Monday, April 29, 2024
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किम जोंग का जीवन परिचय | Kim Jong Biography in hindi

 

किम जोंग का जीवन परिचय-हेलो दोस्तों मेरा नाम मोहित है  आज में आपको तानाशाह किम जोंग  के बारे में बताने जा रहा हु। तात्कालिक समय में विश्व नेतृत्व के लिए कई देशों के नेता आगे आये हैं. इस समय उत्तरी कोरिया के राष्ट्रपति किम जोंग उन बहुत अधिक चर्चे में हैं. ये अपने तानाशाही रवैये के कारण विश्व भर की नज़रों में आये है. आये दिन तरह तरह के मिसाइल और बम के परीक्षण की वजह से भी कई देश के नेता इनके क्रियाकलापों पर अपनी अपत्ति जताते रहते हैं. किम जोंग के सत्ता में आने के बाद से ही यह देश विश्व मीडिया में लगातार विवादों के घेरे में आते रहा है. एक तानाशाह होने की वजह से किम ने उत्तरी कोरिया में कई चीज़ों पर बैन भी लगा रखी है. यहाँ पर इस तानाशाह के जीवन से सम्बंधित विशेष तथ्यों की जानकारियाँ दी जा रही हैं



किम जोंग का जीवन परिचय Kim Jong Biography in hindi

नाम किम जोंग उन
जन्म 8 जनवरी 1983
जन्म स्थान पयोंगयांग, नॉर्थ कोरिया
उम्र 39 साल
शिक्षा किम II मिलिट्री यूनिवर्सिटी
सैन्य सेवा कोरियन पीपल आर्मी
राजनीतिक पार्टी वर्क पार्टी कोरिया
सेवा का वर्ष 2010 से अब तक
पत्नी का नाम री सोल-जू

किम जोंग उन का आरंभिक जीवन एवं शिक्षा

किम जोंग का जीवन परिचय-किम जोंग उन की जन्म तारिख और इनके बचपन सम्बंधित तथ्य आज भी रहस्यमय है. यह माना जाता है कि किम जोंग उन, किम जोंग इल के तीसरे बेटे हैं. किम जोंग इल उत्तरी कोरिया के मिलिट्री लीडर थे. यह कम्युनिस्ट पार्टी के नेता थे. इन्होने वर्ष 1994 तक यहाँ पर शासन किया था. किम जोंग उन की माता का नाम को यंग ही है. इनकी माता एक अच्छी ओपेरा सिंगर थी. वर्ष 2004 में किम जोंग उन को किम जोंग इल का उत्तरिधारी बनाया गया था. किम जोंग इल ने अपने तीनों बेटे में से किम जोंग उन में वह सभी खूबियाँ देखीं, जो वे अपने उत्तराधिकारी के लिए चाहते थे.

किम जोंग का जीवन परिचय-किम जोंग उन की आरंभिक शिक्षा किम इल- सुंग मिलिट्री यूनिवर्सिटी में हुई, इसके बाद इन्हें स्विट्ज़रलैंड में पढाई करने के लिए भेजा गया. इसके उपरान्त इनके पिता इन्हें अपना उत्तराधिकारी बनाने के लिये सभी तरह की ट्रेनिंग वगैरह देने लगे. महज 20 वर्ष की उम्रावास्था में ही इनके हाथ में शासन की कमान आ गई. वर्ष 2010 में इनके पिता की मृत्यु के बाद इन्हें वर्ष 2011 में उत्तरी कोरिया की राजगद्दी प्राप्त हुई थी.

किम जोंग उन उत्तरी कोरिया के राष्ट्रपति के रूप में

किम जोंग का जीवन परिचय-एक बार सत्ता में आने के बाद किम जोंग उन ने उत्तरी कोरिया की मिलिट्री से कई सीनियर ऑफिसर को बर्खास्त करना शुरू किया. ये सभी ऑफिसर इनके पिता के शासन काल में उत्तरी कोरियाई मिलिट्री में शामिल थे. वर्ष 2013 के दिसम्बर के महीने में इनके चाचा जैंग को सरकार के बदलने के लिए साज़िश रचने के जुर्म में गिरफ्तार कर लिया गया था. इस साज़िश में ऐसा माना जाता है कि जोंग का परिवार भी शामिल था.


