कौन है सोफ़िया हुमनोइड रोबोट-हेलो दोस्तों मेरा नाम मोहित है आज में आपको सोफ़िया हुमनोइड के बारे में बताने जा रहा हु आप लोगों ने रोबोट के विशेष पर बनी कोई ना कोई फिल्म तो जरूर देखी होगी. इस विशेष पर बनी फिल्मों में अक्सर दिखाया जाता है कि रोबोट एक आम इंसान की तरह कार्य करते हैं. रोबोट और इंसानों में कोई अंतर नहीं होता है. बल्कि इन फिल्मों में तो रोबोट को इंसान की तुलना में ज्यादा तेज दिखाया जाता है. वहीं फिल्मों में दिखाई जाने वाली ये चीजें अब सच हो रही हैं. जी हां वैज्ञानिकों ने अब एक ऐसा रोबोट बना दिया है. जो कि ना सिर्फ इंसानों की तरह बात करता है बल्कि उसकी शक्ल भी इंसानों जैसी है. इतना ही नहीं ये रोबोट दुनिया की अलग-अलग जगहों में जाकर मीडिया में अपने इंटरव्यू भी देता है. लेकिन इन सबसे पहले आप लोगों का ये जानना जरूरी है कि आखिर रोबोट होते क्या हैं?
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क्यों बनाते हैं रोबोट
कौन है सोफ़िया हुमनोइड रोबोट-किसी भी रोबोट को बनाने के पीछे कई सारे कारण छुपे होते हैं. कुछ कंपनियां इन रोबोट को बनाकर इन्हें दूसरी कंपनियों को बेचती हैं. जो कि इन रोबोट से अपनी कंपनी के कई सारे काम करवाते हैं. वहीं कुछ रोबोट मनोरजंन के लिए बनाए जाते हैं. दुनिया भर में सबसे ज्यादा रोबोट का निर्माण जापान देश द्वारा किया जाता है और दुनिया के आधे से ज्यादा रोबोट एशिया में हैं.
इंसान के जैसे रोबोट
कई कंपनियां तकनीक की मदद से एक रोबोट के अंदर वो सारी चीजे लाना चाहती हैं. जो कि एक इंसान के अंदर होती है. यानी जिस तरह से इंसान कार्य करता हैं, उसी प्रकार एक रोबोट भी कार्य करे. इसलिए तकनीक की मदद से रोबोट्स को और भी शक्तिशाली बनाया जा रहा है. वहीं आने वाले समय में अगर रोबोट इंसान की जगह ले लें, तो इसमें कोई हैरानी नहीं होगी.
जानिए कौन है सोफिया रोबोट
कौन है सोफ़िया हुमनोइड रोबोट-वहीं साल 2015 में सामाजिक ह्यूमनॉयड (मानव के आकार का) रोबोट का निर्माण किया गया है. इस रोबोट की चर्चा दुनिया भर में की जा रही है. दरअसल इस रोबोट को इंसानों जैसा रूप दिया गया है. इतना ही नहीं ये रोबोट इंसानों की तरह बातचीत भी करता है. इस रोबोट ने दुनिया के कई देशों में जाकर लोगों से मुलाकात भी की है. वहीं इंसानों की तरह दिखने वाले इस रोबोट को नाम भी दिया गया है और दुनिया भर में इस इंसानी रोबोट को ‘सोफिया’ नाम से जाना जाता है.
