Monday, April 29, 2024
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शादी का लड्डू हिंदी कविता Shadi Ka Laddu Vivah Kavita Poem In Hindi

शादी का लड्डू हिंदी कविता-खासतौर पर शादी एवम महिला संगीत के फंक्शन के लिए लिखी गई हैं |भारत में शादी की परिभाषा अलग हैं इसे जिंदगी की सबसे अनमोल रस्म माना जाता हैं फिर भले ही जोर जोर से चिल्लाये “शादी का लड्डू जो खाये पछताये जो ना खाये वो भी पछताये”|




शादी का लड्डू हिंदी कविता (Shadi Ka Laddu Vivah Kavita Poem In Hindi)

मेरे देश का एक बड़ा झोल
पैदा होते ही बजता शादी का ढोल

सपने दिखाते शादी के ही हर दम
पढ़ले बेटा नहीं तो दहेज़ मिलेगा कम

शादी के लड्डू कभी किसी को ना भाये
पर बिना इसे खाये रहा भी ना जाये

कैसी विकट परिस्थिती हैं भैया
रोटी गोल बनेगी तो ही मिलेगा सैंया

सात फेरों का हैं यह काला जादू
ख़ुशी मनाये दुनियाँ फंस जाये राजा बाबू

जो लड़की होती थी घर की रानी
सांतवे फैरे के बाद बन जाये नौकरानी

काला जादू ना कहे तो क्या कहे
जो खाये पछताए जो ना खाये वो भी पछताए
कर्णिका पाठक

शादी का लड्डू, मीठी खुशबू, दो दिलों की मिलने की धड़कनूं। मिलते हैं दो प्यालों की गुदड़ड़ी, प्यार और खुशियों का बढ़ता बिउंद।

साथ चलते हैं सफर की राहों पर, एक-दूसरे के साथ हर मोड़ पर। जीवन के संगी मिलकर चलने का आलंब, खुशियों की छाया बनता रहे आपका प्यार।

साझा करते हैं दर्दों की गहराइयों को, और बढ़ाते हैं हर खुशी को साथ हो। शादी का लड्डू है प्यार और सजीव, यह रिश्ता खास है, यह खुदा का इनाम है।

त्योहारों के रंग और मिठास के साथ, शादी का लड्डू है जीवन का खास त्योहार। खुशियों के इस मिलन को मनाते हैं आप, प्यार और सफलता की नई शुरुआत करते हैं आप।

इस नए जीवन की शुरुआत है दिल से, खुशियों से भरी यह रिश्तों की दास्तां। शादी का लड्डू है एक खास गिफ्ट है, खुशियों से भरपूर, सदा हसीन और मीठा है यह यारी।




शादी समारोह में Anchoring script in Hindi में खासतौर पर हिंदी कवितायेँ बोलने का चलन हैं इसी लिए Shadi Ka Laddu Vivah Kavita Poem In Hindi आपके लिए लिखी गई हैं |

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