उत्तरी कोरिया के किम जोंग उन की तानाशाही

  • इन्होने सत्ता में आने के बाद आये दिन कई ऐसे कार्य किये हैं, जिसके कारण उसे तानाशाह कहना गलत नहीं होगा. उन्हें तानाशाह कहे जाने के कई कारण हैं जोकि इस प्रकार हैं –
  • इन्होने अपने चाचा को उनकी ड्यूटी से बर्खास्त कर दिया था. इनके चाचा Jang Song-thaek ने इनके पिता के समय में इस मिलिट्री में एक बहुत बड़ी भूमिका निभायी थी.
  • किम जोंग ने अपने देश में टीवी पर प्रतिबन्ध लगा रखा है. वहाँ के लोगों को केवल वही चीज़े देखने मिलती है, जो किम जोंग अपने देश के नागरिकों को दिखाना चाहता है. यदि कोई व्यक्ति इसका विरोध करता है तो उसकी जान भी ली जा सकती है.
  • किम जोंग के अपने देश में बालों को कटवाने पर प्रतिबन्ध लगा रखा है. यहाँ पर केवल 28 तरह के हेयर स्टाइल ही लागू किये गये हैं. इनमे से 10 पुरुषों के लिए है, और 18 महिलाओं के लिए. अतः जो भी व्यक्ति अपने बाल कटाना चाहेगा, उसे तानाशाह द्वारा चयनित हेयर स्टाइल में से एक स्टाइल ही चुनना होगा.
  • तानाशाह ने अपने देश में जीन्स पहनने पर भी प्रतिबन्ध लगा के रखा है. जीन्स इस समय लगभग सभी देशों में पहना जाता है, किन्तु पश्चिमी सभ्यता का एक अंश होंने की वजह से उत्तरी कोरिया का तानाशाह अपने देश में इसे पहनने पर प्रतिबन्ध लगा रखा है.
  • किम जोंग उन ने अपने फूफा को भूखे कुत्तों के सामने डलवा दिया था और अपनी बुआ को जहर देकर मार दिया. क्योकि उन्हें लगता था कि उनके फूफा का कद उनसे ऊपर है.
  • उत्तरी कोरिया का कोई भी व्यक्ति देश से बाहर नहीं रह सकता है. जिस तरह कई भारतीय भारत के अलावा विश्व के अन्य देशों में भी रहते हैं, उत्तरी कोरिया के लोग अपने देश से बाहर नहीं रह सकते क्यों कि यह वहाँ के तानाशाह का फरमान है.
  • उत्तरी कोरिया में इन्टरनेट के लिए केवल एक ही कंपनी है. वहाँ के तानाशाह ने वहाँ की इन्टरनेट सेवा पर भी अपना काफ़ी कण्ट्रोल रखा है.
  • उत्तरी कोरिया की राजधानी में किसी नागरिक द्वारा रहने के लिए वहाँ के सरकार द्वारा इजाज़त लेनी पड़ती है. राजधानी में अक्सर कामयाब लोग अथवा सरकारी नौकरशाह ही रहते हैं.
  • यदि कोई व्यक्ति उत्तरी कोरिया में किसी तरह का गुनाह करता है, तो इसकी सजा उसके पूरे परिवार को दी जातीं है. इसमें बुजुर्ग और बच्चे सभी को शामिल किया जाता है.
  • उत्तरी कोरिया में बाइबिल को पश्चिमी सभ्यता का प्रतीक माना जाता है. इस वजह से इसे घर में रखना उत्तरी कोरिया में प्रतिबंधित है. यहाँ पर केवल किम परिवार अथवा सरकार की ही पूजा की जाती है.
  • उत्तरी कोरिया में गाडी पर भी प्रतिबन्ध है. यहाँ पर केवल सरकारी नौकरशाहों को ही गाडी रखने की इजाज़त है.
  • इस तरह के कई ऐसे फैसलों की वजह से किम जोंग उन को तानाशाह कहा जाता है.

किम जोंग उन का संदिग्ध रूप से हथियार परीक्षण

किम जोंग का जीवन परिचय-किम जोंग उन जब से उत्तरी कोरिया की गद्दी पर बैठे है, इन्होने लगातार ही कई नाभिकीय बमों का परीक्षण किया है. इन्होंने इसके लिए वेपन टेस्टिंग प्रोग्राम चलाये हैं, और फरवरी 2012 में हाल्ट न्यूक्लेअर टेस्टिंग और फिर इसी वर्ष अप्रैल के महीने में इस देश ने एक सेटेलाइट भी लॉन्च किया. हालाँकि यह सेटेलाइट टेक ऑफ करने के कुछ समय के बाद ही फेल हो गया. इसी वर्ष दिसम्बर के महीने में इस देश के सरकार ने एक लम्बे राकेट की सहायता से सेटेलाइट लॉन्च की और यह सफ़ल रहा.

