हज़रत सुलेमान की अंगूठी की कहानी- अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाहि वबरकातुह हज़रत सुलेमान यहूदी धर्म में श्रद्धेय माना जाता है, जिसमें उन्हें पैगंबर श्लोमो और जेडीदिया के नाम से भी जाना जाता है, जो 48 तल्मूड पैगंबरों में से एक हैं, ईसाई धर्म में सोलोमन के नाम से और इस्लाम में। पैगंबर सुलेमान का नाम से पुकारा जाता है और कुरान में 17 मरतबा जिक्र किया गया है हजरत सुलेमान जानवरो से और जिन्न से बात करने की खुदा तौफीक दी है
Quick Links
वंशावली और प्रारंभिक जीवन (Lineage and Early Life)
हज़रत सुलेमान की अंगूठी की कहानी- हज़रत सुलेमान हज़रत दाऊद (Hazrat Daud) के पुत्र थे, जो स्वयं एक महान पैगंबर और राजा थे। दोनों को अल्लाह द्वारा चुना गया था और उन्हें इज़राइल के लोगों का नेतृत्व करने का दायित्व सौंपा गया था। हज़रत सुलेमान के जन्म के बारे में कई वर्णन हैं, लेकिन सभी इस बात से सहमत हैं कि वह एक विशेष बच्चे थे और उन्हें अल्लाह की कृपा प्राप्त थी। हज़रत सुलेमान की अंगूठी की कहानी
बुद्धि और न्याय का प्रदर्शन (Demonstrations of Wisdom and Justice)
हज़रत सुलेमान को उनकी असाधारण बुद्धि के लिए जाना जाता था। क़ुरआन में एक प्रसिद्ध कहानी दो महिलाओं के बीच विवाद की है, जिनमें से प्रत्येक दावा करती है कि एक नवजात शिशु उसका है। हज़रत सुलेमान ने एक बुद्धिमानी भरा फैसला सुनाया, एक तलवार लाने का आदेश दिया और बच्चे को दो में विभाजित करने का नाटक किया। असली माँ ने विरोध किया, यह कहते हुए कि वह अपने बच्चे को मरते हुए नहीं देख सकती, भले ही उसे उसे दूसरी महिला के पास भेजना पड़े। इस तरह हज़रत सुलेमान ने असली माँ की पहचान कर ली। उनकी न्यायप्रियता के ऐसे कई किस्से हैं, जो इस्लामी साहित्य में मिलते हैं।
अलौकिक शक्तियां (Supernatural Powers)
हज़रत सुलेमान को अलौकिक शक्तियों का भी आशीर्वाद प्राप्त था। क़ुरआन और हदीसों में लिखा हुआ है कि वह जानवरों से बात कर सकते थे, हवा और हवा से चलने वाली चीजों को नियंत्रित कर सकते थे, और जिन्न (Jinn) नामक अलौकिक प्राणियों को अपने अधीन कर सकते थे। इन शक्तियों का इस्तेमाल उन्होंने अपने लोगों की भलाई के लिए किया।
हज़रत सुलेमान की अंगूठी की कहानी-( Prophet sulaiman Ring Story)
हज़रत सुलेमान (अलैहिस्सलाम) की अंगूठी इस्लाम में एक मशहूर है। यह अंगूठी उन्हें अलौकिक शक्तियां प्रदान करती थी, जिनमें जानवरों और जिन्नों से बात करने, हवा और पानी को नियंत्रित करने, में मदद करती थी