Wednesday, May 1, 2024
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माखनलाल चतुर्वेदी का जीवन परिचय व प्रमुख रचनाएं- Makhan lal Chaturvedi Biography In Hindi

माखनलाल चतुर्वेदी की प्रमुख रचनाएं-हेलो दोस्तों मेरा नाम मोहित है आज में  माखनलाल चतुर्वेदी के बारे में बताने जा रहा हु। माखनलाल चतुर्वेदी जी भारत के महान राष्ट्र कवियों में से एक हैं. जो अपना सर्वस्व त्यागकर भारत देश का उत्थान करने के लिए आगे बड़े. राष्ट्रीय भावनाओं से परिपूर्ण होने के कारण इन्हें हिंदी साहित्य में भारतीय आत्मा के नाम से भी जाना जाता है. इन्होनें असहयोग आन्दोलन और भारत छोड़ो आन्दोलन जैसी कई गतिविधियों में भी भाग लिया था. ये त्याग और बलिदान पर विश्वास रखने वाले पहले एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने अपनी कविताओं में भी त्याग और बलिदान का उपदेश दिया है।


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माखनलाल चतुर्वेदी की जीवन परिचय।

नाम माखनलाल चतुर्वेदी
पेशा लेखक,साहित्यकार,कवि,पत्रकार
साहित्य का प्रकार नव-छायाकार
जन्मदिन 4 अप्रैल 1889 को
जन्मस्थान मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले के बवाई गाँव में
लेख ‘वेणु लो गूंजे धरा’,हिम कीर्तिनी,हिम तरंगिणी,युग चरण,साहित्य देवता




कविताएं
  • अमर राष्ट्र,
  •  अंजलि के फूल गिरे जाते हैं,
  •  आज नयन के बंगले में,
  •  इस तरह ढक्कन लगाया रात ने,
  •  उस प्रभात तू बात ना माने,
  •  किरणों की शाला बंद हो गई छुप-छुप,
  •  कुञ्ज-कुटीरे यमुना तीरे,
  •  गली में गरिमा घोल-घोल,
  •  भाई-छेड़ो नहीं मुझे,
  •  मधुर-मधुर कुछ गा दो मालिक,
  • संध्या के बस दो बोल सुहाने लगते हैं. 
सम्मान 1955 में साहित्यिक अकादमी अवार्ड

1963 में पद्म भूषण सम्मान

उन्हें समर्पित सम्मान मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी द्वारा देश के श्रेष्ठ कवियों को माखनलाल चतुर्वेदी पुरस्कार”दिया जाता

उनके नाम पर माखन लाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय

उनके नाम पर पोस्टेज स्टाम्प ज़ारी किये गए.

मृत्यु 30 जनवरी 1968

माखनलाल चतुर्वेदी की प्रमुख रचनाएं-भारत के प्रमुख कवि, लेखक एवं पत्रकार के रूप में अपनी छवि बनाने वाले कवि माखनलाल चतुर्वेदी का जन्म 4 अप्रैल 1889 ई. में मध्य – प्रदेश के होशंगावाद जिले में बावाई नामक स्थान पर हुआ था. इनके पिताजी का नाम नंदलाल चतुर्वेदी और माता का नाम सुंदरीबाई था. इनके पिताजी अपने ग्राम सभा में स्थित एक प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक हुआ करते थे.

माखनलाल चतुर्वेदी की प्रमुख रचनाएं-चतुर्वेदी जी की प्रारंभिक शिक्षा बावाई गाँव में हुई तथा प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने संस्कृत, बांग्ला, गुजराती अथवा अंग्रेजी आदि भाषाओं का ज्ञान घर पर ही प्राप्त किया था. माखनलाल जी जब 16 वर्ष के हुए तब ही स्कूल में अध्यापक बन गए थे. उन्होंने 1906 से 1910 तक एक विद्यालय में अध्यापन का कार्य किया.

माखनलाल चतुर्वेदी की प्रमुख रचनाएं-कुछ दिनों तक अध्यापन करने के बाद चतुर्वेदी जी राष्ट्रीय पत्रिकाओं में सम्पादक का काम देखने लगे थे. इन्होंने 1913 ई. में प्रभा और कर्मवीर नामक राष्ट्रीय मासिक पत्रिका का संपादन करना शुरु किया था. कानपुर से श्री गणेश शंकर विद्यार्थी की प्रेरणा से ये राष्ट्रीय आंदोलनों में भाग लेने लगे थे. इसी बीच इनको कई बार जेल यात्रा भी करनी पड़ी.




माखनलाल चतुर्वेदी का साहित्यिक परिचय

माखनलाल चतुर्वेदी की प्रमुख रचनाएं-चतुर्वेदी जी एक भारतीय आत्मा नाम से अपनी कवितायेँ लिखा करते थे. इनकी काव्य रचनाएं राष्ट्रीय भावनाओं पर आधारित हैं. जिनमें त्याग, बलिदान, कर्तव्य की भावना, समर्पण के भाव आदि विद्यमान हैं. इनकी कवितायेँ उन देश प्रेमियों को प्रभावित करती हैं जो आज भी अपने भारत देश से बहुत प्रेम करते हैं तथा इनकी रचनाएं देश वासियों को जागरूक करने के लिए बहुत सहायक सिद्ध हुईं.

माखनलाल चतुर्वेदी की प्रमुख रचनाएं-1943 ई. में इनको हिंदी साहित्य सम्मलेन का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था. चतुर्वेदी जी को भारत देश के प्रति अगाध प्रेम था. इनके जन्म के समय भारत में अग्रेजों का राज्य था तथा उस समय स्वाधीनता के लिए संघर्ष चल रहा था. चतुर्वेदी जी को समझ में आया कि देश की स्वंत्रता हमारे लिए बहुत जरुरी है. तभी से ये देश की रक्षा करने के लिए आगे आये और लोगों को भी इसके लिए प्रेरित किया.

माखनलाल चतुर्वेदी जी की मृत्यु |

माखनलाल चतुर्वेदी की प्रमुख रचनाएं-यह अपने देश के उत्थान के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने के लिए हमेशा तत्पर रहते थे. माखनलाल चतुर्वेदी जी एक राष्ट्र प्रेमी कवि हुआ करते थे. ये उन प्रमुख कवियों में से एक थे जिन्होंने अपना परम लक्ष्य राष्ट्र हित को माना है. राष्ट्र को समर्पित करने वाले यह स्वंत्रता संग्रामी कवि माखनलाल चतुर्वेदी जी का 30 जनवरी सन 1938 ई. को निधन हो गया था.

माखनलाल चतुर्वेदी को मिले सम्मान |

  • 1963 में भारत सरकार द्वारा दिया गया पद्मभूषण पुरस्कार
  • 1955 में साहित्य अकादमी अवार्ड जीतने वाले प्रथम व्यक्ति.
  • 199 में सागर यूनिवर्सिटी से डी.लिट्. की उपाधि प्राप्त की.




माखनलाल चतुर्वेदी जी की रचनाएं

समय के पाँव

  • गरीब इरादे अमीर इरादे
  • हिम तरंगिणी
  • युग चार
  • बीजुरी
  • काजल
  • साहित्य के देवता
  • मरण ज्वार आदि.

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FAQ

Q. केशवदास का पेशा क्या था?

Ans. केशवदास का पेशा  लेखक,साहित्यकार,कवि,पत्रकार था.

Q. केशवदास का जन्म कब और कहां हुआ था?

Ans. 4 अप्रैल 1889 को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले के बवाई गाँव में हुआ था.

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