योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय, पूरा नाम, इतिहास, पत्नी का नाम, वाइफ, प्रेमिका, क्रिमिनल हिस्ट्री, पर्सनल कांटेक्ट नंबर, भाई, परिवार, शिक्षा, सैलरी, [Yogi Adityanath Biography in Hindi] (Age, Full Name, News, Wife, Status, Caste, Contact Number, Kundli, Twitter, Election, Seat, Constituency 2023
योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय- योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 June 1972 में उत्तराखंड के गढ़वाल इलाके में हुआ है योगी आदित्यनाथ राजपूत परिवार में हुआ. बचपन में इनका नाम अजय सिंह था
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योगी आदित्यनाथ जीवन परिचय (Yogi Adityanath Biography in Hindi)
नाम | अजय सिंह बिश्त |
पूरा नाम | महंत योगी आदित्यनाथ |
निक नेम | योगी |
पेशा | भारतीय राजनीतिज्ञ, धार्मिक मिशनरी |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) |
जन्म | 5 जून 1972 |
जन्मस्थान | पंचुर जिला, पुरी गढ़वाल, उत्तराखंड, भारत |
उम्र | 49 साल |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू |
योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय- योगी आदित्यनाथ भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा जिले में 5 जून 1972 को जन्मे थे। उनका असली नाम अजय सिंह बिष्ट है। उनके पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ट था, जो एक राजनीतिज्ञ थे। योगी आदित्यनाथ ने अपनी शैक्षिक योग्यता तक उच्च माध्यमिक शिक्षा प्राप्त नहीं की।
योगी आदित्यनाथ ने 1990 में अपने पिता की मृत्यु के बाद उनकी जगह ली और उनकी बहन की शादी में राजनीतिक विरोध करने वाले लोगों से लड़ाई करते हुए उत्तर प्रदेश के राजनीतिक स्तर पर उनकी पहचान बनाने में सक्षम रहे।
योगी आदित्यनाथ ने 1998 में भारतीय जनता पार्टी से उत्तर प्रदेश विधान सभा में चुनाव लड़ा और सफलता प्राप्त की। उन्होंने 5 बार विधान सभा सदस्य चुनाव जीता है और 2017 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्ति हुई। उन्होंने अपने मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल में कई योजनाओं को शुरू किया
योगी आदित्य नाथ परिवार (Yogi Adityanath Family)
पिता का नाम | आनंद सिंह बिश्त |
माता का नाम | सावित्री देवी |
भाई का नाम | महेंद्र सिंह बिश्त एवं 2 और है |
बहन का नाम | शशि तथा 2 और बहन है |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित
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योगी आदित्यनाथ भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा जिले में 5 जून 1972 को जन्मे थे। उनका असली नाम अजय सिंह बिष्ट है। उनके पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ट था, जो एक राजनीतिज्ञ थे। योगी आदित्यनाथ ने अपनी शैक्षिक योग्यता तक उच्च माध्यमिक शिक्षा प्राप्त नहीं की।
योगी आदित्यनाथ ने 1990 में अपने पिता की मृत्यु के बाद उनकी जगह ली और उनकी बहन की शादी में राजनीतिक विरोध करने वाले लोगों से लड़ाई करते हुए उत्तर प्रदेश के राजनीतिक स्तर पर उनकी पहचान बनाने में सक्षम रहे।
योगी आदित्यनाथ ने 1998 में भारतीय जनता पार्टी से उत्तर प्रदेश विधान सभा में चुनाव लड़ा और सफलता प्राप्त की। उन्होंने 5 बार विधान सभा सदस्य चुनाव जीता है और 2017 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्ति हुई। उन्होंने अपने मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल में कई योजनाओं को शुरू किया
