Monday, May 20, 2024
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WIFI KA PASSWORD KAISE  JAANE -IN HINDI 2022

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WiFi Kya Hai

WiFi Kya Hai दोस्तों आज हम आपके लिए लेकर आये है दिलचस्पी आर्टिकल जिससे पढ़ने में आपको काफी अच्छा लगेगा और लोगो को यह जानने के लिए काफी उत्साहित भी होंगे काफी लोग यह जानने की कोशिश करते है

WIFI KA PASSWORD KAISE  JAANE -IN HINDI 2022

WiFi Kya Hai की दूसरे के wifi का पासवर्ड पता लगाने की काफी कोशिश करते है पर मालूम नहीं कर इसलिए दोस्तो आज हम आपके लिए इस वेबसाइट के माध्यम से लेकर आये है कंप्यूटर और wifi का पासवर्ड कैसे पता करे और साथ ही दोस्तों काफी लोग wifi क्या यह ही नहीं मालूम होता तो ,निराश न होए इसलिए आज हम आपको इस आर्टिकल में wifi से जुडी पूरी जानकरी आपको देंगे तो चलिए दोस्तों शुरू करते है।

WiFi Kya Hai

यह इंटरनेट के इस्तेमाल के लिए प्रयोग में लाये जाने वाला, वायरलेस नेटवर्किंग टेक्नोलॉजी ((Networking) Technology) है। यह रेडिओ सिगनल का प्रयोग करता है। जिसकी मदद से आप काफी आसानी से अपने लैपटॉप (Laptop), कंप्यूटर, मोबाइल आदि में इंटरनेट का उपयोग कर सकते है।

WiFi टेक्नोलॉजी LAN (Local Aria Network) के अंतर्गत आती है। सभी कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल में एक चिप लगी होती है। जिसकी सहायता से WiFi को कनेक्ट कर सकते है जिसे वायरलेस Router भी कहते है। WiFi Kya Hai आजकल बहुत सी कम्पनी अपने अपने स्तर पर WiFi डिवाइस बना रहे है। जिनकी सहायता से भी WiFi चलाया जा सकता है। जैसे jio WiFi , Airtel, Vi और भी बहुत

वाईफाई का पूरा नाम क्या है

WiFi का फूल फॉर्म “Wireless Fidelity” होता है। इन्हे के पहले दो अक्षरों को मिलाकर WiFi शब्द बना है जो इसका सॉर्टफॉर्म है। यह एक बहुत ही लोकप्रिय वायरलेस नेटवर्क तकनीक है। जो वायरलेस तकनीक से रेडियो तरंगो का प्रयोग कर इंटरनेट का काफी अच्छे से उपयोग कर रहे है।

वाई फाई के पासवर्ड कैसे देखें

 जैसे Security High Level की होती जा रही है वैसे ही Technicians भी  मशहूर होते चले जा रहे है। WiFi Kya Hai Internet के इस समय के दौर में Wifi का इस्तेमाल काफी जगहों पर होता है। तो अब हम आपको दो तरीके बतायेगे जिससे आप आसानी से समझ जायेगे  Wifi नेटवर्क से Connect हो पायेंगे.

पहला स्टेप है बिना रूट और दूसरा स्टेप है रूट स्टेप दोस्तों पहला जो स्टेप है उसमे आप Phone में Wifi से Connect हो पायेंगे लेकिन उसके लिए कुछ Conditions है जो की हम आपको बताने वाले है अगर आपके पास Rooted Mobile है तो उसके लिए आपको काफी सारे तरीके मिल जायेंगे पर आज आपको सबसे सरल तरीका बता रहे है।

वाईफाई का इतिहास

Wi-Fi का अविष्कार अमेरिका के निकोला टेस्ला ने किया था। 1985 को united state FCC ने जब यह बताया की वायरलेस frequency – 200MHZ 2.4 GHZ और 5.8 GHZ को बिना लाइसेंस कर सकते है। WiFi Kya Haiतभी से वाईफाई की शुरुआत मानी जाती है।

1998 में NCR Corporation को एक Wireless Case RAGISTER की जरूरत  पढ़ी। Victory Hayes और Brush Tech की मदद से (institute of electrical and electronics engineers) IEEE में एक STANDERD तैयार किया। उस समय 802.11a standard में डाटा ट्रांसफर की स्पीड 2Mbps थी।

जिसके बाद 802.11b अधिक रेंज के साथ आया और 6 कम्पनियो ने आपस में मिलकर WECA का गठन किया और वर्ष 2002 में WiFi शब्द की उत्त्पति हुई। जिसे Wireless और HiFi सब्द से मिलकर बनाया गया।

Connect WiFi का  पासवर्ड  कैसे  पता  करे

यदि आपके Computer या Laptop में WiFi Connected है. और WiFi Connect होने के बावजूद आप अपने WiFi का Password भूल चुके है तो इस Trick के जरिये आप अपने WiFi का Password पता कर सकते है.

मान ले की आप अपने Computer या Laptop में काफी दिनों से WiFi Use कर रहे है और आप अपना WiFi Password भी भूल चुके है क्योकि अकसर यह होता है WiFi Kya Hai कि जब WiFi, PC या Laptop से Connected है तो WiFi Password याद रखने की क्या जरूरत? ऐसे में मान ले की आपका कोई Friend या Relative कुछ समय के लिए आपसे आपके WiFi का Password मांग ले तो ऐसे में आप क्या कर सकते हैं

  • यदि आपके PC या Laptop में WiFi Connected है तो इस सरल तरीके से आप अपना WiFi Password  मालूम कर पाएंगे।  इसके लिए आप निम्न दी गई Steps को Follow करिए –
  • सबसे पहले आप Network icon कर Click करिए।
  • इसके बाद जो WiFi आपके PC से Connected होगा उस WiFi के नाम के आगे Connected दिखाई देगा।  इस पर Right Click करें।
  •  Right Click करने के बाद properties पर Click करें।
  • Network and Sharing Center, How to know Wifi Password

Network and Sharing Center

इसके बाद आप Show Characters पर क्लिक करके पासवर्ड को देख सकते है.

इस प्रकार आप अपने PC या Laptop में Connect WiFi का Password देख सकते है.

Wifi का  पासवर्ड  कैसे  पता  करे

  • आप अपने Phone से Free Wifi Connect कर सकते है लेकिन उसके लिए कुछ चीजे हैं जो आपको निम्न दिए है-
  • आपका मोबाइल उस Wifi Network से Connected होना चाहिए पासवर्ड आप जानना चाहते हैं या किसी और के मोबाइल में वो Wifi कनेक्ट है तो आप पासवर्ड जानने के लिए उस व्यक्ति से मांग सकते हैं Owner के Wifi के Router के वेब पेज में Administrator Password नहीं होना चाहिए
  • अगर Administrator Password है तो Username – admin और Password भी admin डालने से नहीं खुलेगा तो Owner ने अपना Username और Password बदल दिया होगा और आप उसे नहीं खोल पायेंगे.
  • यहाँ आपको दो Router के लिए दो स्टेप बाए जायेगे जिसे आपको ध्यान से समझना है तभी आप आसानी से समझ पाएंगे बिना पासवर्ड से कंनेक्ट कर सकते है
D-Link Router का पासवर्ड कैसे पता करें

D-Link Router के वेब पेज में जाने के लिए भी आपको वही करना है. Chrome Browser में जाकर यही टाइप करना है http://192.168.0.1 और ओके पर क्लिक कर देना है इससे Log in पेज खुल जायेगा जिसमे आपसे Username और Password माँगा जायेगा  सबसे पहले आपको Username – admin और Password – admin डाल कर देखना है. अगर नहीं खुलता है तो पासवर्ड की जगह को खाली छोड़ कर Log in पर क्लिक कर देना है. खुल जाता है तो ठीक है वरना ,Owner ने अपना पासवर्ड बदल दिया है और आप इसमें Log in नहीं कर पायेंगे.WiFi Kya Hai

अगर Log in होता है तो आपको काफी सारे आप्शन वहाँ पर दिख जायेंगे, आपको कहीं भी छेड़खानी नहीं करनी, ऊपर आपको दिख जाएगा Wireless उस पर क्लिक करना है और Wireless में भी आपको बहुत सारे आप्शन दिख जायेंगे. बस आपको निचे स्क्रॉल करना है आपको दिख जायेगा Security options और उसके निचे आपको मिलेगा Pre-Shared Key इसमें जो लिखा होगा वही वाईफाई का पासवर्ड होगा अगर बताया गया URL काम नहीं करता है तो आप Settings > Wifi में जा कर जिस Wifi से कनेक्ट हुए हैं उस पर क्लिक कीजिये वहां पर आप्शन दिया होगा Go to webpage उस पर क्लिक करने से भी आप Log in पेज में आ जायें

Tenda Router वाईफाई का पासवर्ड कैसे पता करें

Tenda Router के वेब पेज में जाने के लिए उस मोबाइल से जिसमे वो Wifi Network Connected है आपको Chrome Browser में जाना है और URL में http://192.168.0.1 लिख कर ओके कर देना है.WiFi Kya Hai इससे Tenda Router का वेब पेज खुल जायेगा. अगर नहीं खुल रहा है तो URL के लास्ट में 1 की जगह 2 डाल दीजिये फिर जरुर खुल जायेगा.

अब आप ऊपर Right साइड में थ्री लाइन दिखेगा उस पर क्लिक करना है और Wireless settings पर जाना है..

Wireless Settings में क्लिक करते ही एक नया पेज खुलेगा जिसमे ऊपर की तरफ आपको Username दिख जायेगा और निचे स्क्रॉल करने पर Wifi Password लिखा हुआ रहेगा.

