 8.50% | 2,766,261 |
6000 | 8.50% | 3,318,404 |
12500 | 8.50% | 6,907,334 |
एक साल की राशि एक साथ जमा की जाए :
यदि यह माने ग्राहक वार्षिक रूपये जमा कर रहा हो और वो हर साल अप्रैल की 5 तारीख के पहले पैसे जमा कर सकता हैं [14 वर्ष तक हर वर्ष]:
सुकन्या समृद्धी खाता अकाउंट फॉर्म
सुकन्या समृद्धि योजना-सुकन्या समृद्धि खाता योजना के तहत अकाउंट खोलने की सुविधा अभी केवल चुनिन्दा पोस्ट ऑफिस में ही उपलब्ध हैं कुछ वक्त में यह योजना बैंक में भी उपलब्ध होगी .
सुकन्या समृद्धि खाता योजना का हिस्सा बनने के लिए पोस्ट ऑफिस से फॉर्म प्राप्त करे लेकिन अगर आप पोस्ट ऑफिस से फॉर्म प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं तब नीचे दिए लिंक से सुकन्या समृद्धि खाता योजना के लिए फॉर्म प्राप्त करें .
सुकन्या समृद्धि खाते की अधिकृत बैंक की सूचि
सुकन्या समृद्धि योजना-सुकन्या समृद्धि खाते में दी जा रही सुविधा का लाभ पोस्ट ऑफिस से लेने के अतिरिक्त 28 बैंक जिन्हे सरकार के द्वारा अनुमति प्राप्त है उनसे भी खाता खोल कर और सामान सुविधाप्राप्त की जा सकती है .
बैंक का नाम |
इलाहबाद बैंक |
एक्सिस बैंक लिमिटेड |
आन्ध्रा बैंक |
बैंक ऑफ़ बड़ोदा |
बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र |
बैंक ऑफ़ इंडिया |
केनेरा बैंक |
कारपोरेशनबैंक |
सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया |
देना बैंक लिमिटेड |
आई डी बी आई बैंक लिमिटेड |
आई सी आई सी आई बैंक लिमिटेड |
इंडियन बैंक |
ओरिएण्टल बैंक ऑफ़ कॉमर्स |
इंडियन ओवरसीज बैंक |
पंजाब और सिंध बैंक |
स्टेट बैंक ऑफ़ बीकानेर और जयपुर |
पंजाब नेशनल बैंक |
स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया |
स्टेट बैंक ऑफ़ मैसूर |
स्टेट बैंक ऑफ़ हैदराबाद |
स्टेट बैंक ऑफ़ पटियाला |
सिंडिकेट बैंक |
स्टेट बैंक ऑफ़ त्रवंकोरे |
यूको बैंक |
यूनाइटेड बैंक ऑफ़ इंडिया |
यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया |
विजया बैंक |
सुकन्या समृद्धि खाता कन्या के भविष्य को सुरक्षित रखने हेतु लागू किया गया हैं .बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के तहत सुकन्या समृद्धि खाता एक महत्वपूर्ण निर्णय हैं .
सुकन्या समृद्धि खाते के अंतर्गत दी जाने वाली अन्य सुविधा
अकाउंट को किसी भी शरह, किसी भी अन्य ब्रांच में ट्रान्सफर किया जा सकता हैं जहाँ भी कन्या को सुविधा हो .
विकट परिस्थिती जैसे कन्या की मृत्यु अथवा किसी प्राण घातक समस्या में अकाउंट बंद करने अथवा समय से पूर्व पैसा निकलने की अनुमति हैं . जिसके लिए प्रमाण देना आवश्यक हैं .
क्रेडिट के रूप मे अकाउंट से 50 % राशि निकाली जा सकती हैं लेकिन यह राशि कन्या की किसी जरूरत जैसे उच्च शिक्षा अथवा शादी आदि से संबंधी होना चाहिए
अगर कन्या का विवाह 18 से 21 वर्ष की अवधि में किया जायेगा तब यह अकाउंट बंद कर दिया जायेगा. अर्थात कन्या की शादी के बाद अकाउंट बंद कर दिया जायेगा.
सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों को सहयोग देने के लाई गई प्रमुख योजनाओं में से एक है। वर्तमान में सरकार ने इसके कई प्रावधानों में तब्दीलियां करते हुए पांच बड़े बदलाव किए हैं। आइए इस बदलावों पर एक नज़र दौड़ाते हैं:
पहले लाभ लेने वाला परिवार केवल दो बेटियों के नाम पर खाता खोल कर 80 C के अंतर्गत टैक्स से छूट पा सकता था। लेकिन अब ये प्रावधान तीन बेटियों के लिए भी लागू होगा। साथ ही जुड़वां बेटियो के लिए भी अकाउंट खोला जा सकेगा।
दूसरा अहम बदलाव ये किया गया है कि अब ढाई सौ रुपए की मिनिमम राशि जमा नहीं होने पर अकाउंट को दोबारा एक्टिव करवाने की झंझट नहीं उठानी होगी। राशि की मैच्योरिटी होने तक ब्याज का लाभ दिया जाएगा।
पहले दस साल की उम्र में ही बेटी अकाउंट को स्वयं ऑपरेट कर सकती थी, पर अब ऐसा करने के लिए अठारह की उम्र अनिवार्य है।
एक राहत भरा बदलाव ये भी हुआ है कि अब गलत ब्याज क्रेडिट होने पर इसे वापिस नहीं लिया जाएगा।
पहले बेटी की असमय मृत्यु से अकाउंट बंद भी हो जाता था। पर इसमें भी अब बदलाव किए जाएंगे।
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