किसने बनाया सोफिया रोबोट
कौन है सोफ़िया हुमनोइड रोबोट-सोफिया नामक इस रोबोट को बनाने के पीछे डेविड हैनसन का हाथ है. हैनसन रोबोटिक्स नामक कंपनी रोबोट बनाने के लिए दुनियाभर में पहचानी जाती है. और इस कंपनी के मालिक डेविड हैनसन हैं. वहीं इस रोबोट को साल 2015 में सक्रिय किया गया था. जबकि मार्च 2016 को साउथवेस्ट फेस्टिवब्ल्यू द्वारा पहली बार इसे दुनिया के सामने लाया गया था. इस रोबोट को अभी की तारीख में सबसे उन्नत रोबोट कहा जाता है
सोफिया रोबोट की खासियत
कौन है सोफ़िया हुमनोइड रोबोट-कहा जाता है कि सोफिया करीब 62 से अधिक चेहरे के भाव प्रदर्शित करने में सक्षम है. सोफिया बात करते वक्त आंखों से संपर्क बनाकर भी रखती है और व्यक्तियों की पहचान करने में भी सक्षम है. इन सब के अलावा सोफिया आम इंसानों की तरह लोगों से बात भी करती है. ऐसा करने के लिए सोफिया के अंदर गूगल क्रोंम की वर्णमाला आवाज मान्यता प्रौद्योगिकी और अन्य प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है.
सोफिया का चेहरा
कौन है सोफ़िया हुमनोइड रोबोट-डेविड ने सोफिया को इंसानों का चेहरा देने के लिए अभिनेत्री आड्री हेपबर्न का चेहरा चुना गया. सोफिया हुबहु अभिनेत्री आड्री हेपबर्न जैसी दिखती हैं. इसके अलावा साल 2018 में सोफिया के साथ पैर भी जोड़े गए, ताकि वो इंसान की तरह चल भी सके. वहीं सोफिया एक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस रोबोट्स में से एक हैं
सोफिया द्वारा दिए गए इंटरव्यू
सोफिया को उनके द्वारा दिए गए इंटरव्यू के लिए काफी जाना जाता है. क्योंकि जिस तरह से वो इंटरव्यू देती हैं वो सबको हैरान कर देती हैं. सोफिया को पता है कि उनसे पूछे गए किसी भी सवाल का जवाब उन्हें क्या देना हैं. इतना ही नहीं सोफिया इंटरव्यू देते समय मजाक भी किया करती हैं. इसके अलावा 11 अक्टूबर 2017 को सोफिया को संयुक्त राष्ट्र में पेश किया गया था. यहां पर सोफिया ने संयुक्त राष्ट्र के उप महासचिव अमीना जे मोहम्मद के साथ बातचीत भी की थी.
सोफिया को मिली नागरिकता और उससे जुड़े विवाद
कौन है सोफ़िया हुमनोइड रोबोट-सोफिया दुनिया की पहली रोबोट है, जिन्हें किसी देश द्वारा नागरिकता दी गई हो. वहीं सोफिया को मिली इस नागरिकता को लेकर कई विवाद भी हुए हैं. गौरतलब है कि सऊदी अरब देश ने सोफिया का अपने देश में स्वागत करते हुए उन्हें वहां की नागरिकता दी थी. वहीं सोफिया को दी गई इस नागरिकता को लेकर काफी लोगों ने सऊदी अरब के मानवाधिकारों पर सवाल उठाये गए थे. लोगों का कहना था कि सऊदी कानून गैर-मुसलमानों को अपने देश की नागरिकता देने की अनुमति नहीं देता है. तो क्या सोफिया ने इस्लाम को अपनाया है? जिसके चलते उन्हें ये नागरिकता दी गई है. वहीं इस देश में औरतों को ज्यादा आजादी नहीं मिली हुई है और आजादी के मुद्दे पर सवाल खड़े करते हुए. लोगों ने सरकार से पूछा कि सोफिया एक महिला होकर कैसे पूरी दुनिया अकेले घूम रही है. यहां की औरतों को ऐसी आजादी क्यों नहीं दी जाती है
सोफिया को नागरिकता मिलने का मतलब
कौन है सोफ़िया हुमनोइड रोबोट-वहीं आप लोग सोच रहे होंगे, कि सोफिया को नागरिकता देने से क्या फर्क पड़ता है. दरअसल नागरिकता मिलने से सोफिया इस देश की नागरिक की तरह जानी जाएंगी. सोफिया किसी से भी शादी कर सकती हैं. यहां तक कोई अपराध करने की सूरत पर सोफिया को सजा भी हो सकती है.