उसे कॉपी कर के सेव कर लीजिये क्योकि उस पासवर्ड से आप कभी भी उस Wifi Network से Connect हो सकते हैं जब तक Owner पासवर्ड बदल नहीं देता

राउटर की स्पीड

किसी भी राउटर की स्पीड उस मॉडल में उपयोग किए गए हार्डवेयर पर भी निर्भर करती है। वैसे हर डिवाइस में स्पीड का जिक्र “High Speed Upto” सेक्शन में किया रहता है। जो राउटर स्लो होंगे उनकी कीमत भी कम होगी। अगर जरूरत सिर्फ इंटरनेट से जुड़ने की है तो आप सस्ता राउटर खरीदें। अगर लेपटॉप पर हाई डेफिनेशन वीडियो देखने या उसे अपने स्मार्ट टीवी पर स्ट्रीम करने का शौक है तो आपका 300 Mbps राउटर से काम चल जाएगा 

Wi-Fi कैसे काम करता है ?

WiFi टेक्नोलॉजी में एक ऐसी डिवाइज लगी होती है। जो वायरलेस सिंगनल को ट्रान्समेंट करती है जो की wi-fi router या hotspot होता है. इसमें वायरलेस router किसी इंटरनेट से जुड़कर सुचना को रेडियो तरगों में बदल देती है। और wifi डिवाइज वातावरण में मौजूद wifi संकेतो से कनेक्ट होकर अपने आस पास एक छोटा सा वायरलेस signal का एरिया बनता है। जिसे Wi-Fi जोन कहते है।

ये छोटा सा एरिया एक वायरलेस लोकल एरिया का रूप लेता है। WiFi Kya Hai इससे छोड़ी गई तरंगो के एरिया में जितने भी डिवाइस होते है जैसे phone, लैपटॉप जो इंटरनेट चला सके, वह सभी इसका सिग्नल पकड़ते है। डैस्कटॉप computer में In Built Wi -Fi एडाप्टर नहीं होता है। इसलिए हम इसे USb कोड के माध्य्म से एडाप्टर लगाकर WI -Fi का उपयोग कर सकते है।अगर आप कभी एरपोड, रेल्वे स्टेशन या शॉपिग मॉल, सुपर मार्केट जाते हो तो आपने देखा होंगे वह वाईफाई (WiFi) का जोन होता है जिसका स्तमाल आप इंटरनेट चलाने के लिए आसानी से कर सकते है। ऐसे ही कई शहरो में सरकार ने wifi जोन बना रखा जहा भी आप wifi से जुड़कर इंटरनेट का उपयोग करते है।

WiFi से निकलने वाली रेडियो तरंगे दिवार के आर पार हो जाती है इसे आप कनक्टेड राऊटर से चला सकते है एक घर के लिए WiFi Router पर्याप्त होता है। आप WiFi Router के जितने नजदीक होते है उतनी अच्छी इंटरनेट स्पीड मिलती है। लेकिन जैसे जैसे दूर होते जाते है स्पीड भी कम होते जाती है।

स्मार्टफोन में Wi-Fi सेवा के साथ Hotspot का option भी आता है। आप न केवल दूसरे Wi-Fi नेटवर्क का इस्तमाल कर सकते है। बल्कि अपने मोबाइल phone को router की तरह इस्तमाल करके होटस्पोट से कई अन्य डिवाइज को इंटरनेट कनेक्शन प्रदान कर सकते है। अचानक से आपके मोबाईल का डेटा खत्म हो जाये तो आप आप Wi-Fi का इस्तमाल कर सकते है किसी भी मित्र के मोबाईल का होटस्पोट On करके Wi-Fi का उपयोग किया जा सकता है।

Wi-Fi के फायदे |
  • WIFI टेक्नोलॉजी यूज़र फ्रैंडली है जिससे आसानी से स्मार्टफोन टेबलेट या लैपटॉप को कनेक्ट किया जा सकता है।
  • इसका इस्तेमाल करना काफी आसान है। बस आपको wi-fi को on करना है। अगर कोई पासवर्ड है तो उसे डालकर WiFi से कनेक्ट करके इंटरनेट का इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • पहले हर जगह WiFi मिलना कठिन है ,लेकिन आज के समय में ये हर जगह उपलब्ध होता है। Wi-Fi के सहायता से चलते फिरते कही से भी आप इंटरनेट का एक्सेस कर सकते है। जैसे बस ,ट्रेन, शॉपिंग मॉल, सुपरमार्केट इन जगहों पर Wi -Fi नेटवर्क होना जरूरी है।
  • एक ही Wi-Fi डिवाइज के साथ आप काफी सारे दूसरे मोबाइल डिवाइज को कनेक्ट कर सकते है। ये कनेक्शन काफी जल्दी हो जाता है।
  • cellular network की तुलना में Wi-Fi router की sped काफी ज्यादा होते है। आप एक 1Mbps से 100 Mbps तक का लाभ उठा सकते है।
  • Wi-Fi से इंटरनेट एक्सेस करने पर डेटा ट्रांसफर की गति तेज हो जाती है। जिसमें ऑडियो, वीडियो को आसानी से भेज और रिसीव कर सकते है।
  • मोबाईल डाटा की एक सीमा होती है। लेकिन ब्रेबेंड कनेक्शन से ली गई Wi-Fi नेटवर्क में आपको हर रोज लगभग 50mb से ज्यादा डेटा मिलता है। आप जितना चाहे इंटरनेट का उपयोग कर सकते है। यह आपके लिए गए प्लान पर भी निर्भर करता है। )
  • Wi-Fi की सबसे महत्वपूर्ण बात है की आप अपनी Wi-Fi router दुनिया के किसी भी देश में चला सकते है। आप Wi-Fi router का इस्तमाल कही भी कर सकते है।
  • आप अपने मोबाइल को WiFi Router की तरह यूज़ करके किसी दूसरे को WiFi दे भी सकते है। जिसे Hotspot कहते है।

Wi-Fi के क्या-क्या नुकसान है

Wi-Fi के अंदर से निकलने वाली जो रेडियशन है वह हमारे शरीर को नुकसान पहुँचती है। Wi-Fi आपके हेल्थ के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। Wi-Fi से निकलने वाली किरणे जैसे इलेक्ट्रोमैग्नेटिक खतरनाक होती है। यह आपके शरीर में कई बीमारी को उत्पन्न कर सकती है। इसका सबसे ज्यादा खतरा कैंसर होने का होता है। Wi-Fi से निकलने वाली किरणे इंसान के शरीर में अंदर तक असर करती है। WiFi Kya Hai जिस तरह माइक्रोवेव से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक रेडियंस खाने को अंदर तक पका देते है। कुछ उसी तरह की इलेक्ट्रोमैग्नेटिक Wi-Fi राउटर से निकलती है। लम्बे समय तक इन तरंगो के संपर्क में रहना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे ब्रेन टयूमर, ब्रेन कैंसर, हार्ट अटैक जैसे बीमारियों का खतरा बना रहता है।

दोस्तों, आपको हमने आपको इस आर्टिकल में आपको अच्छे से समझाया उम्मीद है आपको अच्छे से समझ आ चूका है।  और हमने आपको इसे जुडी पूरी जानकारी आपको दी है आपको कोई डाउट है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है और दोस्तों ऐसे ही पके लिए लेकर आएंगे  एक और जानकारी लेकर आएंगे।


Q SSL का पूरा नाम —-क्या है ?

(a) Secure Super Layer

(b) Secure Sockets Layer

(c) Super Sockets Layer

(d) इनमे से कोई नहीं

Ans– (b) Secure Sockets Layer

Q. वाई-फाई का आविष्कार किसने किया?

ALOHAnet नामक एक वायरलेस नेटवर्क 1971 में बनाया गया था जो ग्रेट हवाईयन द्वीपों को जोड़ता था। ईथरनेट और वाई-फाई अपने कुछ इतिहास का पता लगा सकते हैं। लेकिन 1991 में एनसीआर कॉर्पोरेशन (जो एक कैश रजिस्टर कंपनी के रूप में शुरू हुआ) और एटी एंड टी (जो एक फोन कंपनी के रूप में शुरू हुआ) ने वाई-फाई के अग्रदूत को वेवलैन नामक कैश रजिस्टर को जोड़ने के तरीके के रूप में बनाया। यह इतना लोकप्रिय हो गया कि अंततः इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स (आईईईई) ने 802.11 मानक बनाया जिसे अब हम वाई-फाई के रूप में जानते हैं। 1999 में, वाई-फाई ट्रेडमार्क की बागडोर संभालने के लिए एक ट्रेड एसोसिएशन के रूप में वाई-फाई एलायंस का गठन किया गया।

Q. क्या वाई-फाई से होता है कैंसर?

वर्तमान में, इस प्रश्न का कोई निश्चित उत्तर नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस बात का कोई ठोस सबूत नहीं है कि वाई-फाई, या ईएमएफ सामान्य रूप से सीधे कैंसर का कारण बनते हैं। 2011 में, विश्व स्वास्थ्य संगठन की अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC) ने कहा कि EMF “संभवतः मनुष्यों के लिए कार्सिनोजेनिक हैं।” लेबल को 30 वैज्ञानिकों द्वारा स्थापित किया गया था जिन्होंने ईएमएफ और कैंसर पर अध्ययन का मूल्यांकन किया था।  ईएमएफ और कैंसर से जुड़े अध्ययन परस्पर विरोधी हैं। उदाहरण के लिए, 2017 की एक शोध समीक्षा के अनुसार, वायरलेस उपकरणों से ईएमएफ से ग्लियोमा, एक प्रकार का ब्रेन ट्यूमर होने का खतरा बढ़ जाता है। लेकिन 2018 के एक अध्ययन में कहा गया है कि EMF और ब्रेन ट्यूमर के बीच कोई स्पष्ट संबंध नहीं है।

Q.घर बैठे सामान खरीदने वाली वेबसाइट को कहा जाता है ?

