प्रेम मंदिर वृंदावन के दर्शन की पूरी जानकारी – Prem Mandir Vrindavan In Hindi
प्रेम मंदिर वृंदावन के दर्शन की पूरी जानकारी- प्रेम मंदिर” कई संदर्भों में प्रयुक्त हो सकता है, लेकिन आमतौर पर यह एक उपासना स्थल का नाम हो सकता है जहां लोग प्रेम और भक्ति की भावना के साथ एक ईश्वरीय संबंध बनाने के लिए आते हैं। यह संबंध हिंदू धर्म में आध्यात्मिकता और भक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भारत में अनेक प्रकार के प्रेम मंदिर हैं जो विभिन्न देवी-देवताओं के समर्पित होते हैं, जैसे कि कृष्ण प्रेम मंदिर, राधा मधुवन, राम सीता प्रेम मंदिर, शिव पार्वती प्रेम मंदिर आदि।
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प्रेम मंदिर का इतिहास – Vrindavan Prem Mandir History In Hindi
वृन्दावन में प्रेम मंदिर एक हिंदू मंदिर है जो राधा कृष्ण और सीता राम को समर्पित है। इसका निर्माण जगद्गुरु कृपालु परिषत (जेकेपी) के संस्थापक, जगद्गुरु कृपालु महाराज द्वारा किया गया था, जो एक अंतरराष्ट्रीय, गैर-लाभकारी, आध्यात्मिक, शैक्षिक, सामाजिक और धर्मार्थ संगठन है।
प्रेम मंदिर वृंदावन के दर्शन की पूरी जानकारी- प्रेम मंदिर की आधारशिला 14 जनवरी 2001 को हजारों भक्तों की उपस्थिति में रखी गई थी। निर्माण को पूरा होने में लगभग 12 साल लगे, जिसमें लगभग 1000 कारीगर शामिल थे। यह मंदिर पूरी तरह से इटालियन संगमरमर से बना है और यह वृन्दावन की सबसे सुंदर और सुरुचिपूर्ण संरचनाओं में से एक है। यह मंदिर राधा कृष्ण और सीता राम के प्रेम को समर्पित है। मंदिर के आंतरिक भाग को उनके जीवन के दृश्यों को दर्शाने वाली जटिल नक्काशी और चित्रों से सजाया गया है। मंदिर में राधा कृष्ण और सीता राम के साथ-साथ अन्य हिंदू देवताओं की कई आदमकद मूर्तियाँ भी हैं। प्रेम मंदिर एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और हर साल हजारों भक्त यहां आते हैं। यह धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का भी एक प्रमुख केंद्र है। मंदिर परिसर में कई सुविधाएं हैं, जिनमें एक पुस्तकालय, एक संग्रहालय, एक गेस्टहाउस और कई रेस्तरां शामिल हैं।
प्रेम मंदिर प्रेम, भक्ति और शांति का प्रतीक है। यह एक ऐसा स्थान है जहां लोग पूजा करने, ध्यान करने और हिंदू आस्था के बारे में जानने के लिए आ सकते हैं। यह एक ऐसा स्थान भी है जहाँ लोग वृन्दावन की सुंदरता और शांति का अनुभव कर सकते हैं।
14 जनवरी, 2001: जगद्गुरु कृपालु महाराज द्वारा आधारशिला रखी गई।
- 2002: निर्माण शुरू हुआ।
- 2012: मंदिर का उद्घाटन किया गया।
- 2015: संग्रहालय खोला गया।
- 2017: लाइब्रेरी खोली गई।
- 2020: गेस्टहाउस खोला गया।
वृंदावन का प्रेम मंदिर की वास्तुकला – Prem Mandir Architecture In Hindi
प्रेम मंदिर राजस्थानी सोमनाथ गुजराती वास्तुकला का एक सुंदर उदाहरण है। यह पूरी तरह से सफेद इतालवी संगमरमर से बना है और जटिल नक्काशी और मूर्तियों से सजाया गया है। यह मंदिर 125 फीट ऊंचा, 190 फीट लंबा और 128 फीट चौड़ा है। इसमें नौ गुंबद हैं, जिनमें से प्रत्येक के शीर्ष पर एक सुनहरा कलश है। मंदिर फव्वारों और पैदल रास्तों वाले एक बड़े बगीचे से घिरा हुआ है।
प्रेम मंदिर वृंदावन के दर्शन की पूरी जानकारी प्रेम मंदिर की स्थापत्य शैली राजस्थानी और गुजराती शैलियों का मिश्रण है। राजस्थानी शैली की विशेषता इसके गुंबदों, मेहराबों और स्तंभों का उपयोग है। गुजराती शैली की विशेषता जटिल नक्काशी और मूर्तियों का उपयोग है। प्रेम मंदिर एक अद्वितीय और सुंदर वास्तुशिल्प विवरण बनाने के लिए इन दो शैलियों को जोड़ता है। प्रेम मंदिर का आंतरिक भाग बाहरी भाग की तरह ही सुंदर है। दीवारों को हिंदू महाकाव्यों, रामायण और महाभारत के दृश्यों को चित्रित करने वाले भित्ति चित्रों से सजाया गया है। मंदिर में राधा कृष्ण, सीता राम और हनुमान सहित हिंदू देवताओं की कई आदमकद मूर्तियाँ भी हैं। प्रेम मंदिर वास्तव में एक शानदार संरचना है और इसे वृन्दावन आने वाले किसी भी पर्यटक को अवश्य देखना चाहिए। यह प्रेम, भक्ति और शांति का प्रतीक है, और यह एक ऐसा स्थान है जहां लोग पूजा करने, ध्यान करने और हिंदू आस्था के बारे में जानने के लिए आ सकते हैं।