वर्ष 2013 के फरवरी में उत्तरी कोरिया ने अपना तीसरा अंडरग्राउंड न्यूक्लेयर परिक्षण किया. उत्तरी कोरिया के इस परिक्षण की पूरे विश्व में निंदा हुई. उत्तरी कोरिया के इस कार्य पर संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, रूस, जापान और चाइना ने काफ़ी आपत्ति जताई. ध्यान देने वाली बात है कि उत्तरी कोरिया और अमेरिका के बीच विवाद बहुत पुराना है, जोकि अब चला आ रहा है.

वर्ष 2016 के दौरान किम जोंग ने अपना पांचवा अंडरग्राउंड न्यूक्लेअर टेस्ट को अंजाम दिया. पिछली बार के न्यूक्लेअर टेस्ट के दौरान कड़ी आपत्ति के बाद भी इस परीक्षण पर विश्व के अन्य देशों ने कड़ा रुख दिखाया. इस पर उत्तरी कोरिया को डीन्यूट्रलाइजेशन करने की भी बात हुई. किम जोंग उन के इस तरह के परीक्षण पर दक्षिणी कोरिया ने अपने देश के सुरक्षा की चिंता जताई. किम जोंग के तानाशाही रवैये से अमेरिका भी परेशान है. किम जोंग के लगातार परमाणु बम के परिक्षण से अमेरिका को परेशानी होती है.

किम जोंग का जीवन परिचय-फ़रवरी 2017 को उत्तरी कोरिया ने एक लॉन्ग रेंज बलास्टिक मिसाइल लॉन्च की है. इस मिसाइल की सुपरवैजिंग किम जोंग ख़ुद ही कर रहे थे. हालही में 3 सितम्बर को उत्तरी कोरिया ने हाइड्रोजन बम का परिक्षण किया है, जिसके कारण कई जगह पर भूकंप भी आया.

किम जोंग उन का व्यक्तिगत जीवन

किम जोंग का जीवन परिचय-वर्ष 2012 में एक खबर आई कि किम जोंग की एक पत्नी भी है. इसकी पत्नी का नाम री सोल जू है. ऐसा माना जाता है कि इन दोनों का विवाह वर्ष 2009 के दौरान हुआ था. इस विवाह के खुलने के बाद ही इनकी पत्नी सीधे मीडिया के सामने आई. इन दोनों के विवाह की तारिख आज तक रहस्यमय है. इन दोनों को इस विवाह से एक बच्चा भी है. किम जोंग उन साइबर जनरेशन का एक हिस्सा हैं. इस वजह से ये अपने पिता से कहीं अधिक मीडियाजेनिक स्टाइल के हैं. जहाँ एक तरफ यंग किम अपने समय में नए साल के ब्राडकास्टिंग प्रोग्राम में म्यूजिक कॉन्सर्ट के लिए हिस्सा लेते थे, वहीँ दूसरी तरफ अब वही किम जोंग मिलिट्री के साथ अधिक दिखाई देते है. इन्होने पश्चिमी सभ्यता को अपनाने की कोशिश की है. इसका सबसे अधिक इशारा तब प्राप्त हुआ, जब पहली बार पूरी अमेरिकी डेनिस रोडमैन उत्तरी कोरिया विजिट के लिए गये. ये वर्ष 2013 में यहाँ पर विजिट के लिए आये थे. इन्होने कहा था कि किम जोंग उन अमेरिका के साथ अच्छे सम्बन्ध बनाने का प्रयत्न कर रहा है.

उत्तरी कोरिया की आर्थिक स्थिति

किम जोंग का जीवन परिचय-जो देश आये वर्षों में एक के बाद एक नाभिकीय परीक्षण करता है, उसकी आर्थिक स्थिति मजबूत होनी ज़रूरी है, क्योंकि इन नाभिकीय परिक्षण में बहुत अधिक पैसा खर्च होता है. ध्यान देने योग्य है कि वर्ष 1990 के दौरान देश की आर्थिक स्थिति बहुत ही बुरी थी और यहाँ पर अकाल की स्थिति हो गयी थी. इस देश में एक कंसंट्रेशन कैंप है, जहाँ पर हजारों कैदियों को प्रताड़ित किया जाता है. किम ने सत्ते में आने के बाद इस देश की शिक्षा, खेती और आर्थिक स्थिति को बेहतर करने का कार्य किया. इस समय दक्षिणी कोरिया द्वारा यह रिपोर्ट दी गई कि इसके उत्तरी क्षेत्र के बॉर्डर में कई ह्युमन राईट विरोधी प्रतिक्रिया होती हैं. हालाँकि यह आरोप अमेरिका द्वारा भी इस देश पर लगाया जा चुका है. अमेरिका के राष्ट्रपति का चुनाव यहाँ पढ़ें.