(a) Business Website

(b) E-Commerce Website

(c) Social Networking Website

(d) Digital Website

उत्तर (b) E-Commerce Website


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Disk brake kya hai or kaise kaam karta hai 

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Disk brake kya hai 

Disk brake kya hai  दोस्तों आज हम आपको डिस्क ब्रेक के बारे में जानकारी देंगे और दोस्तों यह पोस्ट में हम आपको अच्छे से समझायेंगे की Disk brake kya hai और कैसे काम करता है

Disk brake kya hai or kaise kaam karta hai 

आज के लोग लगभग सभी बाइक्स डिस्क ब्रेक या डिस्क और ड्रम ब्रेक के कॉम्बीनेशन के साथ आती हैं। हालांकि अभी भी कुछ ऐसी सस्ती बाइक्स हैं जिनमें सिर्फ ड्रम ब्रेक दिया जाता है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि कौन सा ब्रेक बेहतर है तो चलिए दोस्तों शुरू करते है डिस्क ब्रेक क्या है और कार्य करता है Disk brake kya hai





Disk brake kya hai 

Disk brake kya hai एक ब्रेक जिसमें घर्षण पैड के एक सेट के कारण होता है जो घूर्णन डिस्क के खिलाफ दबाया जाता है। साइकिल पर डिस्क ब्रेक ब्रेक होते हैं जो कि वेल के केंद्र पर स्थित डिस्क पर काम करके बाइक को धीमा करते हैं। यह मानक ब्रेक से अलग है।

ब्रेक डिस्क खरीद सकते हैं

आप विभिन्न दुकानों से ब्रेक डिस्क खरीद सकते हैं। Disk brake kya haiऑटोएनीथिंग, ईबे, जीएसएफ कार पार्ट्स, ऑटो पार्ट्स वेयरहाउस और वॉलमार्ट जैसे स्टोर ब्रेक डिस्क बेचते हैं।

डिस्क ब्रेक के बारे में जानकारियां

HONDA कंपनी ने सन 1975 में बाइक के दोनों बहनों में डिस्क ब्रेक का प्रयोग किया था। जो सफल रहा। कंपनी ने CB750 जैसी महंगी बाइक के दोनों पहियों में डिस्क ब्रेक लगाए थे। बाजार में 1.5 लाख रुपए से ज्यादा कीमत वाली बाइक के दोनों भाइयों में डिस्क ब्रेक लगे हुए आते हैं।यदि आप 100 किलोमीटर प्रति घंटा से कम की स्पीड पर चल रहे हैं तो केवल इमरजेंसी की स्थिति में महंगे डिस्क ब्रेक का प्रयोग करना उचित होगा। ड्रम ब्रेक खराब नहीं होते बल्कि लगातार उपयोग करने पर जल्दी खराब हो जाते हैं (घिस जाते हैं। Disk brake kya hai दुनिया का सबसे पहला डिस्क ब्रेक 1962 में लैंब्रेटा कंपनी के स्कूटर में लगाया गया था। मजेदार बात यह है कि ब्रेक स्कूटर के अगले पहिए में लगाया गया था, ताकि यदि फेल भी हो जाए तो पिछले पहिए का भरोसेमंद ड्रम ब्रेक अपना काम कर सके।

कार डिस्क ब्रेक कैसे काम करता है?

एक डिस्क ब्रेक सबसे आम फ्रंट कार ब्रेक है, और अब अक्सर पीठ पर भी देखा जाता है। इस प्रणाली में रोटर, एक मोटी, चिकनी स्टील डिस्क हब के लिए तय होती है और पहिया के साथ घूर्णन होती है। इस रोटर के एक तरफ इसके हिस्से के चारों ओर एक कैलिपर फिटिंग है और नक्कल (हब माउंटिंग) के लिए तय है। Disk brake kya hai इस कैलिपर में हाइड्रोलिक पिस्टन (अक्सर दो) और दो डिस्क पैड होते हैं। ये स्टील पैड लगभग 3/8 इंच घर्षण सामग्री का सामना कर रहे हैं। इन घर्षण सामग्री पक्ष रोटर पर रगड़ते हैं। जब ब्रेक पेडल के माध्यम से हाइड्रोलिक दबाव लागू किया जाता है, तो यह पिस्टन को तरल पदार्थ को घुमाने के लिए ब्रेक तरल पदार्थ को मजबूर करता है, जिससे उन्हें रोटर पकड़ने का कारण बनता है जो तब धीमा हो जाता है या बंद हो जाता है।यह स्पष्ट रूप से एक बहुत ही सरल है  – आधुनिक प्रणालियों में सभी प्रकार के सुधार और नवाचार हैं Disk brake kya hai

आप डिस्क ब्रेक को कैसे बदल सकते हैं

किसी भी कार पर ब्रेक पैड को प्रतिस्थापित करने के लिए लग्स को छोड़ दें (सभी तरह से नहीं) तो इसे चेक करें। Disk brake kya hai सभी प्रकार के गले को हटा दें, टायर को खींचें, टेरेस 2 एलन कुंजी बोल्ट कैलिपर को पकड़कर उन्हें कैलिपर बंद खींचें और पैड को बाहर गिरना चाहिए। आपको नए पैड प्राप्त करने के लिए ब्रेक सिलेंडर को वापस संपीड़ित करना है ताकि नए पैड रोटर उपयोग क्लैंप पर फिट हो जाएं, फिर इसे सब कुछ एक साथ रख दें।

डिस्क ब्रेक के क्या फायदे है?

1: अधिक क्लैंपिंग शक्ति। दो विरोधक पैड जरिये डिस्क को निचोड़ने का कार्य (ड्रम पर बाहर निकलने वाले दो जूते के विपरीत) “उसी” संपर्क क्षेत्र के लिए मुश्किल होता है।

2: बनाए रखने के लिए आसान न्यूनतम रख -रखाव है। आवश्यक समायोजन हैं जब तक वे पहने जाते हैं और उन्हें स्थानांतरित नहीं करते हैं तब तक आप अपने ब्रेक का उपयोग करते हैं। ड्रम ब्रेक (यहां तक ​​कि स्वयं समायोजन प्रकार) आवश्यकता समायोजन। अधिकतर इसमें जूते की खोज करने के लिए कुछ गति और मजबूती से ब्रेक लगाना शामिल होता है।

3: सुरक्षित: मैं 100% निश्चित नहीं है लेकिन ड्रम ब्रेक एबीएस के साथ हैं। इसके शीर्ष पर, यहां तक ​​कि अगर आप गहरे पानी में ड्राइव करने के लिए एबीएस के साथ ड्रम ब्रेक प्राप्त करने में सक्षम थे, तो संभव है कि ड्रम ब्रेक के अंदर पानी न हो और उस ब्रेक को रोकने के लिए बेकार हो। डिस्क ब्रेक का संचालन किया जा सकता है जबकि गीले becausethe ब्रेकिंग के अधिनियम पानी की फिल्म निचोड़ते हैं और उन्हें जल्दी में beuseful देता है। 4: प्रदर्शन: रेस कार ड्रम ब्रेक का उपयोग नहीं करते हैं। यह आपके बाइक रोटर डिजाइन पर निर्भर करता है। यदि आपके पास बड़ी मोटी रोटर डिस्क है- यह गर्म हो सकती है और ब्रेक फीड की ओर बढ़ने वाली गर्मी को बहाल करने में कठिनाई होती है।

इसके अलावा यदि यह एक बड़ा भारी रोटर है तो यह आपके बाइक हैंडलिंग के लिए एक स्पष्ट जीरोस्कोपिक प्रभाव है-जो सबसे अच्छा नहीं है। एक तरंग रोटर बेहतर ठंडा करने और आम तौर पर कम असंगत द्रव्यमान को बढ़ावा देता है और इसके कई दिखने की तरह। पहियों पर कम कताई वजन बाइक को अधिक उत्तरदायी बना सकता है और धीमा होने के लिए कम द्रव्यमान हो सकता है। हाई स्टॉपिंग पावर ड्रम ब्रेक के मुकाबले डिस्क ब्रेक काफी प्रभावी ढंग से कार्य करता है। इसमें एक फायदा ये भी रहता है कि यदि आपकी बाइक में सिंगल ब्रेक लगा है तो आप उसमें एक और डिस्क ब्रेक भी लगवा सकते हैं।

टेंप्रेचर डिस्क ब्रेक व्हील के बाहर लगे रहते हैं और फ्रेश एयर मिलते रहने से ये जल्दी कुल हो जाते हैं। वहीं दुसरी तरफ ड्रम ब्रेक व्हील के अंदर प्लेस्ड होते हैं जिससे वे ज्यादा गर्म हो जाते हैं और गर्मी में उतने असरदार नहीं होते। इसलिए गर्मी के दिनों में डिस्क ब्रेक और भी जरूरी हो जाते हैं।

मजबूती

मजबूती के मामले में ड्रम ब्रेक बाजी मार ले जाता है। ड्रम ब्रेक पर मजबूत कोटिंग की जाती है। जिससे उनके टूटने का खतरा कम रहता है। वहीं डिस्क ब्रेक पुरी तरह से खुले रहते हैं। इसलिए इनके टूटने की आशंका बनी रहती है।

मेंटेनेंस

डिस्क ब्रेक को मेंटेन करना काफी आसान होता है क्योंकि ये व्हील के बाहर ही लगा होता है। वहीं ड्रम ब्रेक व्हील के अंदर लगा होता है इसलिए इसमें कुछ भी काम करने के लिए पुरा व्हील खोलना पड़ता है।

सस्ते स्पेयर पार्ट

यदि डिस्क ब्रेक का कोई पार्ट या फिर डिस्क ब्रेक खराब हो जाता है तो उसे बदलवाया जा सकता है। वहीं ड्रम ब्रेक व्हील कें अंदर से कनेक्टेड होते हैं और वे कई बार अंदर ही अंदर व्हील को बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं जो कि ज्यादा महंगा पड़ सकता है। Disk brake kya hai