प्रेम मंदिर वृंदावन के बारे में रोचक जानकारी – Prem Mandir Mathura Ke Bare Mein Rochak Janakari
प्रेम मंदिर वृंदावन हर 5 मिनट में रंग बदलता है। यह मंदिर अपनी सुंदरता और आकर्षण के लिए जाना जाता है। मंदिर को सफेद संगमरमर से बनाया गया है और इसमें 9 गुंबद हैं। मंदिर के चारों ओर एक बड़ा उद्यान है, जो फूलों और पेड़ों से भरा है। मंदिर में भगवान कृष्ण और राधा की मूर्तियां हैं, जो बहुत ही सुंदर हैं। मंदिर में हर दिन हजारों श्रद्धालु आते हैं और भगवान कृष्ण और राधा की पूजा करते हैं। प्रेम मंदिर वृंदावन के दर्शन की पूरी जानकारी
प्रेम मंदिर वृंदावन का रंग बदलने का कारण यह है कि मंदिर के बाहरी हिस्से में एलईडी लाइटें लगी हैं। ये लाइटें हर 5 मिनट में रंग बदलती हैं, जिससे मंदिर एक अलग ही रूप में नजर आता है। यह मंदिर के आकर्षण को और बढ़ा देता है। प्रेम मंदिर वृंदावन एक अद्भुत मंदिर है, जो हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता है।
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प्रेम मंदिर में देखने लायक सुंदर राधा-कृष्ण और राम-सीता की मूर्तियां
प्रेम मंदिर में देखने लायक सुंदर राधा-कृष्ण और राम-सीता की मूर्तियां हैं। ये मूर्तियां बहुत ही कलात्मक और जीवंत हैं। राधा-कृष्ण की मूर्तियां प्रेम और भक्ति का प्रतीक हैं, जबकि राम-सीता की मूर्तियां आदर्श दांपत्य का प्रतीक हैं। प्रेम मंदिर में इन मूर्तियों को देखने के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं।
प्रेम मंदिर में राधा-कृष्ण की मूर्तियां 10 फीट ऊंची हैं और राम-सीता की मूर्तियां 8 फीट ऊंची हैं। ये मूर्तियां सफेद संगमरमर से बनी हैं और इन्हें कलाकारों ने बहुत ही बारीकी से बनाया है। राधा-कृष्ण की मूर्तियों में वे प्रेम और भक्ति की मुद्रा में हैं, जबकि राम-सीता की मूर्तियों में वे आदर्श दांपत्य की मुद्रा में हैं। प्रेम मंदिर में इन मूर्तियों को देखने के लिए एक अलग ही वातावरण है। मंदिर का परिसर बहुत ही सुंदर और मनोरम है। मंदिर के चारों ओर फूलों और पेड़ों से भरे उद्यान हैं। मंदिर के अंदर भी बहुत ही शांतिपूर्ण वातावरण है। इन मूर्तियों को देखने के बाद हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता है।
प्रेम मंदिर में राधा-कृष्ण और राम-सीता की मूर्तियां एक अद्भुत कृति हैं। ये मूर्तियां प्रेम, भक्ति और आदर्श दांपत्य का प्रतीक हैं। इन मूर्तियों को देखने के लिए हर किसी को प्रेम मंदिर जाना चाहिए
प्रेम मंदिर खुलने का समय – Prem Mandir Vrindavan Timing In Hindi
Day | Timing |
---|---|
Monday | 5:30 am – 12:00 pm 4:30 am – 8:30 pm |
Tuesday | 5:30 am – 12:00 pm 4:30 am – 8:30 pm |
Wedesday | 5:30 am – 12:00 pm 4:30 am – 8:30 pm |
Thursday | 5:30 am – 12:00 pm 4:30 am – 8:30 pm |
Friday | 5:30 am – 12:00 pm 4:30 am – 8:30 pm |
Saturday | 5:30 am – 12:00 pm 4:30 am – 8:30 pm |
Sunday | 5:30 am – 12:00 pm 4:30 am – 8:30 pm |
सुबह | |
समय | दर्शन और आरती |
5:00 am | Aarti और Parikrama |
6:30 am | Bhog। Door Close |
8:30 am | Darshan और Aarti |
11:30 am | Bhog |
12:00 pm | Shayan Aarti और Door Close |
शाम | |
4:30 pm | Aarti और Darshan |
5:30 pm | Bhog |
7:00 pm | Parikrama |
8:10 pm | Shyan Aarti |
8:30 pm | Door Close |
संगीतमय और डिजिटल फाउंटेन | |
7:30 pm to 8:00 pm | Summer (1 April to 30 Sept) |
7:00 pm to 7:30 pm | Winter (1 Oct to 31 March) |
प्रेम मंदिर की गैलरी – श्यामा श्याम धाम विरिंदवम- Image Gallery of Prem Mandir – Shyama Shyam Dham Vrindavan