कोटा में फिर शुरू हुआ सुसाइड का सिलसिला, छात्रों पर बना प्रेशर का बौछार – राजस्थान के कोटा शहर को देश के कोचिंग हब के रूप में जाना जाता है। यहां हर साल लाखों छात्र इंजीनियरिंग और मेडिकल की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आते हैं। लेकिन इस प्रतिस्पर्धी माहौल में छात्रों पर इतना दबाव होता है कि कई बार वे मानसिक रूप से टूट जाते हैं और आत्महत्या जैसा कदम उठा लेते हैं।
साल 2024 के पहले महीने में ही कोटा में दो छात्रों ने आत्महत्या कर ली है। 23 जनवरी को एक छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, जबकि 29 जनवरी को एक छात्रा ने नहाते समय पानी में डूबकर आत्महत्या कर ली। दोनों छात्र इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे थे।
इन आत्महत्याओं के बाद एक बार फिर से कोटा में सुसाइड का सिलसिला शुरू होने की आशंका पैदा हो गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोटा में छात्रों पर पढ़ाई के अलावा अन्य दबाव भी होते हैं। परिवार और समाज से भी उनके ऊपर सफल होने का दबाव होता है। इन सभी दबावों के कारण छात्र मानसिक रूप से टूट जाते हैं और आत्महत्या जैसा कदम उठा लेते हैं।
कोटा में छात्रों के तनाव के ये मुख्य कारण आए सामने
कोटा में फिर शुरू हुआ सुसाइड का सिलसिला, छात्रों पर बना प्रेशर का बौछार – कोटा में छात्रों पर पढ़ाई के अलावा अन्य दबाव भी होते हैं। परिवार और समाज से भी उनके ऊपर सफल होने का दबाव होता है। इन सभी दबावों के कारण छात्र मानसिक रूप से टूट जाते हैं और आत्महत्या जैसा कदम उठा लेते हैं।
मानसिक रूप से पेरशान छात्रों के लिए शुरू किया गया दरवाजे पर दस्तक अभियान
पिछले कुछ वर्षों में कोटा में छात्रों की आत्महत्या की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। इस समस्या को देखते हुए कोटा पुलिस ने एक नई पहल शुरू की है। इस पहल का नाम है “दरवाजे पर दस्तक” अभियान।
कोटा में फिर शुरू हुआ सुसाइड का सिलसिला, छात्रों पर बना प्रेशर का बौछार- इस अभियान के तहत, कोटा पुलिस के अधिकारी छात्रावासों और पीजी में जाकर छात्रों से उनके हालचाल पूछते हैं। वे छात्रों से यह भी पूछते हैं कि क्या वे किसी मानसिक समस्या से जूझ रहे हैं। अगर कोई छात्र मानसिक रूप से परेशान है, तो उसे पुलिस की तरफ से मदद दी जाती है।
इस अभियान के तहत, कोटा पुलिस ने शहर के सभी छात्रावासों और पीजी में जाकर छात्रों के नाम और संपर्क विवरण एकत्र किया है। इस जानकारी के आधार पर, पुलिस अधिकारी नियमित रूप से छात्रों से संपर्क करते हैं और उनका हालचाल पूछते हैं।
कोटा में फिर शुरू हुआ सुसाइड का सिलसिला- कोटा पुलिस का मानना है कि इस अभियान से छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और आत्महत्या की घटनाओं में कमी आएगी। टीम द्वारा कोचिंग कैम्पस के आसपास छात्रों को 24×7 हेल्पलाइन नम्बर 8764520409/10, 9530442778 के बारे में जानकारी देकर बैनर चिपकाए गए हैं