सोफिया, ‘नष्ट करना चाहती हैं मनुष्य को
कौन है सोफ़िया हुमनोइड रोबोट-जी हां, सोफिया ने एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि वो मनुष्य को नष्ट करना चाहती हैं. साल 2016 में लोगों के सामने सोफिया के निर्माता ने सोफिया से सवाल किया था कि “क्या आप इंसानों को नष्ट करना चाहती हैं? वहीं सवाल पूछने के बाद डेविड ने सोफिया से कहा कि सोफिया नहीं कहना. मगर ऐसा नहीं हुआ और सोफिया ने जवाब देते हुए कहा कि “ठीक है, मैं मनुष्य को नष्ट कर दूंगी. जिसके बाद सोफिया पर कई विवाद हुए थे.
भारत में भी आ चुकी हैं सोफिया
सोफिया ने मुंबई शहर में आयोजिन किए गए एशिया के सबसे बड़े टेक फेस्ट में भी हिस्सा लिया था. सोफिया इस कार्यक्रम में भारतीय वेशभूषा में नजर आई थी. साल 2017 के इस फेस्ट में आई सोफिया ने साड़ी पहन रखी थी. सोफिया ने नमस्ते इंडिया कहकर अपने भाषण की शुरुआत की थी. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी बॉम्बे में आयोजित इस कार्यक्रम में सोफिया ने 15 मिनट तक लोगों से बात की थी और उनके सवालों के जवाब दिए थे. हालांकि कुछ दिक्कतों के चलते सोफिया थोड़ी देर तक कुछ बोल नहीं पाई थी
संयुक्त राष्ट्र द्वारा सम्मानित
कौन है सोफ़िया हुमनोइड रोबोट-सोफिया को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) का पहला नवाचार (इनोवेशन) चैंपियन नामित किया गया था. जिसके साथ इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है. जब किसी गैर-मानव को संयुक्त राष्ट्र द्वारा ये शीर्षक दिया गया था. इतना ही नहीं सोफिया की स्थायी विकास और मानवीय अधिकारों और समानता को संरक्षित करने के लिए यूएनडीपी के साथ काम करने में एक आधिकारिक भूमिका होगी.
सोफिया को दी गई इस जिम्मेदारी से ये बात तो साफ है कि दुनियाभर में आ रही नई तरह की तकनीक हमारे भविष्य के लिए काफी लाभदायक हो सकती हैं. वहीं सोफिया दुनियाभर में आयोजन होने वाले कई कार्यक्रमों में जाती हैं और वहां पर आए लोगों के साथ बात करती हैं. इतना ही नहीं जहां पर भी सोफिया जाती है. वहां पर मौजूद लोग उनके साथ सेल्फी लेना चाहते हैं. हैरान करने की बात तो ये है कि सोफिया लोगों के साथ मुस्कुराते हुए ऐसे सेल्फी लेती हैं, जैसे की आम इंसान लेते हैं.
सोशल मीडिया पर भी है सोफिया
अगर आप सोफिया से बात करना चाहते हैं या दोस्ती करना चाहते हैं तो आप ऐसा कर सकते हैं. सोफिया का फेसबुक, ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया में खाता खुला हुआ है. इस खाते के जरिए कोई भी उनसे संपर्क कर सकता है. इसके अलावा सोफिया की अपनी एक वेबसाइट भी है जिसका पता ये है-इस लिंक पर जाकर आप सोफिया से संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा नीचे गए लिंक पर जाकर भी आप सोफिया से बात कर सकते हैं.-
रोबोट की खासियत
किसी भी रोबोट को बनाते समय उस रोबोट के अंदर नीचे बताई गई सभी चीजों को डाला जाता है. ताकि वो रोबोट एक इंसान की तरह कार्य कर सके. वहीं आजकल जो रोबोट बनाए जा रहे हैं उनमें से लगभग सभी रोबोट पर नीचे बताई की हर खासियत होती है-
सेंसर
कौन है सोफ़िया हुमनोइड रोबोट-जो पहली चीज किसी भी रोबोट को बनाते हुए दिमाग में रखी जाती है, वो सेंसर है. सेंसर की मदद से ही रोबोट किसी चीज को देख और महसूस कर सकता हैं. इसलिए जब भी रोबोट बनाए जाते हैं उनमें- प्रकाश सेंसर (लाइट सेंसर) होता है, जो कि देखने का काम करता है और ये सेंसर रोबोट की आंखों की तरह काम करता है. स्पर्श और दबाव सेंसर (टच और प्रेशर सेंसर) की मदद से रोबोट चीजों को महसूस करते हैं. ये रोबोट के हाथ की तरह कार्य करता है. रासायनिक सेंसर रोबोट के नाक का कार्य करते हैं और चीजों को सूंघते हैं. सोनार सेंसर, कान और स्वाद सेंसर, जीभ का कार्य करते हैं. इन सभी सेंसर की मदद से रोबोट इंसान की तरह किसी भी चीज को देख, सुन, सूंघ महसूस कर सकते हैं.