मजबूती

मजबूती के मामले में ड्रम ब्रेक बाजी मार ले जाता है। ड्रम ब्रेक पर मजबूत कोटिंग की जाती है। जिससे उनके टूटने का खतरा कम रहता है। वहीं डिस्क ब्रेक पुरी तरह से खुले रहते हैं। इसलिए इनके टूटने की आशंका बनी रहती है।

बारिश का प्रभाव

बारिश में जब बाइक के व्हील पूरी तरह से गीले हो जाते हैं, उस समय ब्रेकिंग का विशेष ख्याल रखना पड़ता है। ऐसे में ड्रम ब्रेक जब लगाए जाते हैं, तब ब्रेक शू और लाइनिंग के बीच सही पकड़ नहीं बन पाती और ब्रेक अधिक कारगर तरीके से नहीं लगते।

एबीएस सपोर्ट

ड्रम ब्रेक के साथ एबीएस फिट नहीं किया जा सकता। वहीं डिस्क ब्रेक के साथ एबीएस लगाने पर बाइक की सुरक्षा और भी बढ़ जाती है।

डिस्क ब्रेक के नुकसान

एमरजेंसी में डिस्क ब्रेक लगाने पर व्हील काफी तेजी से फिसल सकता है। हालांकि यदि व्हील में डिस्क के साथ एबीएस लगा हो तो इसकी संभावना कम होती है।

महंगी कीमत

यदि आप डिस्क ब्रेक वाली बाइक खरीदते हैं तो ड्रम ब्रेक वाली बाइक के मुकाबले आपको ज्यादा पैसे चुकाने पड़ते हैं। या फिर अलग से भी डिस्क ब्रेक लगवाते हैं तब पर भी यग ड्रम ब्रेक के मुकाबले महंगे ही होते हैं।


उम्मीद करती हूँ आपको यह पोस्ट पसंद आयी होगी तो आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों तक जरूर पहुचाये और दोस्तों ऐसे ही मिलते रहेंगे एक नयी जानकारी के साथ

धन्यवाद


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Web hosting kya hai or kaise kaam karta hai 

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Web Hosting kya hai 

 

आज हम जानेगे, की Web Hosting kya hai  क्योकिं अगर आप ऑनलाइन एक ब्लॉग या वेबसाइट बनाकर पैसे कमाने के बारे मैं सोच रहे है, तो आपको वेब होस्टिंग क्या होती है इसके बारे में जरूर जाना चाहिए।

Web hosting kya hai or kaise kaam karta hai

Web Hosting kya hai क्योकिं अक्सर नए Bloggers अपनी Website या Blog तो बना लेते है, लेकिन उन्हें यह नहीं पता होता है, की उनकी वेबसाइट के लिए कौन सी होस्टिंग सही है, जिसकी वजह से वह गलत Web Hosting खरीद लेते है, और जैसे जैसे वेबसाइट पर विज़िटर बढ़ते है, तो उनकी होस्टिंग में परेशानियां आना शुरू हो जाती है। आज आपको इस लेख में होस्टिंग का मतलब क्या होता है यह कितने प्रकार की होती है, कहाँ से खरीदनी चाहिए। अगर आपकी वेबसाइट हिंदी में हो तो कौन सी होस्टिंग आपके लिए सबसे Best है, यह सभी जानकारी आपको इस पोस्ट में हम देने वाले है।Web Hosting kya hai

मुझे आशा है, की आप अगर इस पोस्ट को ध्यानपूर्वक पढ़ते है, तो आपको होस्टिंग की जानकारी के लिए किसी और लेख को पढ़ने की जरुरत नहीं पड़ेगी। तो आईये दोस्तों जानते है , की Web Hosting क्या होता है –

Web Hosting kya hai 

वेब होस्टिंग एक प्रकार का वेब सर्वर होता है, जो की वेबसाइट को Internet पर जगह देता है।  जब आप अपनी वेबसाइट को Hosting के साथ Connect कर देते है, तो इससे आपकी वेबसाइट को दुनिया के किसी भी हिस्से में Internet के जरिये देखा जा सकता है।Web Hosting kya hai

आपके मन यह सवाल आ होगा की यह वेब सर्वर आपकी Website को कैसे जगह प्रदान करता है, तो आपको बताते है की आपकी वेबसाइट में जितनी भी Images Videos Files आदि Data सेव होता है, वह इसी वेब सर्वर यानी की Hosting में Save होता है।

जिस जगह पर आपका यह सभी Data रहता है, वह कंप्यूटर 24×7 Internet से जुड़ा रहता है, जिसकी वजह से User आपकी वेबसाइट को देख पाते है। Web Hosting सेवा कई कंपनियां प्रदान करती है, जिनमे से कुछ मुख्य इस प्रकार है – Hostinger, Bluehost, GoDaddy, और Hostagator आदि।

इन सभी कंपनियों से होस्टिंग खरीदने के लिए हमें इन्हे पैसे देने होते है, क्योकिं यह जो जगह हमारी वेबसाइट के लिए Provide कराती है, यह एक प्रकार का किराये का घर होता है। जब तक हम इन्हे पैसे देते है, तब तक हमारी वेबसाइट इनके सर्वर में Store रहती है। अगर हम अपनी Hosting को Renew नहीं करते है, तो यह हमारी वेबसाइट को बंद कर देते है।

वेब होस्टिंग के प्रकार

अभी तक आपको वेब होस्टिंग के बारे में बहुत सी जानकारियां मिल गयी है। जिसमे आपको यह भी पता चल गया है, Web Hosting kya hai  लेकिन क्या आपको पता है वेब होस्टिंग कितने प्रकार की होती है। आपको बता दे की मुख्यतौर पर वेब होस्टिंग चार प्रकार की होती है, जिसमे Shared Hosting, VPS (Virtual Private Server) Hosting, Dedicated Hosting, और Cloud Hosting शामिल है। आइये जानते है, इन सभी होस्टिंग के बारे में विस्तार से –

  • Shared Hosting
  • VPS (Virtual Private Server) Hosting
  • Dedicated Hosting
  • Cloud Hosting

Shared Hosting

जिस तरह से एक हॉस्टल या घर में बहुत सारे लोग एक साथ रहते है। इसी तरह से शेयर्ड होस्टिंग में भी एक वेब सर्वर पर हजारो वेबसाइट को Store किया जाता है, इसलिए इसे Shared Hosting कहते है।

Shared Web Hosting शुरूआती Bloggers के लिए सबसे अच्छी होती है। क्योकिं शुरूआती दिनों में नए ब्लॉगर की वेबसाइट पर ज्यादा ट्रैफिक नहीं आता है, तो उनके लिए यह होस्टिंग अच्छी होती है। इसके साथ ही इसका दूसरा सबसे बड़ा फायदा यह भी होता है, की यह अन्य होस्टिंग की अपेक्षा सस्ती होती है। जब आपकी वेबसाइट पर ट्रैफिक बढ़ना शुरू हो जाएँ, तो आप Shared Hosting को बदल कर दूसरी होस्टिंग खरीद सकते है।Web Hosting kya hai

इसके साथ ही शेयर्ड होस्टिंग सस्ती होने के साथ साथ इसे सेटअप करना बहुत आसान होता है। आपको अपनी वेबसाइट को इस होस्टिंग के साथ कंट्रोल करने में भी किसी तरह की Problem नहीं आएगी। क्योकिं इस होस्टिंग का कंट्रोल पैनल बहुत ही Basic होता है।Web Hosting kya hai

इसके कुछ फायदे होने के साथ साथ कुछ नुक्सान भी होते है। हालाकिं इतने ज्यादा नुक्सान नहीं लेकिन फिर भी आपको पता होना आवश्यक है, शेयर्ड होस्टिंग में आपको कुछ कंपनियां Support प्रदान नहीं करती है।Web Hosting kya hai  इसके अलावा कभी कभी आपकी वेबसाइट की Speed ऊपर निचे हो सकती है। शेयर्ड होस्टिंग के साथ आपको अपनी वेबसाइट की Security के लिए कुछ अन्य Plugin का Use करना चाहिए। क्योकिं इसकी Security इतनी ज्यादा बेहतर नहीं होती है।

VPS (Virtual Private Server) Hosting 

शेयर्ड होस्टिंग से बिलकुल अलग होती है। इसमें होस्टिंग कंपनी किसी भी अन्य वेबसाइट को नहीं Connect कर सकती है। यह सिर्फ आपकी होती है। इसकी सिक्योरिटी बहुत मजबूत होती है। इसके अंदर विज़ुअलाइज़ेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है, Web Hosting kya hai जो की Server को Virtually अलग अलग हिस्सों में कर देता है। जिसकी वजह से आपकी वेबसाइट को मजबूत सिक्योरिटी प्रदान होती है।Web Hosting kya hai

VPS Hosting में प्रत्येक सर्वर के लिए अलग Resource का इस्तेमाल किया जाता है। जिस आपकी वेबसाइट को सिर्फ उतना ही Resource मिलता है, जितनी उसको जरुरत होती है। इससे आपकी वेबसाइट की Speed और Security दोनों बेहतर होती है। लेकिन इस होस्टिंग के Price Shared Hosting से ज्यादा होते है। अगर आप अपने ब्लॉग से Earning कर रहे है, तो आप इस होस्टिंग को खरीद सकते है।Web Hosting kya hai

VPS Hosting के बारे में तो आपने जान लिया आपको इसके फायदे के बारे में भी जान लेना चाहिए। आपको बता दें, की VPS Hosting में आपको Dedicated Hosting की तरह फुल Control मिलता है। यह Dedicated Hosting से कम कीमत में आपको मिल जाती है।

यह आपकी वेबसाइट को Best Performance and Security प्रदान करती है। VPS Hosting के किसी भी तरह के कोई नुक्सान नहीं होते है। बस आपको इस होस्टिंग को उपयोग करने के लिए थोड़ी Information का होना जरुरी है।