योगी आदित्य नाथ का जन्म, शिक्षा एवं शुरूआती जीवन (Yogi Adityanath Birth, Education, Early Life)
इनके पिता का नाम महंत आनंद सिंह है जो बिश्त जी महाराज गुरु गोरखनाथ मंदिर के महंत थे. उनकी मृत्यु के बाद योगी अरविन्द स्वयं इस मंदिर के महंत हैं. इन्होने एच.एन.बी. गढ़वाल विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक किया है. और हिन्दू युवाओं को एक साथ लाकर हिन्दू युवा वाहिनी का निर्माण किया.और यह सदैव ही किसी न किसी तरह के विवादों में उलझे रहते है
योगी जी के पिता आनंद सिंह बिश्त एक फारेस्ट रेंजर थे, और रिटायर होने के बाद वह गोरखनाथ मंदिर के महंत बने. और इसके बाद भाई महेंद्र सिंह बिश्त भारतीय आर्मी में हैं और साथ ही अन्य 2 भाई कॉलेज में काम करते हैं. साथ ही इनकी एक बड़ी बहन और 2 छोटी बहन है. यानि सरलता से कहे तो 7 भाई बहन हैं |
योगी आदित्यनाथ हिन्दू युवा वाहिनी संगठन (Yogi Adityanath Hindu Yuva Vahini)
योगी आदित्यनाथ हिन्दू युवा वाहिनी संगठन के संस्थापक हैं। हिन्दू युवा वाहिनी उत्तर प्रदेश में एक हिन्दू रक्षा संगठन है, जो युवाओं को राष्ट्रवाद और हिंदू धर्म के लिए जागरूक करने का काम करती है। यह संगठन वर्ष 2002 में योगी आदित्यनाथ द्वारा स्थापित किया गया था।
हिन्दू युवा वाहिनी का मुख्य उद्देश्य यह है कि वे राष्ट्रीय एकता, संस्कृति और धर्म के प्रति जागरूक हों और उनकी रक्षा करें। यह संगठन हिन्दू धर्म के प्रति अपनी संकल्पना को जताते हुए कुछ घटनाओं के समय में सुर्खियों में भी रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने हिन्दू युवा वाहिनी की स्थापना उन दिनों की स्थिति को देखते हुए की थी, जब उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के मामले बढ़ रहे थे और वह इस संस्था के माध्यम से इस पर ध्यान केंद्रित करने का भी सोच रहे थे।
इसके साथ ही हिन्दू युवा वाहिनी पर 2007 में गोरखपुर दंगे का भी आरोप लगा
योगी आदित्य नाथ राजनैतिक करियर (Yogi Adityanath Political Career)
योगी आदित्यनाथ देश के बारहवें लोकसभा चुनाव में गोरखपुर से चुनाव जीत कर 26 वर्ष की उम्र में सबसे कम उम्र के सांसद बन गए सन 1998- 99 में कमेटी ऑफ़ फ़ूड, सिविल सप्लाई, डिपार्टमेंट ऑफ़ सुगर एंड एडिबल आयल, मिनिस्ट्री ऑफ़ होम अफेयर्स आदि में काम किया है
योगी आदित्यनाथ का राजनैतिक करियर बहुत व्यस्त और विस्तृत है। उन्होंने अपनी राजनैतिक शुरुआत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संगठन नेता के रूप में की। उन्होंने 1998 में भाजपा के सांसद बनने के बाद से लगातार सदन में अपना प्रदर्शन दिखाया।
2014 में, भाजपा की सरकार के गठन के बाद, उन्हें उत्तर प्रदेश के सांसद बनाया गया। उन्होंने उत्तर प्रदेश के विभिन्न भागों में भाजपा के लिए चुनाव लड़े और इन चुनावों में भाजपा की जीत में अहम भूमिका निभाई।
योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय- 2017 में, उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में भाजपा को बहुमत जीत मिला और योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। उन्होंने तब से उत्तर प्रदेश के विकास, सुधार और शांति के लिए कई उपलब्धियां हासिल की हैं।
योगी आदित्यनाथ अब भाजपा के एक महत्वपूर्ण नेता हैं और उन्हें भारत की राष्ट्रीय राजनीति में भी बड़ी भूमिका निभाई है
राजनैतिक विवादों में आदित्यनाथ (Yogi Adityanath Controversies)