एक जगह से दूसरी जगह जाने की क्षमता
जो अगली विशेषता किसी भी रोबोट में होनी जरूरी है. वो है उस रोबोट का एक जगह से दूसरी जगह पर जाने में सक्षम होना. जिस तरह इंसान एक स्थान से किसी अन्य स्थान पर आसानी से जा सकते हैं. ठीक उसी प्रकार एक रोबोट का भी ऐसा करना जरूरी होता है. इसलिए कई रोबोट के नकली पैर या फिर उनको पहियां लगाए जाता हैं. ताकि वो आसानी से चल सके.
नकली दिमाग
कौन है सोफ़िया हुमनोइड रोबोट-किसी भी रोबोट का बुद्धिमान होना बहुत जरूरी होता है और उस रोबोट को ये बुद्धिमानी उसमें नकली दिमाग लगाकर दी जाती है. इस नकली दिमाग की मदद से रोबोट सोचने का कार्य करता है.
बिजली की जरुरत
जिस तरह एक इंसान को कार्य करने के लिए शक्ति चाहिए होती है. उसी तरह हर रोबोट को भी कार्य करने के लिए शक्ति की जरूरत पड़ती है. जहां इंसानों को ये शक्ति खाने के जरिए मिलती है. वहीं रोबोट बिजली के जरिए अपनी शक्ति प्राप्त करते हैं. एक रोबोट सौर ऊर्जा, विद्युत संचालित, या फिर बैटरी से संचालित हो सकता है. इसलिए जब भी किसी रोबोट को बनाया जाता है तो उसमें एक बैटरी लगाई होती है, ताकि बैटरी की मदद से वो कार्य कर सकें. वहीं बैटरी के खत्म होने पर उसे बिजली की मदद से चार्ज किया जाता है.
इंसानों को रोबोट की जरुरत
रोबोट की मदद से कई सारे कार्य आसानी से किए जा सकते हैं. वहीं इस वक्त दुनिया में दस लाख से ज्यादा रोबोट कार्य कर रहे हैं. ज्यादातर रोबोट को आप ऑटो, चिकित्सा, विनिर्माण और अंतरिक्ष उद्योगों में कार्य करते हुए पाएंगे. वहीं आप लोगों के मन में ये सवाल भी उठ रहा होगा कि हम लोगों को रोबोट की जरूरत क्यों पड़ती है. दरअसल इन रोबोट की मदद से जल्दी कार्य किया जा सकता हैं. इतना ही नहीं दुनिया के खतरनाक जगहों और अंतरिक्ष पर भी इन रोबोट की मदद से अध्ययन किया जा रहा है. नासा द्वारा मंगल ग्रह पर रोवर सोजोर्नर भेजा गया है. जो कि मंगल ग्रह पर रहकर वहां की तस्वीर धरती तक पहुंचा रहा है. वहीं आने वाले कुछ सालों में नासा द्वारा एक और रोबोट अंतरिक्ष में भेजा जाएगा. वहीं रोबोट का कार्य केवल अंतरिक्ष तक सीमित नहीं रहा है. दुनिया में रोबोट बनाने वाली कंपनियों ने इन रोबोट को और बुद्धिमान कर दिया है.
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