Dedicated Hosting

इसके नाम से ही जान चुके होंगे की यह है समर्पित। ठीक उसी तरह से यह होस्टिंग भी होती है। इस होस्टिंग में सिर्फ एक ही वेबसाइट को होस्ट किया जाता है। इसके किसी दूसरे व्यक्ति की वेबसाइट का कोई भी साझा नहीं होता है।

जिस तरह से शेयर्ड होस्टिंग में बहुत सी वेबसाइट होस्ट होती है, लेकिन Dedicated Hosting उसका पूरा उल्टा है, यहाँ पर पूरी होस्टिंग का सर्वर सिर्फ एक ही वेबसाइट को Run करता है। इस होस्टिंग का Server बहुत Fast काम करता है, लेकिन इसका Price भी बहुत महंगा होता है, क्योकिं इसकी पूरी कीमत एक ही व्यक्ति को भरनी पड़ती है।

यह होस्टिंग उन वेबसाइट के लिए होती है, जिनकी वेबसाइट पर महीने में Millions में Traffic आता है। आमतौर पर Dedicated Hosting का उपयोग E Commerce Website के लिए किया जाता है। जिनमे Flipkart, Myntra, Snapdeal आदि शामिल है।

Dedicated Hosting महंगी तो होती है, लेकिन इसके फायदे भी बहुत होते है। इस होस्टिंग के साथ अगर आप अपनी वेबसाइट को Host करते है, तो आपकी Website पूरी तरह से Secure होती है। आप अपनी Website के Server को पूरी तरह से Control कर सकते है। इस होस्टिंग का Use करने के लिए आपको थोड़ी सी Techbical Knowledge का होना जरुरी है।

Cloud Hosting

Cloud Hosting कई Multiple Remote Servers के साथ काम करती है। जिसमे प्रत्येक Server की अपनी Responsibilities होती है। अगर कोई भी सर्वर धीरे कार्य करता है, तो यह वेबसाइट को अन्य सर्वर के साथ कनेक्ट कर देता है। अगर आप अपनी वेबसाइट को क्लाउड सर्वर पर Host करते है, तो आपकी वेबसाइट की स्पीड और Performance दोनों चीजे बहुत Best हो जाते है। यह अन्य Hosting की अपेक्षा महंगी होती है। Cloud Hosting का सर्वर बहुत Secure होता है। इसका Sever कभी भी Down नहीं होता है। इस होस्टिंग पर आप ज्यादा से ज्यादा Traffic वाली वेबसाइट को भी Add कर सकते हो। यह ज्यादा से ज्यादा Traffic को भी आसानी से संभाल लेती है।

Web Hosting Features

जब भी आप अपने ब्लॉग या वेबसाइट के लिए एक होस्टिंग खरीदते है, तो निचे दिए गए कुछ Web Hosting Features का जरूर ध्यान से पढ़े।यह सभी Web Hosting Features प्लान के और Web Hosting Company के अनुसार अलग अलग होते है। लेकिन निचे बताये गए सभी फीचर्स आपको Basic Plant में भी मिलते है।

Disk Space / Storage

वेब होस्टिंग खरीदते समय आपको Disk Space / Storage का विशेष ध्यान रखना चाहिए। यह आपके डाटा के लिए होस्टिंग पर लिया गया एक सर्वर होता है। आप जो भी Data अपनी वेबसाइट पर अपलोड करते है, वह सभी होस्टिंग की Storage में Save रहता है। जब भी कोई विज़िटर आपकी वेबसाइट पर आकर कुछ सर्च करता है, तो वह सके सामने सर्च रिजल्ट में आ जाता है। होस्टिंग खरीदते समय स्टोरेज का विशेष ध्यान रखे। हमेशा थोड़ी ज्यादा Storage की Hosting Buy करे।

Bandwidth

Bandwidth वेबसाइट पर आये विज़िटर के बिच में ट्रांसफर Data की समय सीमा को बताता है। अगर आपने होस्टिंग खरीदते समय Low Bandwidth का चुनाव किया है, तो यह आपकी वेबसाइट पर अधिक विज़िटर को नहीं हैंडल कर सकता है। जब भी आपकी वेबसाइट पर ज्यादा विज़िटर आ जाते है, तो आपकी वेबसाइट की स्पीड कम हो सकती है। वही अगर आप High Bandwidth का चुनाव करते है, तो यह आपके वेबसाइट पर आये सभी Visitor को हैंडल कर सकता है। जिससे Website की Speed पर भी किसी तरह का कोई असर नहीं पड़ेगा।

Uptime

Uptime प्रत्येक होस्टिंग Provider कम्पनी देती है। जो की एक महत्वपूर्ण फीचर्स में से एक है। Uptime का मतलब होता है, की आपकी वेबसाइट 99.9% के समय तक विज़िटर के लिए उपलब्ध रहेगी। सभी होस्टिंग कंपनियां Guaranteed Uptime का दावा करती है। कुछ Hosting Company 24 x 7 Support भी देती है।

Control Panel Features

होस्टिंग का कंट्रोल पैनल यूजर फ्रेंडली होना बहुत जरुरी है। क्योकिं अगर आपकी एक वेबसाइट है, तो उसमे आपको सबसे ज्यादा काम Control Panel का पड़ता है। जिसमे आपको Web Page Upload करना, Domain और Subdomain को Manage करना आदि। वेबसाइट को स्पैम से बचाना आदि सभी कार्य Control Panel द्वारा ही किये जाते है।

Email

जिस होस्टिंग कंपनी से आप होस्टिंग Buy करते है, उससे आप Email Hosting भी खरीद सकते है। यह आपकी कंपनी का Custom Email Address बनाने के बहुत काम आती है। जिससे आपका सभी कार्य प्रोफ़ेशनल हो जाता है। इसमें आपको कई Extra Features भी मिल जाते है।

Backups

Web Hosting खरीदते समय इस बात का विशेष ध्यान रखे की होस्टिंग प्रोवाइडर आपको Backups का Option दे रहा है या नहीं। क्योकिं कभी कभी आपकी Website में कुछ Problem हो जाती है। जिसकी वजह से आपको पूरी वेबसाइट Delete करनी पड़ती है। अगर आपके पास Backups सुविधा है, तो आप फिर से अपनी वेबसाइट को Restore कर सकते है।

Customer Support

Web Hosting खरीदने से पहले Customer Support के बारे में भी पूरी जानकारी लेना बहुत जरुरी है। क्योकिं कई बार जब हमारी होस्टिंग में कोई समस्या आ जाती है, तो वह हमें होस्टिंग कंपनी के Customer Executive से ठीक करनी होती है। क्योकिं उनके पास बहुत सारे राइट्स होते है। जो बहुत ही कम समय में आपकी समस्या को सुलझा देते है। तो आपको हमेशा होस्टिंग खरीदने से पहले कंपनी की Customer Support कैसी है, यह देखना बहुत जरुरी है।

वेब होस्टिंग कहाँ से खरीदें

इंटरनेट पर कई Best Hosting Provider Company मौजूद है। जहाँ पर जाकर आप अपनी जरुरत और अपनी वेबसाइट के Traffic के अनुसार Hosting Plan को चुन कर होस्टिंग खरीद सकते है। आपको होस्टिंग खरीदने के लिए Credit Card या Visa Card की जरुरत पड़ती है।

लेकिन अगर आप अपनी वेबसाइट के लिए किसी India की कंपनी से Hosting Buy करते है, इसके लिए आपको Credit Card की आवश्यकता नहीं है। इन सभी कंपनी से आप RuPay या UPI के माध्यम से Payment कर सकते है। होस्टिंग खरीदने के बाद आप अपने डोमेन को होस्टिंग के साथ Connect करके अपनी वेबसाइट को Customize कर सकते है। अगर आप India से है, और एक Hindi Blog बनाना चाहते है, तो निचे दी गयी कुछ विश्वनीय कंपनियों से होस्टिंग खरीद सकते है। जो की इस प्रकार है –

  • Hostgator India
  • BigRock
  • BlueHost
  • Godaddy

दोस्तों आज हमने आपको वेब होस्टिंग क्या है उससे जुडी जानकारी आपको दी है उम्मीद है आपको पसंद आया होगा और दोस्तों पसंद आया है तो हमारी इस पोस्ट को आप अपने दोस्तों तक जरूर पहुचाये

धन्यवाद

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Volatile Or Non-Volatile Me Kya Antar Hai वोलेटाइल और नॉन वोलेटाइल मेमोरी में अंतर हिंदी में

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Volatile Or Non-Volatile Me Kya Antar Hai नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं वोलेटाइल नोन वोलेटाइल मेमोरी मैं क्या अंतर है दोस्तों यह कंप्यूटर से जुडी है यदि आप कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं उसके लिए आपको इन मेमोरी के बारे में जानना अवश्य जरूरी है आज आपको इस ब्लॉग पर पूरी जानकारी मिल जाएगी यह काफी सरल भाषा में आपको समझाया गया है जिससे आप आसानी से और समझ सकते हैं तो आइए बिना देरी करें इसके बारे में जानते हैं





वॉल टाइल का हिंदी में मतलब क्या है

इसका मतलब परिवर्तनशील होता है

Volatile Memory Kya Hai 

Volatile Memory उस memory को कहा है, जिनमे data को store करने के लिए power supply का होना जरुरी होता है। अगर volatile memory को power supply या electricity न मिले तो उसमे data को store नहीं किया जा सकता है। जैसे RAM (Random Access Memory) एक volatile memory होती है। Volatile Or Non-Volatile Me Kya Antar Hai

Volatile 

वोलेटाइल मेमोरी के फायदे (Advantage of Volatile Memory in Hindi)

  • वोलेटाइल मेमोरी की स्पीड फ़ास्ट होती है.
  • वोलेटाइल मेमोरी बहुत कम बिजली खर्च करती है .
  • कंप्यूटर में प्रोग्राम या एप्लीकेशन को Run करने के लिए वोलेटाइल मेमोरी जरुरत होती है.
  • वोलेटाइल मेमोरी में डेटा अस्थाई रूप से स्टोर रहता है इसलिए इसमें स्टोर डेटा हैकिंग, वायरस आदि से सुरक्षित रहता है.