योगी आदित्यनाथ के कुछ भाषणों में विवादित बयान होने के कारण उन्हें कई बार आलोचना का सामना करना पड़ा है। उन्होंने धर्म, जाति और समाज के मुद्दों पर टिप्पणियां की हैं जो विवादित होती हैं। योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश में सत्ता में आने के बाद, उन्होंने विभिन्न विवादों का सामना करना पड़ा। उन्होंने उत्तर प्रदेश में बहुत सारी नीतियों और कदमों को लेकर विवादों में फसे रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने आतंकवाद से जुड़े विषयों पर टिप्पणियां की हैं जो उन्हें विवादित बनाती हैं। उन्होंने इस्लामिक आतंकवाद और बाबरी मस्जिद के मसले पर टिप्पणियां की हैं जो उन्हें विवादित बनाती हैं।
धर्मान्तरण –
2005 में योगी आदित्यनाथ पर क्रिस्टियन लोगों को धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगा था. और ईसाई धर्म के लोगों को किसी विशेष तरह से हिन्दू धर्म में बदलने की कोशिश कर रहे थे और उत्तर प्रदेश के एटा नामक जगह पर इन्होने तक़रीबन 1800 ईसाइ धर्म के लोगों को हिन्दू धर्म में बदल दिया था
दंगे और गिरफ्तारियां –
जनवरी 2007 में हिन्दुओं और मुस्लिमो के बीच मुहर्रम के दौरान कई मसले हुए और इस तकरार में युवा वाहिनी का एक सदस्य राज कुमार अग्रहरी भी था
और साथ वहा के जिलाधीश ने योगी से बात की और कहा की आपको यहां से जाना चाहिए और शुरू में योगी मान गये परन्तु इस के बावजूद इस तनाव के कारण अग्रहरी की मृत्यु हो गयी
इस घटना के दौरान उत्तेजित होकर योगी मजिस्ट्रेट की बात न मान कर अपने अनुयायीओं के साथ उस तकरार वाली जगह पर पहुँच गये.
इसके बाद पूरे क्षेत्र में लोकल पुलिस द्वारा कर्फ्यू लग गया, योगी ने इस कर्फ्यू को भी नहीं माना, और उन्हें इंडियन पेनल कॉड की धारा 151A , 146, 279, 506 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया था
इस गिरफ्तारी से क्षुब्ध होकर हिन्दू युवा वाहिनी के सदस्यों ने मुंबई – गोरखपुर एक्सप्रेस के डिब्बे जला डाले और साथ ही इस घटना के दौरान वहाँ के तात्कालिक ज़िलाधिकारी और लोकल पुलिस चीफ़ का तबादला कर दिया गया. और शहर गोरखपुर में कई मस्जिदों, घरो को आग लगा दिया और जेल से छूटने के बाद योगी अरविन्द ने अपनी गिरफ्तारी का विरोध लोकसभा में भी किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बड़े फ़ैसले (Yogi Adityanath Major Decisions)
- उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद, योगी आदित्यनाथ ने सत्ता में आने के बाद उत्तर प्रदेश के गठन के लिए अनेक फैसले लिए हैं।
- उन्होंने पुलिस की मजबूती को बढ़ावा दिया और क्रिमिनल गैंग्स पर कठोर कार्रवाई की।
योगी आदित्यनाथ ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 को समाप्त करने का फैसला लिया - जिससे जम्मू-कश्मीर को अनुच्छेद 370 के तहत कुछ विशेष अधिकारों से वंचित कर दिया गया
- योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जल्द ही राम मंदिर निर्माण की योजना बनाई
- योगी आदित्यनाथ ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को लेकर कई फ़ैसले लिए हैं। उन्होंने इस अभियान को और अधिक सक्षम बनाने के लिए विभिन्न नीतियों को लागू किया है, जैसे कि बेटियों के लिए बेसिक शिक्षा और मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराना।
- योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के दुर्गा शक्ति पीठों को आर्थिक सहायता देने का फ़ैसला लिया है। इसके तहत, पीठों को राशि के रूप में आर्थिक सहायता दी जाती है ताकि उन्हें उनकी देवी पूजा के लिए समर्थन मिल सके
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