किम जोंग उन की अमेरिका और जापान को धमकी

उत्तरी कोरिया के लगातार हरकतों से तीसरे विश्व युद्ध का आगमन हो सकता है. इस देश के तानाशाह किम जोंग उन ने तात्कालिक समय में जापान और अमेरिका को धमकियां भी दी हैं. इस धमकी का विश्वस्तरीय व्यापार पर भी काफ़ी असर पड़ रहा है.

किम जोंग का अमेरिका को धमकी :

किम जोंग उन ने अमेरिका को सार्वजनिक तौर पर धमकी है, जिस वजह से अमेरिका के गरिमा का काफ़ी ह्रास हुआ है. उत्तरी कोरिया ने अमेरिका को कहा है कि ‘अमेरिका को पीट पीट कर एक कुत्ते की मौत मारनी चाहिए’. किम जोंग उन ने इसी के साथ अपने बयान में ये भी कहा है कि अमेरिका को पूरी तरह राख और धुल में बदल दिया जाएगा.

किम जोंग का जापान को धमकी :

किम जोंग उन ने जापान को निशाना बनाते हुए कहा है कि जापान के चारों आइलैंड पर नयूक्लेअर वेपन का इस्तेमाल करके उसे पूरी तरह से तबाह कर समुद्र में डूबा देना चाहिए. साथ ही उसने कहा कि जापान अधिक दिनों तक हमारे आस पास नहीं रहेगा.



ध्यान देने वाली बात है, कि अमेरिका तात्कालिक समय में एक बहुत शक्तिशाली देश है. इस समय जापान की स्थिति भी पहले से काफ़ी अच्छी है. इस वजह से सरेआम इस तरह की धमकियाँ ऐसे देश किस तरह सह सकते हैं.

धमकियों का शेयर बाज़ार पर असर

किम जोंग उन की धमकियों का शेयर बाज़ार पर एक बहुत गहरा असर पडा है. इस धमकी के बाद FTSE 100 में 28 अंकों की भारी गिरावट आई है. इसके अलावा एशिया के शेयर बाज़ार पर भी इसका प्रभाव देखने को मिला. निक्केई में 183.22 अथवा 0.93 pc की गिरावट के साथ 19505.25 पर पहुँच गया और इसी के साथ हांगकांग के शेयर मार्केट में HANG SENG में भी 212.9 की गिरावट देखी गयी. इस तरह से यदि आर्थिक बाज़ार में नकारात्मक प्रभाव बनता रहा तो, यह युद्ध को आमंत्रित कर सकता है.

क्या किम जोंग उन के कारन तृतीय विश्वयुद्ध हो सकता है

किम जोंग का जीवन परिचय-किम जोंग उन की ऐसी धमकियाँ अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश को युद्ध पर मजबूर करने जैसा है, चूँकि इन देशों के शेयर बाज़ार प्रभावित हो रहे हैं, जिसका सीधा असर देश की आर्थिक स्थिति पर पड़ेगा. इस वजह से हर तरफ से युद्ध का माहौल तैयार हो सकता है. अमेरिका के राजदूत ने संयुक्त राष्ट्र संघ को नार्थ कोरिया के क्रियाकलापों की वजह से ‘इमरजेंसी सिक्यूरिटी कौंसिल’ की एक सभा में कहा कि उत्तरी कोरिया युद्ध के लिए भीख मांग रहा है. अमेरिका के तात्कालिक प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तरी कोरिया को कहा है कि यदि वह अमेरिका, जापान अथवा दक्षिण कोरिया को किसी भी तरह से संकट में डालता है, तो अमेरिका उत्तरी कोरिया के ख़िलाफ़ मिलिट्री एक्शन ले सकता है. इस वजह से समय समय पर किम जोंग उन के द्वारा किये जाने वाले नयूक्लेअर टेस्ट और दी जाने वाली धमकियों से बौखला कर कभी भी युद्ध शुरू किया जा सकता है. ग़ौरतलब है कि उत्तरी कोरिया के तानाशाह किम जोंग की हरकतों से रूस और चीन भी काफ़ी बौखलाए हुए हैं. इस तरह से यदि तीसरा विश्वयुद्ध होता है तो इस बार पूरी पृथ्वी संकट में आ सकती है

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