वोलेटाइल मेमोरी के नुकसान (Disadvantage of Volatile Memory in Hindi)

  • वोलेटाइल मेमोरी में डेटा को Permanent स्टोर नहीं किया जा सकता है.
  • वोलेटाइल मेमोरी की स्टोरेज काफी कम होती है.
  • वोलेटाइल मेमोरी की कीमत भी बहुत अधिक होती है.
  • अचानक पॉवर सप्लाई बंद हो जाने पर वोलेटाइल मेमोरी में स्टोर डेटा मिट जाता है, इसलिए इसमें Data Loss होने का सम्भावना बनी रहती है.

Non-volatile Memory Kya Hai

Non-Volatile Memory (NVM) एक प्रकार की मेमोरी है जो बिजली बंद होने के बाद को बचा कर रखता है volatile memory स्टोरेज स्टेट को बनाए रखने के लिए electric charge की आवश्यकता नहीं होती है. केवल non-volatile मेमोरी में डेटा पढ़ने और लिखने के लिए शक्ति की आवश्यकता होती है. Storage devices, जैसे कि HDDs and SSD, non-volatile मेमोरी का उपयोग करते हैं 

 Non-Volatile Kya Hai

नॉन वोलेटाइल मेमोरी का उपयोग कंप्यूटर में डेटा को सुरक्षित , डेटा बैकअप बनाने और डेटा को एक कंप्यूटर से दुसरे कंप्यूटर में ट्रान्सफर करने के लिए भी किया जाता है.Volatile Or Non-Volatile Me Kya Antar Hai 

नॉन वोलेटाइल स्टोरेज (NVS) क्या है?

डेटा या प्रोग्राम कोड को लगातार बनाए रखने के लिए बिजली की आवश्यकता नहीं होती है. non volatile और उपकरण व्यापक रूप से उस तरीके और गति में अलग होते हैं जिसमें वे डेटा को transferred और retrieved करते हैं, चाहे वह किसी एप्लिकेशन, माइक्रोप्रोसेसर या अन्य प्रकार के डिवाइस के साथ संचार कर रहा हो. वे लागत, क्षमता, सहनशक्ति और विलंबता के मामले में भी महत्वपूर्ण रूप से अलग हो सकते हैं.

नॉन – वोलेटाइल मेमोरी के फायदे (Advantage of Non – Volatile Memory in Hindi)
  • नॉन – वोलेटाइल मेमोरी में डेटा को सुरक्षित रखता है.
  • डेटा का बैकअप बनाने,के लिए और डेटा को दुसरे कंप्यूटर में ट्रान्सफर करने के लिए नॉन – वोलेटाइल मेमोरी का इस्तेमाल किया जाता है.
  • पॉवर सप्लाई बंद हो जाने पर भी नॉन – वोलेटाइल मेमोरी में स्टोर डेटा सुरक्षित रहता है.
  • नॉन – वोलेटाइल मेमोरी की स्टोरेज अधिक होती है.
  • नॉन वोलेटाइल मेमोरी वोलेटाइल मेमोरी की तुलना में सस्ती होती है.
नॉन – वोलेटाइल मेमोरी के नुकसान (Disadvantage of Non – Volatile Memory in Hindi)
  • नॉन वोलेटाइल मेमोरी की स्पीड की बात करे तो इसकी स्पीड कम होती है.
  • नॉन वोलेटाइल मेमोरी में डेटा स्टोर रहता है, इसलिए इसमें वायरस का खतरा भी रहता है.
  • अगर नॉन – वोलेटाइल मेमोरी Damage हो जाती है तो हमारा Data Loss हो सकता है.
कंप्यूटर मेमोरी के प्रकार
  • ROM (Read Only Memory)
  • Ram (Read Only Memory)

ROM (Read Only Memory)

इसका पूरा नाम तो सभी जानते है।  तो इसका मतलब यह है की इसमें डाटा को केवल पढ़ा जाता है।  और साथ ही आप इसमें कोई नया डाटा नहीं जोड़ सकते है। और साथ ही इसमें एक खासियत यह है की इसमें  Power Off होने पर भी डाटा memory से डिलिट नहीं होता है। Volatile Or Non-Volatile Me Kya Antar Hai

Ram (Random Access Memory)

CPU से direct connect रहती है । RAM का उपयोग उसमें डेटा पढ़ने और लिखने के लिए किया जाता है जो CPU द्वारा एक्सेस किया जाता है। ram एक तरह की temporary मेमोरी है और इसे वोलेटाइल मेमोरी भी कहा जाता है , इसका मतलब है कि अगर बिजली का पावर बंद हो जाये तो कंप्यूटर द्वारा उपयोग किया गया डाटा automatic erase हो जाता है।

FAQ For Volatile vs Non – Volatile Memory in Hindi

Ques निम्नलिखित में से कौन नॉन- वोलेटाइल मेमोरी का एक उदाहरण है?

लार्ज स्केल इंटीग्रेशन (LSI)

रैंडम एक्सेस मेमोरी (RAM)

वैरी लार्ज स्केल इंटीग्रेशन (VLSI)

रीड ओनली मेमोरी (ROM)

Ans : रीड ओनली मेमोरी (ROM)

Ques स्थाई और अस्थाई मेमोरी में क्या अंतर है?

Ans : वह मेमोरी यूनिट जिसमे विद्युत् सप्लाई बंद हो जाने पर भी डाटा बना रहता है। स्थिर या स्थाई मेमोरी कहलाता है ,परन्तु जिस मेमोरी यूनिट में विद्युत् सप्लाई बंद हो जाने पर संग्रहित डाटा नष्ट हो जाता है अस्थिर या अस्थाई मेमोरी कहलाता है।
Ques नॉन – वोलेटाइल मेमोरी को उदाहरण सहित समझिए?

Ans : नॉन – वोलेटाइल मेमोरी कंप्यूटर की Permanent मेमोरी होती है, इसमें स्टोर डेटा कंप्यूटर के बंद हो जाने के बाद भी नहीं मिटता है. ROM, हार्ड डिस्क, SSD आदि नॉन वोलेटाइल मेमोरी के उदाहरण हैं.

Ques ROM किस प्रकार की मेमोरी है?

Ans : ROM एक नॉन – वोलेटाइल मेमोरी है क्योंकि इसमें डेटा पॉवर सप्लाई बंद हो जाने के बाद भी स्टोर रहता है. ROM में BIOS की सभी सेटिंग स्टोर रहती है.

Ques वोलेटाइल और नॉन – वोलेटाइल का हिंदी मतलब क्या होता है?

 

Ans : Volatile का हिंदी मतलब परिवर्तनशील और Non – Volatile का हिंदी मतलब अपरिवर्तनशील होता है.

तो यहां तक दोस्तों हमारा यह पोस्ट फिनिश होता है उम्मीद करती हूं आपको यह पोस्ट अच्छे से समझ आ चुका होगा ऐसे ही जानकारी लेने के लिए आप मेरी वेबसाइट को सब्सक्राइब करें जिससे मैं आप लोगों के लिए जो भी ब्लॉग पोस्ट बनाऊं आप तक पहुंच सके







PNR NUMBER KAISE CHECK KARE 

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PNR NUMBER KAISE CHECK KARE

 

PNR NUMBER KAISE CHECK KARE हेल्लो दोस्तों आज हम लोगो के लिए लेकर आये है इस आर्टिकल में पंर नंबरकैसे चेक करे। और पुरे देश में रेलवे की दुनिया में चौथे नंबर पर सबसे ज्यादा बड़ा रेल नेटवर्क है आज के समय में ट्रैन का सफर काफी लाभदायक है और हमने रिजर्वेशन कराया हो तो  आपकी यात्रा काफी आरामदायक होगी कभी -कभार सीट फुल होने के बाद हमें वेटिंग लिस्ट में टिकट देते है PNR NUMBER KAISE CHECK KARE और वेटिंग लिस्ट में कोनसा नंबर है ये मालूम चलने के बाद भी PNR स्टेटस भी देखना पड़ता है और आज हम इसके बारे में जानकारी देंगे की PNR नंबर कैसे चैक कर सकते है चलिए दोस्तों शुरू करते है की PNR नंबर कैसे चैक करते है चलिए शुरू करते है।

PNR NUMBER KAISE CHECK KARE 

PNR Number जानने के लिए आपको नीचे दी गई स्टेप्स को फॉलो करना है। इसके जरिये आप अपने सीट की जानकारी ले सकते है।

Step 1:सबसे पहले आपको इसकी वेबसाइट indianrail.gov.in पर जाना है।

Step 2: यहाँ पर आपको अपने PNR Number Enter करना है।

Step 3: अब सबमिट पर क्लिक करके अपने PNR Number सबमिट कर दीजिये।

PNR Number का पूर्ण नाम क्या है

पीएनआर नंबर की फुल फॉर्म का नाम सुनकर ही आप लोग समझ जायेगे की यह है  यह कोड किस वजह से तैयार किया जाता है. पीएनआर की फुल फॉर्म है Passenger Name Record यात्री के नाम का रिकॉर्ड. ऐसे में आप खुद ही समझ सकते हैं कि पीएनआर में कौनसी जानकारी छिपी होती है. पीएनआर कोड जब आप टिकट बुक करते हैं, उसी समय तैयार हो जाता है।PNR NUMBER KAISE CHECK KARE

PNR Number का क्या मतलब होता है।

पीएनआर का मतलब होता है PNR NUMBER KAISE CHECK KARE  पैसेंजर के नाम का  रिकॉर्ड यह 10 डिजिट वाला नंबर होता है. इस 10 डिजिट के नंबर में आपकी पूरी जानकारी छुपी होती है. पीएनआर में शुरू की तीन डिजिट आप जर्नी कहां से करने जा रहे हैं, इस बारे में बताते है

प्लेटफॉर्म टिकट पर यात्रा

अगर आपके पास सिर्फ प्लेटफॉर्म टिकट (Platform Ticket) है और आप ट्रेन में चढ़ जाते है, तो चिंता की कोई  बात नहीं है। आप टिकट चेकर के पास जाकर टिकट बनवा सकते हैं. यह रेलवे का ही नियम है. एमरजेंसी में यात्री प्लेटफॉर्म टिकट लेकर ट्रेन में सवार हो सकता है, PNR NUMBER KAISE CHECK KARE लेकिन उसे तुरन्त TTE से संपर्क करना होगा. साथ ही आपको जहां जाना है वहां के लिया टिकट कटाना होगा. परन्तु काफी बार सीट नहीं होने पर TTE आपको रिजर्व सीट देने से मना कर देता है  लेकिन, आपको यात्रा करने से नहीं रोक सकता. ऐसी स्थिति में यात्री से 250 रुपए पेनाल्टी और यात्रा का किराया वसूल लेते है PNR NUMBER KAISE CHECK KARE

PNR KE BENEFITS KYA HAI

प्लेटफॉर्म टिकट का फायदा सिर्फ इतना ही है कि यात्री को किराया उसे स्टेशन से चुकाना होगा, जहां से उसने प्लेटफॉर्म टिकट लिया है PNR NUMBER KAISE CHECK KARE . किराया वसूलते समय डिपार्चर स्टेशन भी उसी स्टेशन को माना जाएगा. यात्री से किराया भी उसी श्रेणी का वसूला जाएगा, जिसमें वह सफर कर रहा होगा.

PNR Status कैसे देख सकते है।

यदि आप ऑनलाइन PNR Status नहीं देख सकते है तो आपको हम ऑफलाइन Status देखने की प्रोसेस बता रहे है।PNR NUMBER KAISE CHECK KARE इसका इस्तेमाल करके आप अपने फोन से बिना इंटरनेट के PNR Status देख सकेंगे। इस मेथड में आपको सिर्फ एक मैसेज करना होगा। मैसेज करके आप बस यह चेक कर सकते है की आपकी टिकट Confirm हुई है या नहीं।

मैसेज बॉक्स ओपन करे

सबसे पहले अपना मैसेज बॉक्स ओपन करे।

मैसेज लिखे

अब आपको एक मैसेज करना है। मैसेज में आपको PNR<space> 10 Digit PNR

मोबाइल नंबर डाले।

अब इस मैसेज को 139 पर send कर दीजिये

PNR Number से टिकट कैसे निकाले।

यदि आपको PNR Number  से निकलने है ,तो नीचे दी गई स्टेप्स को फॉलो करे। जिसके जरिये आप  PNR Number से ट्रेन की टिकट निकाल सकेंगे।

Step 1: Login IRCTC Account

सबसे पहले अपने IRCTC Account में लॉग इन करले।

Step 2: Click My Account

लॉग इन होने के बाद My Account पर क्लिक करे।

Step 3: Click My Transaction

My Account में My Transactions का आप्शन मिलेगा उसे सिलेक्ट करले

Step 4: Click Book History

इसमें आप  Book Ticket History पर क्लिक करना है

Step 5: Select Ticket

यहाँ आपको सारे बुक किये गए टिकट दिखेंगे आपको जिस टिकट का प्रिंट चाहिए उस पर क्लिक करे।

Step 6: Click Print E-Ticket

टिकट पर क्लिक करने के बाद आपको Print E-Ticket का आप्शन दिखेगा उस पर क्लिक करे। इस पर क्लिक करके आप हिंदी या अंग्रेजी में प्रिंटआउट निकाल सकते है

RailYatri App से PNR स्टेटस चैक करे

Website की हेल्प से PNR के बारे में जानकारी कैसे ले सकते आज आपलोग जानेगे  की App की सहायता से PNR Status कैसे जाने| इस App से आप Train की Live Location जान सकते है| RailYatri पर Train की Live Location चेक करने के साथ साथ आप PNR स्टेटस, ट्रैन टाइम टेबल, Hotel Booking, मील , Bus Ticket बुकिंग आदि काम भी कर सकते हो| यह App हिन्दी और English दोनों भाषा से उपलब्ध है| जैसे ही आप RailYatri App को ओपन करोगे आपको कुछ इस तरह का डैशबोर्ड मिलेगा जहा आपको काफी सारे ऑप्शन मिलेंगे जैसे की Train Time Table, PNR Status, Train Status आदि| यहाँ आपको PNR चेक करने के लिए PNR Status पर क्लिक करना है, जिसके बाद आपको अपना 10 नंबर का PNR Number डालकर GET Status पर क्लिक करना है|

PNR कैसे काम करता है।

कोई यात्री रेलवे, IRCTC या किसी प्राइवेट ट्रैवेल वेबसाइट से टिकट बुक करता है तो सेंटर ऑफ रेलवे इनफॉर्मेशन सिस्टम यानी CRIS उस यात्री को 10 नंबर का एक डिजिट देता है जो कि उस यात्री का वो PNR नंबर होता है।

पीएनआर की स्थिति जानें फोन कॉल से

अपने मोबाइल से 139 नंबर पर कॉल करके पीएनआर स्टेटस जान सकते हैं, बस आपको आईवीआर के जरिये दिए जा रहे निर्देशों का पालन करना होगा। जरुरी है कि आपको इस नंबर पर कॉल लगाने से पहले अपने शहर का एसटीडी कोड आगे इस्तेमाल करना पड़े, जैसे कि दिल्ली के लिए 011

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से आपको समझया की PNR नंबर कैसे चैक करे और हमें उम्मीद है की आपको यह हमरी पोस्ट पसंद आयी होगी आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आयी है तो आप हमारी इस पोस्ट को अपने दोस्तों तक जरूर पहुचाये और आपको इसकी जानकरी हमने दी है और आपको इस पोस्ट में कोई भी डाउट हैं तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते है और साथ ही आपको कोई और नयी जानकरी चाहिए तो आप हमें बता सकते है और ऐसे ही हम, मिलेंगे एक और नयी जानकारी के साथ।

धन्यवाद।

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Internet se paise kaise kama sakte hai 

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INTERNET SE PAISE KAISE KAMA SAKTE HAI

Internet se paise kaise kama sakte hai ,हेलो दोस्तों आज हम आप सभी के लिए लेकर आये है इस पोस्ट के द्वारा की आप आज हम आपको बातएंगे टॉप तरीके और आप हमारी इस पोस्ट से यही बने रहे और इस पोस्ट को फॉलो करते रहे। चलिए आज हम शुरू करते है की इंटरनेट से पैसे कमाने के टॉप तरीके।

Internet se paise kaise kama sakte hai

Internet se paise kaise kama sakte hai आज के समय में लोगो के मन में अक्सर  ये सवाल आ जाता है कि क्या online पैसा कमाना मुश्किल है या ये नामुमकिन है? तो हम आपको यह बताना चाहूंगी  है कि बिल्कुल ये आसान  है आप internet से online पैसे 100% कमा सकते है, और आज हजारो लाखो लोग internet से पैसे कमा भी रहे है।लेकिन internet पर ऐसी काफी  सारी फ्रॉड websites भी है, Internet se paise kaise kama sakte hai जो की आपसे अपना काम तो करवा लेती है लेकिन आपको payment नही देती इसीलिये आज में आपको कम investment और trustable तरीको के बारे में बताउंगी  जिनसे की आप घर बैठे अच्छे पैसे कमा सकते है बिना किसी भी टेंशन से Internet से पैसे कमा सकते है

इंटरनेट से पैसे कैसे कमाए

ऑनलाइन पैसे कमाने का सबसे ज्यादा  फायदा यह है कि आपको इसके लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं पड़ती  आप घर बैठे एक अच्छी Income Earn कर सकते हैं । Internet se paise kaise kama sakte hai

आजकल इंटरनेट पर पैसे कमाने के तरीके बहुत ज्यादा है क्योकि आज के समय में Internet हमारे लिए एक बहुत जरूरी बन चूका है।

वैसे तो अगर आप इंटरनेट पर search करेंगे कि ऑनलाइन पैसे कैसे कमाए तो आपको काफी सारे तरीके मिल जाएंगे परन्तु आज हम ऐसे ही आपके लिए यह पोस्ट लाये है जिससे आप इंटरनेट के माध्यम से पैसे कमा सकते है जो आपके लिए बिल्कुल सही होंगी और इससे आप एक अच्छी Earning भी कर सकते हैं  इंटरनेट से पैसे कैसे कमा सकते है

आज के समय में एक अच्छी job मिलना एक काफी  ही कठिन कार्य है क्योंकि उसके लिए तो अच्छी  qualification की requirement होती हैं ।Internet se paise kaise kama sakte hai

और अगर आप ज्यादा qualified नहीं है तो आपके लिए best है कि आप ऑनलाइन पैसा कमाने के तरीके से घर बैठे ही अपना अपनी income को बढ़ा सकते हैं ।

घर बैठे ऑनलाइन ट्यूशन से पैसा कैसे कमाएं

आप अगर किसी सब्जेक्ट को पढ़ाने में एक्सपर्ट हो, तो फिर ऑनलाइन ट्यूशन से आप घर बैठे पैसा कमा सकते हैं। आज कल लोग ऑनलाइन ट्यूशन से पैसे कमाना बहुत आसान हो गया है। Internet se paise kaise kama sakte hai इंटरनेट से पैसे कैसे कमा सकते है टेक्नोलॉजी की सहायता से आप जूम, माइक्रोसॉफ्ट टीम्स और यहां तक कि व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म के जरिए ऑनलाइन क्लासेज चला सकते हैं। आप उडेमी जैसे लोकप्रिय ऑनलाइन कोर्स प्लेटफॉर्म पर अपना कोर्स बेचने पर भी विचार कर सकते हैं।

Linkedin से पैसे कमा सकते है

Linkedin  इंटरनेट पर एक ऐसा Plateform है जहां पर आपको बड़े-बड़े कंपनी के CEO’s और Manager मिलते हैं और अच्छे-अच्छे Talent को ढूंढते रहते हैं ।

आपको जिस Field में सफलता मिली है आप उससे Related Linkedin पर एक अपना अकाउंट बनाएं और अपने Knowledge के हिसाब से कुछ Amazing Content शेयर करें । Internet से पैसे कमा सकते है फिर  जैसे  ही आप वहां पर भी मशहूर हो जाएंगे तो आपके Content पर अच्छे खासे Views आने लगेंगे । Internet se paise kaise kama sakte hai उसके बाद आप Linkedin से ही बड़े-बड़े कंपनी के लिए Job Apply कर सकते हैं जहां पर कंपनी के CEO और Manager आपके Linkedin Profile को चेक करेंगे और आपके Performance के हिसाब से वह आपको जॉब ऑफर करेंगे Linkedin से भी आज लाखों लोग Job पाए हैं और काफी अच्छी  नौकरियां कर रहे हैं ।

Online Paid Surveys से पैसे कमा सकते है।

यह एक काफी मशहूर व सरल तरीका है जिसकी सहयता  से आप ऑनलाइन पैसे कमा सकते हैं ।काफी  सारी कंपनी online surveys servies provide करती है क्योंकि वह जानना चाहते  हैं कि उनके डक्ट के बारे में आप लोग क्या सोचते है।  इंटरनेट से पैसे कैसे कमा सकते है जिसकी सहायता  से वह अपने प्रोडक्ट को और बेहतर बना सके और आप उन कंपनी के सर्वे को पूरा करके आप पैसे कमा सके ।

वह आपको अपने सर्वे के लिए पैसे देंगे, इसके अलावा और कई बार Companies  पैसे के साथ-साथ आपके लिए अपने फ्री प्रोडक्ट की सेवाएं भी देती हैं ।

Fiverr से पैसे कमा सकते है।

इंटरनेट पर काफी सारी वेब्सीटेस है जिससे हम पैसा कमा सकते है । Fiverr भी उन सारी वेबसाइट्स में एक है जिससे कि आप ऑनलाइन पैसे कमा सकते हैं ।

Fiverr

वेबसाइट पर आप अपने पसंदीदा का कोई भी कार्य  कर सकते हैं जैसे की वीडियो एडिटिंग, फोटो एडिटिंग, वेब डिजाइनिंग, एप डेवलपमेंट, यूट्यूब वीडियो क्रिएटर और ऐसे अन्य बहुत सारे कार्य आप कर सकते हैं ।

इस पर आप एक Buyer या फिर एक Seller बनकर अपना अकाउंट बना सकते हैं । Fiverr से हर साल लाखों लोग पैसे कमाते हैं और आप भी कमा सकते हैं ।

Photo Editing

यह भी वीडियो एडिटिंग की तरह होता है Internet se paise kaise kama sakte hai जिसमें कि आपको फोटो को एडिट करना होता है और अगर आपको इन दोनों की नॉलेज है तो आप यह काम करके बहुत अच्छे पैसे कमा सकते हैं

अगर बात करें पैसे की तो अगर आप अच्छी फोटो एडिटिंग करते हैं तो आप एक दो फोटो का ही कम से कम एक ₹2000 आराम से ले सकते हैं, यह सब आपकी फोटो एडिटिंग पर निर्भर करता है

Video Editing

अगर आपको वीडियो एडिटिंग के बारे में अच्छी नॉलेज है तो आप इस कार्य को करके भी ऑनलाइन पैसे कमा सकते है  इंटरनेट से पैसे कैसे कमा सकते है वीडियो एडिटिंग काम लेने के लिए आप fever.com या फिर facebook.com पर वीडियो एडिटिंग Groups और Pages को  ज्वाइन करके वहां से अपने लिए Customer ले सकते हैं ।

Reselling

जैसे कि आपको इसके नाम से ही मालूम चल गया होगा कि products को दोबारा  से बेचना तो इसमें आप किसी प्रोडक्ट को कम Price में लेकर उसे ज्यादा दामों में बेचकर पैसा कमा सकते हैं। यह बहुत ही profitable और अच्छा तरीका है यह तरीका wholesaler ot retailor की job की तरह होता है  Internet से पैसे कमा सकते है लेकिन फर्क सिर्फ इतना है कि इसमें आपको यह सब ऑनलाइन करना पड़ता है ।

Google Adsense की सहयता से

लाखों लोग Google Adsense की सहायता से काफी अच्छे पैसे कमा रहे हैं।  आपको अपने आपके ब्लॉग या फिर यूट्यूब चैनल पर Ad लगानी होती है और जितने ज्यादा क्लिक Ad पर आएंगे आप उतनी ही ज्यादा earning होगी ।

पर इसके लिए यह भी जरूरी है कि आपको Google Adsense से अपने अकाउंट को approve करवाना पड़ता है उसके बाद ही आप ad लगाने के लिए eligible हो जाते हैं ।

बन जाये अमेज़न  इन्फ्लुएंसर और घर बैठे कमाएं ऑनलाइन पैसा

यदि आपके यूट्यूब, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर अच्छी संख्या में फॉलोअर्स हैं, तो आप अमेज़न के इन्फ्लुएंसर बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं। एक बार आपकी रिक्वेस्ट एक्सेप्ट हो जाए तो उसके बाद आप अपने स्टोरफ्रंट अमेज़न वेबसाइट पर चालू  कर सकते हैं और फिर आप अपने पसंदीदा उत्पादों की सिफारिश करते रहें। आप अपने उत्पादों के लिंक सभी सोशल मीडिया चैनलों पर साझा कर सकते हैं। जब लोग आपके लिंक के माध्यम से उत्पाद खरीदेंगे तो आपको कमीशन दिया जाएगा।

youtube पर  वीडियो अपलोड करके इंटरनेट से पैसा कैसे कमाएं

बहुत से लोग घर बैठे मोबाइल से ऑनलाइन विकल्पों के माध्यम से लाखों में कमाते हैं।  youtube  के माध्यम से ऑनलाइन पैसा कमाना आसान नहीं है। youtube  पर दो प्रकार के विडियोज अधिक सफल होते हैं – मनोरंजक/मजेदार वीडियो और सहायक वीडियो। यदि आप youtube  के जरिये से पैसा कैसे कमाएं, ये सोच रहे हैं, तो आपको सबसे पहले यह तय करना होगा कि आप किस प्रकार की सामग्री या वीडियो बनाना चाहते हैं।

फिर आपको अपना इंट्रेस्ट और अपने  दर्शकों की पहचान करने के लिए अपना शोध करना है। एक बार आपका कंटेंट तैयार हो जाने के बाद, आपको इसे रिकॉर्ड करना होगा और इसे अपलोड करना होगा। यह इंटरनेट से पैसे कमाने का आसान तरीका है,

Instagram के द्वारा भी आप पैसे कमा सकते है।

Instagram इंटरनेट पर वह प्लेटफॉर्म है जहां पर लोग अपनी Photos और Videos शेयर करते हैं । लेकिन क्या आपलोगो का मालूम हैं कि आप इंस्टाग्राम से भी बड़े पैसे बना सकते हैं और लाखों लोग बना भी रहे हैं । इंस्टाग्राम से पैसे कमाने के लिए आपको वहां पर एक अकाउंट बनाना होगा जो कि जरूरी नहीं कि आप वहां अपने Photos Share वाले ही Account बनाये । आपका जिस फील्ड में Interest हो उस पर आप कुछ Amazing Photos Create करके वहां पर Regular Share कर सकते हैं फिर जैसे ही आपके Followers  बढ़ जाएंगे और आपके Photos  पर अच्छी खासी Views आने लगेंगे तो बड़े-बड़े Company और Brand आपसे Contact करेगी और अपने Product  का Promotion  आपके Instagram Account  से करवाएगी । Internet se paise kaise kama sakte hai और इस तरह से आप अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से पैसे कमाएंगे ।

लोग किसी कंपनी के एक Product को अपने Instagram Account  पर Promote करने की एक लाख से लेकर एक करोड़ तक भी चार्ज करते हैं ।

टेलीग्राम से घर बैठे पैसा कैसे कमा सकते है।

टेलीग्राम से पैसा कमाने का आसान तरीका अपना खुद का चैनल बनाना और उसका एडमिन बनना है। आपके चैनल के जितने ज्यादा सब्सक्राइबर होंगे, आपके चैनल को उतनी ही ज्यादा लोकप्रियता मिलेगी। जब बहुत सब्सक्राइबर्स बन जाएंगे, तब आप भुगतान के बदले अपने चैनल पर अपने उत्पादों का विज्ञापन करने के लिए लोगों से संपर्क कर सकते हैं। आप टेलीग्राम के साथ बहुत से अन्य कार्य  भी कर सकते हैं जो कि आपको ऑनलाइन पैसा कमाने में सहायता कर सकते हैं, जैसे एफिलिएट मार्केटिंग, पेड पोस्ट, अपने उत्पादों और सेवाओं को बेचना और किसी बिजनेस के साथ पार्टनरशिप करके उनके बिजनेस को बढा दे Internet se paise kaise kama sakte hai

आशा करते हैं कि यह पोस्ट के बाद आपको ऑनलाइन पैसे  कमाने के सारे तरीकों के बारे में  मिल गई होगी | आप इन तरीको से पैसे कमा सकते है।

और सबसे बड़ा फायदा इसका यह होगा कि इसके लिए आपको कही भी जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी | और अच्छे खासे पैसे भी कमा सकते है। और दोस्तों आपको यह हमारा आर्टिकल पसंद आया है तो आप दुसरो तक जरूर पहुचाये

धन्यवाद।

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